बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 18 जुलाई। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर भाटापारा में 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है।
विश्व शांति महायज्ञ विधान के तीसरे दिन भगवान वासु पूज्य की भगवान की प्रतिमा का अभिषेक एवं शांति धारा संपन्न की गई। शांति धारा का सौभाग्य विनोद कुमार मोदी एवं नवीन कुमार गदीया को प्राप्त हुआ।
मंडप में भगवान के समक्ष 32 अर्ध समर्पित किए गए। बाल ब्रह्मचारी अंकित भैया भिलाई एवं ब्रह्मचारी राजकुमार भैया पाटन के सानिध्य में धर्म की गंगा बह रही है। नेवरा जैन समाज की महिला मंडल विधान में भाग लेने के लिए भाटापारा पधारे, पूरे महिला मंडल ने अष्ट द्रव्य की थाल सजाकर भगवान के समक्ष समर्पित की।
बाल ब्रह्मचारी अंकित भैया ने बतलाया कि सिद्धों की आराधना का यह महापर्व है, नंदीश्वर दीप में हम मनुष्य नहीं जा सकते हैं, लेकिन नंदीश्वर दीप में आज सारे देव इक_े होकर चारों दिशाओं में भगवान की पूजा-अर्चना 24 घंटे करते हैं।
सिद्ध चक्र महामंडल की महिमा बताते हुए उन्होंने बताया, श्रीपाल मैना सुंदरी की कथा बताई कि कैसे श्रीपाल को पूरे शरीर में कोढ़ हो गया था, जिससे पूरा शरीर से इतनी बदबू आती थी कि कोई उनके पास तक नहीं जाता था। मैना सुंदरी ने एक आचार्य मुनि महाराज से इस कष्ट के बारे में जाना, तब महाराज ने उन्हें बताया की पूर्व जन्म में जो कर्म किए थे मुनि निंदा की थी। उसके कारण इन्हें यह फल भोगना पड़ रहा है।
अगर आप सिद्ध चक्र मंडल महा विधान का आयोजन कर विधान करवाते हैं, और भगवान का गंदोधक उनके शरीर पर लगाते हैं तो उससे उन्हें कुछ लाभ मिल सकता है।
बाल ब्रह्मचारी अंकित भैया की मधुर वाणी में प्रतिदिन कार्यक्रम संपन्न हो रहे हैं। समस्त जैन समाज भाटापारा की पूर्ण लाभ ले रही है। रात्रि में तीन लोक के नाथ की मंगल आरती की गई। आचार्य भगवन विद्यासागर जी महाराज एवं मुनि चिन्मय सागर महाराज जंगल वाले बाबा की मंगल आरती की गई, एवं सिद्ध चक्र महामंडल की मंगल आरती की गई। आरती के पश्चात बाल ब्रह्मचारी अंकित भैया के माध्यम से शास्त्र वाचन किया गया।