बलौदा बाजार
नेशनल लोक अदालत में 8061 मामलों का निराकरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,18 दिसंबर। जिले के सभी जिला न्यायालय एवं तहसील न्यायालय में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया है।
जिला न्यायालय बलौदाबाजार व्यवहार न्यायालय भाटापारा कसडोल सिंमगा एवं राजस्व न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत के लिए 12 खंडपीठ का गठन किया गया था तथा राजस्व न्यायालय हेतु 13 खंडपीठ का गठन किया गया।
परिवार न्यायालय बलौदाबाजार हेतु एक खंडपीठ जिला न्यायालय हेतु छह तहसील न्यायालय भाटापारा हेतु तीन तथा तहसील न्यायालय कसडोल सिंमगा हेतु एक-एक खंड पीठ का गठन किया गया था। नेशनल लोक अदालत में 1311 न्यायालय प्रकरण तथा 6750 प्रीलिटिगेशन प्रकरण निराकृत हुए। समझौता राशि 61 करोड़ 10 लाख 14 हजार 810 रुपए रहा। राजस्व न्यायालय के कुल 4565 प्रकरण निराकृत हुए हैं। परिवार न्यायालय में पति-पत्नी के बीच हुआ समझौता एक साथ दांपत्य जीवन का निर्वहन किया जाने अपने घर गए।
2 साल की बालिका को अब पिता का भी मिलेगा प्यार
परिवार न्यायालय में पत्नी एवं दो वर्ष की नाबालिक बालिका द्वारा अपने पति पिता से भरण पोषण के लिए प्रकरण प्रस्तुत किया था। पत्नी द्वारा अपने पति से तलाक लिए जाने का भी एक अन्य प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया था। वैवाहिक जीवन से उनकी एक दो वर्ष की नाबालिग पुत्री है। नाबालिग पुत्री अपनी माता के साथ पिता के से अलग रहती थी। विवाह वर्ष 2021 में हुआ था। नाबालिग पुत्री एवं दंपत्ति जीवन को देखते हुए खंडपीठ की पीठासीन अधिकारी एवं अधिवक्ता सदस्य के समझाइए दिए जाने पर पति-पत्नी एक साथ रहना बिना किसी डर दबाव के स्वीकार किए जाने पर उसका प्रकरण राजीनामा के आधार पर समाप्त किया गया। दो साल की बच्ची को राजीनामा होने से अब माता के साथ पिता का प्यार भी मिलेगा।
परिवार न्यायालय में पत्नी ने अपने पति के खिलाफ भरण पोषण का मामला प्रस्तुत किया था। उसका विवाह हुए 30 साल हो गए थे। उसके तीन बच्चे हैं। चार-पांच सालों से पति-पत्नी के मध्य पारिवारिक विवाद होने से अलग रह रहे थे। लोक अदालत में राजीनामा के संबंध में समझाइश देने पर पति-पत्नी एक साथ पुन: दंपति जीवन निर्वाह करने के लिए बिना किसी डर दबाव के राजी खुशी सहमति दिए। जिस पर पत्नी के द्वारा दर्ज कराया गया मामला राजीनामा के आधार पर समाप्त किया गया, साथ ही दंपत्ति को पौधा देकर उसके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।


