बलौदा बाजार

जिले में अब तक नहीं है नर्सिंग-संगीत महाविद्यालय और स्पोर्ट्स एकेडमी
01-Nov-2023 7:27 PM
जिले में अब तक नहीं है नर्सिंग-संगीत महाविद्यालय और स्पोर्ट्स एकेडमी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 1 नवंबर। छत्तीसगढ़ राज्य बने 23 साल पूरे हो चुके हैं, बावजूद बलौदाबाजार जिले के खाते में विकास जरा कम ही आया है। जबकि यहां के कई नेताओं को मंत्री का दर्जा प्राप्त रहा।

पशु चिकित्सालय महाविद्यालय, नर्सिंग कॉलेज, संगीत महाविद्यालय, स्पोर्ट्स अकैडमी जैसे आवश्यकताओं के लिए जिला आज भी तरस रहा है। जिले में हो रही अधिकांश चोरी के प्रकरणों में नाबालिगों की संलिपता सामने आ रही है, इसके बावजूद एक भी बाल सुधार गृह तक नहीं पहुंच पाया है।

जिला बनने के बाद विकास को कुछ गति मिली

राज्य बनने से 2012 तक क्षेत्र को कोई विशेष लाभ नहीं मिला था, पर 2012 जनवरी में जिला निर्माण जैसी उपलब्धि ने क्षेत्र के विकास को एक नई दिशा दे दी। जिले के सभी 45 विभाग जिनके लिए लोगों को रायपुर जाना पड़ता था यही प्रारंभ हो गए। सडक़े, बाईपास, स्टेडियम बने, कॉलेज खुले, जलवर्धन योजना के तहत पाइपलाइन बिछी। जिला बनने के बाद लोगों की उम्मीदें भी बढ़ गई है।

हाईटेक बस स्टैंड का भी है इंतजार

मेडिकल कॉलेज बलौदाबाजार जिले में परंपरागत शिक्षा का ही प्रसार हुआ है लेकिन तकनीकी और रोजगारोनमुखी शिक्षा व्यवस्था पर किसी सरकार में ध्यान नहीं दिया और नहीं यह उनकी प्राथमिकता में रहा। हाल के ही में दोनों में छोटे-छोटे जिलों को भी मेडिकल कॉलेज की सौगात वर्तमान सरकार ने दी है किंतु बलौदाबाजार जिला को उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा।

जिला उपभोक्ता न्यायालय

इसके लिए सदस्यों की घोषणा हो गई है मगर न्यायालय शुरू नहीं हो पाई है आज भी उपभोक्ताओं को रायपुर में अपील कर अनुतोष प्राप्त करना पड़ रहा है।

हाईटेक बस स्टैंड

प्रशासनिक उदासीनता और दमदार राजनीतिक नेतृत्व के अभाव में शहर में हाईटेक एक बस स्टैंड निर्माण का प्रस्ताव ठंडे बस्ती में चला गया है आज भी 37 साल पूरे पुराने बस स्टैंड पर निर्भर है।

व्यवस्थित चौपाटी चाहिए

शहर के मुख्य मार्ग के दोनों और फास्ट फूड की दुकान लगती हैं क्योंकि नगर में बन रही चौपाटी 9 सालों में भी पूरी नहीं हो पाई है। शहर में एकमात्र सिनेमा हाल है। शहर में नहीं ऐसा कोई शॉपिंग मॉल भी नहीं है नहीं बाग बगीचे जहां चौपाटी की जरूरत है।


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