बलौदा बाजार

कारोबारियों ने श्रम विभाग की टीम पर सर्वे के बहाने अवैध वसूली के लगाए आरोप
25-Oct-2025 4:15 PM
कारोबारियों ने श्रम विभाग की टीम पर सर्वे के बहाने अवैध वसूली के लगाए आरोप

व्यापारी संगठन करेगा कलेक्टर से शिकायत, विभाग ने आरोपों से किया इंकार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 25 अक्टूबर। बलौदाबाजार के व्यापारियों ने श्रम विभाग की टीम पर कार्यस्थलों में महिला सुरक्षा समिति के गठन के नाम पर सर्वे के दौरान अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं।

जानकारी के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से श्रम विभाग की टीम लेबर इंस्पेक्टर रामचरण कौशिक के नेतृत्व में शहर के विभिन्न बाजारों और दुकानों में निरीक्षण कर रही थी। यह कार्रवाई महिला कर्मचारियों के कार्यस्थलों पर यौन उत्पीडऩ निवारण समिति के गठन के संबंध में की जा रही थी।

व्यापारियों का कहना है कि टीम ने दुकानों में पहुंचकर जांच के दौरान कागजातों में कमी बताई और कार्रवाई का भय दिखाकर 5,000 से 10,000 रु. तक वसूले। कुछ व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने त्योहार की भीड़ के कारण कार्रवाई से बचने के लिए पैसे दिए।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल भट्टर ने बताया कि टीम हमारी दुकान पर भी पहुंची थी। जब मेरे पुत्र ने फोन पर बात कराई तो एक अधिकारी ने कहा कि ‘बच्चन के लिए कुछ पटाखे दे दो’। यह घटना केवल मेरी नहीं, बल्कि आधे बाजार की कहानी है।

रेडीमेड व्यवसायी संदीप हबलानी ने बताया कि जब दुकान में ग्राहकों की भीड़ थी, उसी समय अधिकारी आए और कहा कि समिति नहीं बनाई तो कार्रवाई होगी। 10,000 मांगे गए, मैंने 5,000 देकर पीछा छुड़ाया।

लेबर इंस्पेक्टर रामचरण कौशिक से ‘छत्तीसगढ़’ ने मोबाइल पर इस संबंध में बात की। उन्होंने कहा, आयोग से निर्देश आया था कि महिला कर्मचारी वाले संस्थानों में छह सदस्यीय टीम बनाई जाए, उसी के लिए दुकानदारों के पास गए थे। वसूली के आरोपों पर उन्होंने कहा, दुकानदारों ने स्वेच्छा से दिवाली गिफ्ट के रूप में पैसे दिए हैं। जब उनसे पूछा गया कि शासकीय कार्यवाही में पैसे लेना कितना उचित है, तो उन्होंने कहा, आप ऑफिस आ जाइए, बैठकर बात कर लेते हैं।

वहीं श्रम अधिकारी सुरेश कुमार ने कहा, अगर किसी ने स्वेच्छा से पैसे दिए हैं तो हम क्या करें? आयोग ने सर्वे का आदेश दिया था। अगर किसी को शिकायत है, तो वह कार्यालय में आकर लिखित रूप में दे सकता है।

व्यापारी संगठन की प्रतिक्रिया

चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष जुगल भट्टर ने कहा कि व्यापारियों की शिकायतें एकत्र की जा रही हैं और जल्द ही प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से मुलाकात करेगा।वरिष्ठ व्यापारी बद्री केसरवानी ने कहा कि दिवाली से पहले की भीड़ ही पूरे साल की कमाई तय करती है। ऐसे समय में विभागीय जांच अभियान से व्यापारियों को परेशानी हुई है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुमित्रा धृतलहरे ने कहा, कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा के नाम पर किए जा रहे इस सर्वे ने प्रशासन की नियत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिवाली की भीड़ के बीच दुकानों में वसूली का यह अभियान उचित नहीं है।


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