बलौदा बाजार

बायपास मार्ग होने और दिन में नो एंट्री की पाबंदी का असर नहीं
17-Dec-2023 7:36 PM
बायपास मार्ग होने और दिन में नो एंट्री की पाबंदी का असर नहीं

नगर के भीतर से गुजर रहे भारी वाहन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 17 दिसंबर। जिला मुख्यालय होने के बावजूद नगर के भीतर यातायात व्यवस्था चरमरा गई है, जिससे सदैव हादसे का खतरा मंडराता नजर आता है।

शहर के भीतर मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम करने के लिए प्रशासन द्वारा सुबह 6 से लेकर रात्रि 10 बजे तक भारी वाहनों के नगर के भीतर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है, लेकिन शहर के मध्य स्थित स्टेट वेयरहाउस गोदाम के लिए खाद्यान्न सामग्री के परिवहन के लिए 100 से अधिक भारी वाहनों को छूट प्रदान करने से नो एंट्री औचितहीन बनकर रह गई है।

इसी तरह नगर वासियों की मांग एवं प्रशासन की पहल पर नगर के भीतर यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से वर्षों पूर्व बायपास मार्ग का निर्माण कराया गया था लेकिन बायपास मार्ग होने के बावजूद प्रशासन द्वारा रात्रि में 10 बजे से लेकर सुबह तक भारी वाहनों को नगर के भीतर से होकर गुजरने की खुली छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। जिससे रात्रि होते ही नगर के भीतर बड़ी संख्या में गुजरने वाले भारी वाहनों से नगर में प्रदूषण फैलने के साथ सडक़ हादसे का अंदेशा बना रहता है, वहीं सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले नगर वासियों को प्रदूषण युक्त माहौल के कारण उनकी सेहत पर असर पड़ता है।

नगर वासियों की मंशा सीडब्लूसी टाउनशिप शहर से बाहर हो

नगर की बढ़ती आबादी और विकास कार्यों के चलते स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन द्वारा दो दशक पूर्व नगर में बनाया गया गोदाम वर्तमान समय में मुख्य मार्ग पर स्थित है। उक्त गोदाम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान्न की आपूर्ति नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में की जाती है। यहां से खाद्यान्न सामग्री लाने तथा भेजने के लिए प्रशासन द्वारा 100 से अधिक भारी वाहनों को प्रतिबंधित समय में शहर के भीतर आने जाने की छूट दी गई है। इससे नगर के भीतर भारी वाहनों के प्रवेश पर घोषित प्रतिबंध औचित्यहीन बनकर रह गया है। गौरतलब है कि सामग्री लेकर यहां पहुंचने वाली भारी वाहनों के कतार में लगाकर मुख्य मार्ग पर घंटे खड़े रहने से आवागमन बाधित हो रहा है। इस बारे में नगर वासियों द्वारा लगातार उक्त गोदाम को शहर से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है।

भारी वाहनों का प्रबंध जरूरी

नगरवासियों की मांग पर भूमि अधिग्रहण व सडक़ निर्माण पर करोड़ों खर्च कर शासन द्वारा जिस मंशा से बायपास मार्ग का निर्माण कराया गया था। उस पर प्रशासनिक निर्णय के चलते पानी फिरता नजर आ रहा है। बायपास मार्ग निर्माण पूर्ण होने के वर्षों बाद भी दिन के समय तो भारी वाहन बायपास मार्ग से होकर गुजरती है। लेकिन रात होते ही बायपास मार्ग को छोडक़र भारी वाहन शहर के भीतर से होकर मुख्य मार्ग पर सरपट दौड़ती रहती है। जिसका मुख्य कारण प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के नगर प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने की बजाय छूट देकर रखे जाने वाला निर्णय है।


अन्य पोस्ट