बिलासपुर

वेलकम शराब फैक्ट्री प्रबंधन पर मजदूरों ने लगाया काम से निकालने का आरोप, 9 महीने की मजदूरी भी नहीं दी, थाने पहुंच सौंपा ज्ञापन
07-Sep-2021 6:02 PM
वेलकम शराब फैक्ट्री प्रबंधन पर मजदूरों ने लगाया काम से निकालने का आरोप, 9 महीने की मजदूरी भी नहीं दी, थाने पहुंच सौंपा ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड  (कोटा),  7 सितंबर।  ग्राम पंचायत छेरकाबांधा पीपरपारा स्थित वेलकम डिस्लरीज के प्रबंधन के खिलाफ मजदूरों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। मजदूरों का आरोप है कि बिना सूचना दिए 2008-2012 से काम कर रहे महिला और पुरूष श्रमिकों को निकाल दिया गया और आठ नौ माह की मजदूरी भी नहीं मिली है।
 
एक महिला मजदूर ने बताया कि मैं काफी दिनों से काम कर रही हूं, लेकिन काम त बंद करा दिया गया है। अपने किये कामों की मजदूरी अभी तक नहीं मिली है मैं कई बार वेलकम फैक्ट्री प्रबंधन से बात करने गई तो उनके मेन गेट के  सुरक्षा कर्मी जाने नहीं देते ,हम लोगों की यहाँ कोई सुनवाई नहीं होता हैं।
 
आरोप है कि लगभग एक माह पहले वेलकम  शराब बनाने वाली फैक्ट्री छेरकाबांधा ने अचानक एकाएक फैक्ट्री में सन 2008-2012 के बीस मजदूरों को काम से निकाल दिया गया है, जबकि यहाँ कार्यरत मजदूर फैक्ट्री प्रबंधन के आसपास के गांव के ही है यहाँ काफी दिने से काम कर रहे हैं, यहाँ के मजदूरों का कहना कि वेलकम फैक्ट्री प्रबंधन ने हम पुराने मजदूरों को काम से निकालकर यहाँ से दूसरे गांव से मजदूर लाकर काम करा जा रहा हैं और  स्थानीय लोगों को काम में नहीं लिया जा रहा है जिसकी शिकायत हमने कलेक्टर, कोटा थाना एसडीओपी, श्रम विभाग कार्यालय बिलासपुर में किया गया लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुआ है।
 
सोमवार को कोटा थाना में वेलकम फैक्ट्री के सैकड़ों मजदूरों महिला और पुरूषों ने अपनी मांगों को लेकर थाने के सामने ही ज्ञापन का निराकरण करने घंटों महिला और पुरूषों ने जमीन में बैठकर अपनी मांग को लेकर और पुराने महिला और पुरूषों मजदूर को काम में लेने के लिये डटे हुए थे। बाद में वेलकम फैक्ट्री प्रबंधन के अधिकारियों ने थाने के सामने मजदूर से बात करते रहे और वहाँ उपस्थित कोटा एसडीओपी, आशीष अरोरा, कोटा थाना प्रभारी दिनेश चन्द्रा ,के समक्ष ही नाराज मजदूरों ने अपनी बातों को रखा। उन्होंने मांग की कि हमारे पुराने मजदूरों को फिर काम में रखा जाये तभी हम सब यहां से जायेंगे। एसडीओपी आशीष अरोरा ने दोनों पक्ष में समझौता कराया। 
 
पूजा मरावी ने बताया कि मेरे पिछले आठ दस माह  यहाँ वेलकम फैक्ट्री  में काम की हूँ जिसका मजदूरी अभी तक नहीं मिला हैं। कुवारी साहू ने कहा कि जब से  हम मजदूरों को काम से निकालें तब से हम सभी आस लगाए हैं कि फिर वेलकम फैक्ट्री प्रबंधन वापस काम पर लेंगे।  पर वे पुराने को काम पर नहीं रख रहें हैं और नये मजदूरों की भर्ती कर रहे हैं। 
 
सुनीता ने कहा की मेरे दाहिने पैर में कांच की शीशी गिरने से चोट लगा था लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन के द्वारा मेडिकल जांच के लिए भी नहीं भेजा और अपना इलाज मैं खुद कराई हूँ। 
मजदूर यूनियन  के लक्षण यादव ने आरोप लगाया कि वेलकम फैक्ट्री प्रबंधक द्वारा मजदूरों को डराया धमकाया जाता है और कहते हैं कि हम लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदमी हैं, 8-10 विधायक भी हमारे साथ हैं, हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, जहां शिकायत करना चाहों करो।
 
मजदूर यूनियन के लक्षण यादव  ने बताया कि हम सभी मजदूरों को लेकर सोमवार को कोटा थाना प्रभारी और एसडीओ पी आशीष अरोरा के समक्ष समझौता किया गया है। 
अनुराग तिवारी वेलकम डिस्टलरीज छेरकाबांधा मैनेजर का कहना है कि मेरे द्वारा मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया गया है। 
 

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