बिलासपुर

बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में शून्य प्रतिशत प्राप्त प्रशिक्षार्थियों को प्रवेश की स्वीकृति
17-Mar-2022 4:25 PM
बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में शून्य प्रतिशत प्राप्त प्रशिक्षार्थियों को प्रवेश की स्वीकृति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 17 मार्च। अन्य शिक्षण क्षेत्रों की अपेक्षा नर्सिंग क्षेत्र में छात्राओं के लिए सुनहरा अवसर होता है वर्तमान समय में जिस प्रकार नर्सिंग / चिकित्सा क्षेत्र को देखते हैं तो रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। जिस हेतु नर्सिंग स्टॉफ की आवश्यकता संपूर्ण विश्व में ही नहीं अपितु देश में भी अति आवश्यक है।

भारतीय उपचर्या परिषद् द्वारा बी.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम में सत्र 2021-2022 के प्रवेश हेतु 50 प्रतिशत प्राप्त प्रशिक्षार्थियों को ही बी.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु योग्य माना जा रहा था। किन्तु अधिकतर प्रशिक्षार्थी का 50 प्रतिशत नहीं होने पर उन्हें नर्सिंग में प्रवेश से वंचित होना पड़ रहा था।

वर्तमान में नर्सिंग की प्रवेश प्रक्रिया में प्रतिशत के आधार को समाप्त कर दिया है। इसके साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भी नर्सिंग में प्रवेश लेने हेतु शून्य प्रतिशत पाये प्रशिक्षार्थियों को भी मंजूरी दे दी गई है। साथ ही दिनांक 16 मार्च 2022 से बी.एस.सी. नर्सिंग में पुन: रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है जिससे नर्सिंग महाविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक प्रशिक्षार्थियों के लिए सुनहरा अवसर होगा।

इसी तारतम्य में पं. गोकुल-कमला मेमोरियल एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित बिलासपुर में आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुनकुरी जिला जशपुर में अपार इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग विगत 13 वर्षों से चिकित्सा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। आज बहुत से व्यवसाय देखे जा रहे हैं, किन्तु चिकित्सा ऐसा क्षेत्र हैं जहाँ आबादी के साथ-साथ मरीज भी बढ़ते जा रहे हैं, और नर्सिंग स्टॉफ की जरूरत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। विगत 13 वर्षो से यह भी देखा जा रहा है कि छात्राओं का नर्सिंग के प्रति रूझान बढ़ता जा रहा हैं।

हम देख सकते हैं कि न केवल सिर्फ लड़कियों व लडक़े भी नर्सिंग में आकर अपना भविष्य उज्जवल कर रहे हैं, क्योंकि आज की पीढ़ी समझदार व व्यवहारिक हैं उन्हें यह ज्ञात हैं कि नर्सिंग न केवल रोजगार का एक अच्छा जरिया हैं बल्कि कई क्षेत्रों से हमें जोड़ता है। आज अस्पतालों या नर्सिंग होम्स, इंडस्ट्रीयल नर्सिंग हॉस्पीटल मेनेजमेंट, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों जैसे कई अन्य भी है जो विद्यार्थी विज्ञान विषय एवं अलग अन्य किसी भी विषय से 12वीं उत्तीर्ण हुए बी.एस.सी. नर्सिंग, जीएनएम नर्सिंग करने के पश्चात् आगे नर्सिंग में अपना भविष्य बना सकते हैं आर्गे के अध्ययन हेतु एम.एस.सी. नर्सिंग, प्रम फील व पी.एच.डी. तक पढ़ा जा सकता है जिसका कॉफी अच्छा कार्यक्षेत्र हैं।

नर्सिंग एक बहुमुखी क्षेत्र हैं आप इसकी सेवाएं देश से बाहर बहुत ही अच्छे वेतन स्तर पर कर सकते हैं। राज्य में जिस प्रकार नर्सेस की आवश्यकता हैं उसे देखते हुए सरकार छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से शिक्षित कर रही हैं व शिक्षा ऋण का भी प्रावधान हैं राज्य सरकार व केन्द्रीय सरकार की रिक्तियाँ (वेकेन्सी) लगातार निकल रही है किन्तु नर्सेस की आवश्यकता अभी तक पूर्ण नहीं हो पाई हैं।

नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश हेतु बी.एस.सी. नर्सिंग प्रवेश परीक्षा देना अत्यंत आवश्यक होता है। जबकि जी.एन.एम. नर्सिंग प्रवेश हेतु छात्र-छात्राओं को 12वीं की परीक्षा किसी भी विषय में पढऩा होता है ऐसे विद्यार्थी को जी.एन.एम. नर्सिंग प्रवेश के लिए छ.ग. चिकित्सा शिक्षा रायपुर द्वारा काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूर्ण कर विद्यार्थी को नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है। जी.एन.एम. नर्सिंग 3 वर्षीय एव बी.एस.सी. नर्सिंग 4 वर्षीय कोर्स है जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ क्लीनिकल प्रशिक्षण (शासकीय अस्पताल एवं निजी अस्पताल) की भी सुविधाएँ कॉलेज द्वारा दी जाती है इससे विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ नर्सिंग के क्षेत्र में परिपक्व हो जाते हैं एवं नर्सिंग की अंतिम वर्ष की परीक्षा पास करते ही रोजगार के सुनहरे अवसर विद्यार्थी के समक्ष देश-विदेश में उपस्थित होते हैं।

भारतीय उपचर्या परिषद् नई दिल्ली एवं छग चिकित्सा शिक्षा रायपुर द्वारा सत्र 2020-2021 से कॉलेज का सत्र सितम्बर माह से प्रारंभ किया जाना निश्चित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा सभी शासकीय एवं अशासकीय नर्सिंग कॉलेज की वार्षिक परीक्षाएं प्रत्येक वर्ष अक्टूबर-नवम्बर माह में समाप्त हो जाया करेगी सत्र 2021-22 के बी.एस.सी. नर्सिंग एवं जी. एन. एम. नर्सिंग प्रवेश हेतु प्रशिक्षार्थी नर्सिंग विद्यालय एवं महाविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

 साथ ही इन नम्बरों में 9131586102 8319675516, 7000285768, 9131778303 भी जानकारी ले सकते हैं। उक्त जानकारी आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग, लालखदान बिलासपुर के मेनेजर अनिल कुमार डांगरे द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।


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