बलौदा बाजार

धान खरीदी का पहले दिन 106 केंद्रों में बोहनी नहीं
02-Nov-2023 3:19 PM
धान खरीदी का पहले दिन 106 केंद्रों में बोहनी नहीं

60 केंद्र्रों में 8000 क्विंटल धान की खरीदी 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 नवंबर।
जिले में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हो गई है। पहले दिन जिले के कुल 166 खरीदी केंद्रों में से 106 धान खरीदी केंद्रों में बोहनी तक नहीं हुई है। वहीं सिर्फ 60 उपार्जन केंद्रों में मात्र 8 हजार 250 क्विंटल धान बिक्री के लिए पहुंचा टोकन कटवाने के लिए पिछले साल कतारे लगी थी। मगर इस बार गिनती के किसान ही पहुंच रहे है। जिले के 1लाख 59 हजार पंजीकृत किसानों में से पहले दिन धान बेचने के लिए महज 194 किसानों ने टोकन कटाया था। वहीं दूसरे दिन 10 हजार क्विंटल धान बेचने के लिए 347 किसान ही टोकन कटवाने पहुंचे।

जिले के 129 सरकारी सेवा समितियां के माध्यम से 166 खरीदी केंद्रों में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है। धान खरीदी के पहले दिन जिले के 66 उपार्जन केंद्रो में ही किसान धान बेचने पहुंचे। वहीं जिले के 106 खरीदी केंद्रो में बोहनी तक नहीं हुई। इस बार धान खरीदी के लिए प्रदेश सरकार ने 17 फीसदी नमी तय की है। किसानों के धान में औसत वर्षा है 15 फीसदी के करीब नमी मिली 31 जनवरी तक खरीदी होगी।

जिला खाद्य अधिकारी विमल दुबे ने बताया कि इस बार जिले के 1लाख 59 हजार 855 पंजीकृत किस समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचेंगे। इस बार पतले धान का मूल्य 2103 रुपए है, तो मोटा धान का मूल्य 2183 रुपए तथा मक्का 2090 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। इन्हीं मूल्य पर खरीदी की जानी है। भविष्य में धान की बंपर आवक की उम्मीद है।

प्रतिवर्ष पड़ोसी राज्य ओडिशा से कई धान छत्तीसगढ़ में अवैध तरीके से बिचौलियों द्वारा ले जाते हैं जिसे रोकने के लिए दर्जन भर से अधिक जांच चौकिया राज्य सहित जिले की सीमाओं पर भी स्थापित किए गए हैं। पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अवैध परिवहन पर पूरी नजर बनाए हुए हैं।

कर्ज माफी का इंतजार भी कर रहे हैं किसान

विधानसभा चुनाव होने के चलते कई किसानों का कहना है कि किसी की भी सरकार बने इस बार कर्ज माफी होगी इसलिए हम सरकार बनने के बाद ही धान बेचेंगे। यही वजह है कि खरीदी केंद्रो में पहले दिन बहुत ही कम संख्या में किसान पहुंचे। कई केंद्रो में तो सन्नाटा पसरा रहा। खरीदी केंद्रों में तैयारी पूरी होने का दवा तो किया जा रहा है, लेकिन वास्तविक स्थिति खरीदी के दौरान ही सामने आएगी। धान खरीदी के पहले दिन कई धान खरीदी केंद्रों में मोहनी भी नहीं हो सकी।

अभी मिंजाई में भी लगेगा समय

जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा ने बताया कि मानसून आने में हुई देरी की वजह से किसानों को बोनी रोपाई के साथ-साथ अब मिजाई करने में भी समय लगेगा इसी वजह से पहले दिन काम खरीदी हुई।
 


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