बलौदा बाजार

नहीं मिली बाईपास को मंजूरी, भीड़ से आए दिन लगता है जाम
27-Dec-2023 7:14 PM
नहीं मिली बाईपास को मंजूरी, भीड़ से आए दिन लगता है जाम

6 साल पहले प्रशासन को भेजा गया था प्रस्ताव, संशोधन के बाद लौट आई फाइल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 27 दिसंबर। नगर में बाईपास बनाने का सपना 6 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है। डेढ़ साल पहले भी स्वीकृति के लिए प्रोजेक्ट भेजा गया था, जिसे अधिकारी स्वीकृत नहीं कर पाए। बाईपास नहीं होने से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है।

बताया जाता है कि 6 साल पहले ही इस योजना को स्वीकृत मिली थी मगर मंत्रालय से मात्र अनुमति पत्र लेने के लिए प्रयास नहीं किया गया। मिनी बाईपास के लिए होने वाले खर्च के लिए 2017 में 5 करोड़ 87 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृत स्वीकृत भी मिल चुकी थी। पूर्व में यह मिनी बाईपास जो यहां से लेकर सोनपुरी गांव से शहर की ओर जुड़ा रहता था मगर विसंगतियों के चलते तत्कालीन कलेक्टर जेपी पाठक ने इस मिनी बायपास के रूट को परिवर्तन कर इसे पंचशील नगर तक जाने वाले कलेक्टरेट रोड के आखिरी छोर से पुराना बस स्टैंड के लटुवा रोड पूर्व विधायक बंसराज तिवारी के मकान तक बनाने का प्रस्ताव मंत्रालय को भेजने के निर्देश लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदाबाजार अधिकारियों को दिए थे। इसके बाद फाइल मंत्रालय को भेज कर दोबारा कोई सुध नहीं ली गई और शासन की स्वीकृति के प्रभाव में इस बजट में कार्य भी विलोपित हो गया और कार्य के लिए स्वीकृत राशि भी हाथ से चली गई। फाइल भी लौट आई।

दोबारा प्रस्ताव भेजने के बाद इंतजार ही करते रहे

अधिकारी 6 साल बीत जाने के बाद भी इसके लिए स्थल परिवर्तन के लिए मंत्रालय से अनुमति के आदेश नहीं ला पाए हैं। फिर से नए बजट में जुड़वाने हेतु डेढ़ साल पहले तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा 2.4 किलोमीटर लंबाई तथा 7.5 मीटर चौड़ाई के साथ नए मार्ग का प्रस्ताव भेजा गया था। स्वीकृति का इंतजार करते रहे।

नई सरकार को भी भेजा जाएगा प्रोजेक्ट

सहायक मानचित्रकार गोविंद ठाकुर का कहना है कि प्रस्ताव को पिछली सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा गया था। क्योंकि विलंब के चलते बजट लगभग 10 करोड़ के ऊपर का हो गया था। इस समय बड़े कामों को स्वीकृति नहीं मिल पा रही थी। प्रोजेक्ट भी अस्वीकृत कर वापस आ गया। नहीं सरकार को फिर भेजा जाएगा।

सभी योजनाओं पर काम होगा -टंक राम वर्मा

कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन को मिनी बायपास सहित क्षेत्र की महत्वपूर्ण योजनाएं प्रोजेक्ट की सूची तैयार करने के लिए कहा गया है। जो भी योजनाएं सामने लाई जाएगी उन्हें प्राथमिकता के साथ पूरा कराया जाएगा।

जल्दी ली जाएगी प्रशासन से स्वीकृति-जिला प्रशासन

जिला प्रशासन ने कहा कि मिनी बाइक का क्षेत्र वासियों के लिए बड़ी सौगात के रूप मे होगा। मंत्रालय से जल्द ही स्वीकृति पत्र प्राप्त कर निर्माण कार्य के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिया जाएगा।

मिनी बाईपास से फायदा होगा

मुख्य मार्ग पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक सहित कुल 14 निजी बैंक हैं। प्रतिदिन दर्जन भर स्कूलों के छात्रों की भीड़ और बसे मुख्य मार्ग से ही होकर गुजरती है। तहसील कार्यालय जनपद कार्यालय संयुक्त जिला कार्यालय जिला पंचायत कार्यालय के दर्जनों कार्यालय जाने वालों की भीड़ भी शहर की मात्रा 3 किलोमीटर लंबे मार्ग से ही होकर जाती है। फुट कॉरपोरेशन आफ इंडिया का वेयर हाउस भी इसी मार्ग पर है। इसकी बड़ी-बड़ी ट्रैकों पर नो एंट्री का नियम लागू नहीं होता ये ट्रैके बेधडक़ सडक़ों पर दौड़ती रहती है। सडक़ों के दोनों और कई व्यावसायिक परिसर नर्सिंग होम और अस्पताल हैं। जिसकी वजह से शहरवासी हो या बाहर से आने वाले ग्रामीण सभी का आवागमन इसी रास्ते से होता है।

मिनी बाईपास बन जाने के बाद मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा शहर वासियों को ध्वनि प्रदूषण वायु प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।


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