बस्तर

झीरम में शहीद नेताओं सहित पुलिस जवानों को शहर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि
25-May-2021 8:57 PM
 झीरम में शहीद नेताओं सहित पुलिस जवानों को शहर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 25 मई । कोविड-19 के दिशा निर्देशों और गाइडलाइन का पालन करते हुए  शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा स्थानीय कांग्रेस भवन महेंद्र कर्मा चौक व शहीद स्मारक में गरिमा व सादगी के साथ झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाया।

 झीरम हमले में शहीद नेताओं की शहादत को याद कर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा, संससदीय सचिव व विधायक रेखचन्द जैन, क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार,   महापौर सफीरासाहू,सभापति कविता साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व स्थानीय पदाधिकारियों सहित सेवादल,महिला कांग्रेस,युवा कांग्रेस व एनएसयूआई सहित प्रकोष्ठों व विभागों के पदाधिकारियों की उपस्थिति में शहीद नेताओं, सुरक्षा जवानों और अन्य शहीदों के छायाचित्र में माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

तत्पश्चात उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि 25 मई 2013 को दिग्गज कांग्रेस नेता परिवर्तन यात्रा के काफिले को लेकर सुकमा से लौट रहे थे, उस दौरान एक बड़े घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में माओवादी इस घाटी में घात लगाकर बैठे थे जैसे ही कांग्रेस का काफिला दरभा के झीरम घाटी में पहुंचा, उसी दौरान माओवादियों ने घटनाक्रम को अंजाम दिया, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सहित 29 लोग शहीद हुए थे। इस विभत्स हत्याकांड में कांग्रेस ने अपनी पहली पंक्ति के नेताओं को खोया था। उनके त्याग तपस्या व बलिदान को याद कर उनके बताये मार्ग पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी, हम उन्हें शत् शत् नमन करते हैं।

संसदीय सचिव और विधायक रेखचन्द जैन ने कहा कि लाल आतंकी ऐसी हिंसा जिसने छत्तीसगढ़ी नहीं देश को हिला कर रख दिया था वह घटना है झीरम घाटी की, जहां आज ही के दिन माओवादियों ने ऐसा खूनी खेल खेला था जिसमें बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा सहित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेता एवं पुलिस जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, वह मंजर आज भी दिलो-दिमाग में एक भयावह दृश्य की तरह बसा हुआ है। कांग्रेसी होने के नाते मैं खुद परिवर्तन यात्रा में शामिल था। एक झटके में कांग्रेस ने अपने कई कद्दावर नेताओं को खो दिया था। कांग्रेस ने उस घटना में बहुत बड़ी कीमत चुकाई, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। प्रदेश के शहीद दिवंगत नेताओं के अधूरे कार्यों को पूरा करना ही कांग्रेस का लक्ष्य है।

 महापौर सफीरा साहू, सभापति कविता साहू ने कहा कि झीरम घाटी नरसंहार की आज 8वीं बरसी है। आज ही के दिन हमारे बस्तर सहित प्रदेश के कई कद्दावर नेता शहीद हुए थे, जिन्होंने पार्टी और प्रदेश के लिए सेवा भाव से राजनीति में प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अपने आप को स्थापित किया था। दिवंगत नेताओं ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार की पुन: वापसी तथा सत्ता परिवर्तन के लिए जो मेहनत और परिश्रम किया था जिसकी बदौलत छत्तीसगढ़ में खुशहाली है प्रदेश के दिवंगत नेताओं के त्याग तपस्या और बलिदानों को याद कर जनहित में सेवाभाव की राजनीति कर प्रदेश की अमन शांति व तरक्की के लिए अपना कर्तव्य व दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करें, यही उन्हें हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।


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