बीजापुर

नक्सलियों के हाथों मारे गए लोगों को मुआवजा नहीं दे रही..
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 15 मई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीजापुर जिले के भोपालपटनम का दौरा कर कोरंडम खदान और नक्सल ऑपरेशन पर सरकार की तरफ तंज कसते हुए भाजपा सरकार पर तीखे तेवर दिखाए हैं।
पूर्व सीएम बघेल ने भोपालपटनम के रेस्ट हाउस पहुंचकर पहले कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों से मुलाक़ात की। उसके बाद धुर नक्सल प्रभावित गांव कुचनूर के कोरंडम खदान पहुंचकर खदान के खनन स्थान को देखा और कहा कि बिना ग्राम सभा के काम शुरू किया जा रहा है, जहां बफर जोन में तेंदूपत्ता तुड़ाई पर पाबंदी है, वहां खदान शुरू किया जा रहा है। बस्तर में भाजपा सरकार लूट की नीयत से खदानों को साहूकारों को देकर खुदाई कर भोले भाले आदिवासियों का हनन कर रही है।
बघेल ने कहा कि नक्सल मुक्त गांवों को एक करोड़ की योजना अव्यवहारिक है, क्योंकि इससे ग्रामीणों और मुखियाओं को जान का खतरा हो सकता है।
कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में बघेल ने कहा कि मारे गए 31 नक्सलियों के शव इतने दिनों तक क्यों रखा गया, इसकी पूर्ण जानकारी नहीं दी गई। सरकारी कर्मचारियों को नक्सल मामले में जेल भेजा जा रहा है। यहां शासन नाम की कोई चीज नही है अधिकारों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
भाजपा सरकार की योजनाएं सिर्फ नारों और होर्डिंग्स में है। कांग्रेस सरकार में बनाई गई योजनाओं को भाजपा ने निरस्त कर दिया है, ऐसे में विकास की परिकल्पना कैसे की जा सकती है।
भूपेश ने कहा कि नक्सल कार्रवाई में सैकड़ों लोगों को जबरन फंसाया जा रहा है। एनआईए की धाराएं भी लगाई जा रही हैं, सैकड़ों आदिवासी जेल में हैं।
पुलिसिया कार्रवाई से डर कर लोग पलायन करने लगे हैं। दक्षिण बस्तर में असामान्य स्थिति बनी हुई है। एनआईए सिर्फ आंकड़े बताने के लिए गिरफ्तार कर रही है। आरोप साबित नहीं कर पा रही है। सरकार को सभी प्रकरण की जांच के लिए स्वतंत्र जांच टीम गठित किया जाना चाहिए। भाजपा की हर सरकार में आदिवासी पलायन करते हैं।