बीजापुर

बसवराजू की मौत के बाद समर्पण के लिए आगे आ रहे..
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर / सुकमा, 24 मई। दो दिन पहले पेसलपाड़ में मारे गए दो नक्सलियों की पहचान हो गई है। दोनों ही सीपीआई एरिया कमेटी के सदस्य थे। इससे परे खबर है कि बसवराजू की मौत के बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण के लिए तैयार हो रहे हैं।
प्रतिबंधित और अवैध माओवादी संगठन के सदस्यों को पुलिस कि चेतावनी हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोडक़र मुख्यधारा में शामिल हो जाएं, अन्यथा अपने शीर्ष कमांडर बसाराजू की तरह भयावह अंत के लिए तैयार रहें। पुलिस अधीक्षक सुकमा किरण चव्हाण द्वारा बताया गया कि जिला सुकमा के थाना किस्टाराम क्षेत्र में माओवादियों के उपस्थिति के आसूचना पर 22 तारीख को जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा /सीआरपीएफ की संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सल विरोधी सर्च अभियान में रवाना हुए थे।
अभियान के दौरान के शाम 6 बजे से पेसलपाड़ क्षेत्र में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच लगातार फायरिंग हुई। मुठभेड़ स्थल से 1 पुरूष वर्दीधारी हार्डकोर माओवादी का शव हथियार सहित बरामद हुआ हैं।
पेसलपाड़ मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की प्रारंभिक पहचान एरिया कमेटी मेंबर माड़वी माडा के रूप में हुई है, जो साउथ सब ज़ोनल ब्यूरो की डिप्टी कमांडर थे।
पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा बताया गया कि जिला बीजापुर एवं सुकमा के सरहदी क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर डीआरजी सुकमा, एसटीएफ एवं कोबरा 210, 208 की संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर निकली थी। प्रात: थाना उसूर क्षेत्रान्तर्गत तुमरेल के जंगल में पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 के माओवादियों एवं पुलिस पार्टी के बीच मुठभेड़ हुई।
मुठभेड़ स्थल सर्च करने पर 1 हार्डकोर माओवादी का शव हथियार एवं अन्य माओवादी सामग्री बरामद हुआ हैं। तुमरेल मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की प्रारंभिक पहचान साउथ बस्तर डिवीजन कमेटी के एरिया कमेटी मेंबर संदेश उर्फ सन्नू के रूप में हुई है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पाटलिंगम ने बताया कि 21 मई को अबूझमाड़ के जंगलों में हुई ऐतिहासिक एंटी-नक्सल कार्रवाई, जिसमें सीपीआई माओवादी के शीर्ष कमांडर बावाराजू उर्फ बीआर दादा का अंत हुआद्य उस मुठभेड़ के बाद माओवादी संगठन ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगा है। अनेक नक्सली कैडर अपने छिपने के ठिकानों से भागकर आत्मसमर्पण के लिए आगे आ रहे हैं।
आईजीपी बस्तर रेंज ने प्रतिबंधित और अवैध माओवादी संगठन के सदस्यों को चेतावनी दी कि वे हिंसा का रास्ता छोडक़र मुख्यधारा में शामिल हो जाएं, अन्यथा अपने शीर्ष कमांडर बसाराजू की तरह भयावह अंत के लिए तैयार रहें।