बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 दिसंबर। छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देशानुसार जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
जिले में पुरुषों की परिवार नियोजन में सहभागिता बढ़ाने एवं नसबंदी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से यह विशेष अभियान संचालित किया गया। कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन तथा सीएमएचओ डॉ. अमृत लाल रोहलेडर के निर्देशन में पूरे जिले में व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम एवं प्रचार-प्रसार गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस दौरान सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. लोकेश साहू ने पूरे अभियान की निगरानी की।
इस वर्ष पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का थीम ‘स्वस्थ एवं खुशहाल परिवार पुरुष सहभागिता से ही होगा यह सपना साकार’ रखा गया था, जिसके तहत जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पुरुषों को परिवार नियोजन के महत्व, नसबंदी की सुरक्षा एवं इसके लाभों की विस्तृत जानकारी दी गई।
अभियान के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग, सभी बीएमओ, बीपीएम, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों एवं मितानिनों ने घर-घर जाकर हितग्राहियों से संपर्क किया तथा पुरुष नसबंदी की सुरक्षित और सरल प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इनके प्रयासों से 22 पुरुष हितग्राहियों ने स्वेच्छा से नसबंदी ऑपरेशन के लिए सहमति दी और उनका पंजीयन किया गया।
4 दिसंबर को सभी 22 हितग्राहियों को जिला चिकित्सालय बेमेतरा में ऑपरेशन हेतु लाया गया, जहां विस्तृत स्वास्थ्य जांच के पश्चात 20 पुरुष हितग्राहियों का सफल नसबंदी ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन जिला सारंगढ़ से आए विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. एस.के. जायसवाल, डॉ. सत्य प्रकाश कोसरिया तथा जिला चिकित्सालय बेमेतरा की अनुभवी चिकित्सा टीम द्वारा सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया।
सभी 20 हितग्राहियों के सफल ऑपरेशन के बाद उन्हें आवश्यक चिकित्सीय देखभाल उपलब्ध कराई गई। जिला अस्पताल की टीम तथा चिकित्सा अधिकारियों की निगरानी में सभी लाभार्थी पूर्णत: स्वस्थ पाए गए और उन्होंने संतुष्टि व्यक्त की। शासन की ओर से प्रत्येक पुरुष हितग्राही को निर्धारित 3000 प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। परिवार नियोजन में पुरुषों की बढ़ती जागरूकता का संकेत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के सफल संचालन से यह स्पष्ट होता है कि जिले में पुरुषों की परिवार नियोजन के प्रति सोच सकारात्मक हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, मितानिनों और बीएमओ की सक्रियता से लोगों में जागरूकता बढ़ी है और नसबंदी से जुड़े मिथक व भ्रांतियाँ काफी हद तक दूर हुई हैं। बेमेतरा जिले में इस अभियान की सफलता न केवल स्वास्थ्य विभाग के संगठित प्रयासों का परिणाम है, बल्कि स्वस्थ और खुशहाल परिवार निर्माण की दिशा में पुरुषों की बढ़ती सहभागिता का भी प्रतीक है।


