बलौदा बाजार

ओमकार अस्पताल प्रकरण: प्रेस क्लब ने की एफआईआर की मांग, 7 दिन में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
24-Dec-2025 9:43 PM
 ओमकार अस्पताल प्रकरण: प्रेस क्लब ने की एफआईआर की मांग, 7 दिन में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 दिसम्बर।
बलौदाबाजार प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने 23 दिसंबर को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ओमकार हॉस्पिटल, डॉ. वसीम रजा, ऋषि शुक्ला और आशीष शुक्ला के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने तथा नर्सिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। प्रेस क्लब ने प्रशासन से सात दिन के भीतर कार्रवाई की मांग की है। प्रेस क्लब के अनुसार, निर्धारित समय सीमा में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।

प्रेस क्लब द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में अस्पताल प्रबंधन और संबंधित व्यक्तियों पर कई आरोप लगाए गए हैं। ज्ञापन के अनुसार, डॉ. वसीम रजा पर यह आरोप लगाया गया है कि शासकीय जिला अस्पताल में पदस्थ रहने के दौरान उन्होंने वहां आने वाले मरीजों को निजी अस्पताल ओमकार हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा। प्रेस क्लब का कहना है कि यह सरकारी सेवा नियमों के उल्लंघन का मामला है।

ज्ञापन में मरीज शंभू पटेल का हवाला देते हुए आरोप लगाया गया है कि उसे गलत चिकित्सकीय जानकारी दी गई, अस्पताल में रोका गया और परिजनों पर भुगतान का दबाव बनाया गया। यह भी आरोप लगाया गया है कि विरोध करने पर परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया।

प्रेस क्लब ने एक अन्य मामले का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया है कि वेंटिलेटर पर भर्ती मरीज को ले जा रही एंबुलेंस को कथित रूप से रोका गया तथा परिजनों को कथित तौर पर धमकाया गया। ज्ञापन के अनुसार, इस दौरान मरीज और परिजनों पर पत्रकारों के खिलाफ बयान देने का दबाव भी बनाया गया। प्रेस क्लब का दावा है कि इ

स पूरे घटनाक्रम से संबंधित लगभग 22 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग उनके पास उपलब्ध है, जो सोशल मीडिया पर भी प्रसारित हो रही है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पूर्व में पत्रकारों के विरुद्ध कथित रूप से झूठी शिकायतें दर्ज कराने का प्रयास किया गया। प्रेस क्लब के अनुसार, इससे पहले भी ओमकार हॉस्पिटल से जुड़े मामलों की जांच हो चुकी है, जिनमें रायपुर निवासी मोहनलाल अग्रवाल, बसंतपुर निवासी गोरेलाल पटेल और गिरौधपुरी निवासी राधेलाल पटेल के प्रकरण शामिल हैं। प्रेस क्लब का कहना है कि इन मामलों में जांच के बावजूद अब तक कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई है।

प्रेस क्लब ने प्रशासन से मांग की है कि सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच कर संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए। प्रेस क्लब ने कहा है कि यदि सात दिनों के भीतर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तो वह आंदोलन का रास्ता अपनाएगा।


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