बीजापुर

बीएमओ ने चेम्बर खाली कर मरीजों के लिए लगवाये गद्दे
भैरमगढ़ अस्पताल में क्षमता से ज्यादा पहुंचे मरीज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 जुलाई। बारिश के साथ आई बीमारियों ने भैरमगढ़ के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर को एक आपातकालीन ज़ोन में तब्दील कर दिया है। 30 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में अब 115 से अधिक मरीज भर्ती हैं। कुछ गद्दों पर, कुछ सीधे फर्श पर। सीमित संसाधनों और बढ़ती बीमारियों के बीच डॉक्टर और स्टाफ मानो जंग लड़ रहे हैं।
बीएमओ ने छोड़ा ऑफिस,
मरीजों को दी प्राथमिकता
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. रमेश तिग्गा ने खुद का चेंबर खाली कर उसमें अतिरिक्त बेड व गद्दे लगवा दिए हैं। उनके मुताबिक, अस्पताल में प्रतिदिन 200 से ज्यादा ओपीडी मरीज आ रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मलेरिया, उल्टी-दस्त और वायरल बुखार के केस हैं।
अस्पताल बना अस्थायी वार्ड, फिर भी फर्श पर इलाज
हर कमरे को वार्ड में तब्दील किया गया है और 80 अस्थायी बिस्तरों की व्यवस्था की गई, लेकिन हालात के हिसाब वह भी कम पड़ गए। हॉस्टल के 13 छात्र भी मलेरिया से ग्रसित होकर भर्ती हैं, और उन्हें भी फर्श पर ही गद्दा बिछाकर रखा गया है।
गांवों से उमड़ रही बीमारों की भीड़
अंदुरुनी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के चलते ग्रामीण बड़ी संख्या में भैरमगढ़ अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर व स्टाफ दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं, लेकिन संसाधनों की भारी कमी उनके काम को और चुनौतीपूर्ण बना रही है।
दवाएं सीमित, सिस्टम लाचार
बीएमओ तिग्गा का कहना है कि अस्पताल में दवाएं उपलब्ध हैं, पर उनकी विविधता बेहद सीमित है। ऐसी आपात स्थिति में अस्पताल का जल्द अपग्रेड होना निहायत जरूरी हो गया है।