बलौदा बाजार
दशरमा कांजी हाउस में 2 माह में दर्जन भर मवेशियों की मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 अक्टूबर। जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत दशरमा के कांजी हाउस में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करते कई मवेशी दिखे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता की नजर रास्ते से गुजरते वक्त इन मवेशियों पर पड़ी तो कांजी हाउस की पूछ परख ली और पड़ताल करने से पता चला कि बिना किसी शेड व छांव के कडक़ती धूप के नीचे 40 से 50 मवेशियां जीवन और मौत के बीच संघर्ष करती दिखीं, जहां एक गाय मौत की अंतिम सांस लेती हुई दिखाई दी, जिसके ऊपर सैकड़ों की संख्या में चींटियां चढ़ी हुई थी और उन्हें काट रही थी।
लगभग 1600 आबादी वाले इस गांव के सचिव, सरपंच, कांजी हाउस संचालक आदि मौके पर कोई भी सुध लेने वाला जवाबदार व्यक्ति वहां नहीं दिखा। वहीं कांजी हाउस के बारे में पूछे जाने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि लगभग बीते 2 माह में 12 से 13 गायों की मृत्यु हो चुकी है, जिसे कांजी हाउस संचालक आदि सहित जवाबदार लोगों द्वारा ठिकाने लगाया जा चुका है।
बताया जाता है कि गांव के कांजी हाउस में गायों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। वहीं ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता ने जब गौठान को देखा तो मौके पर चारा-पानी की व्यवस्था सहित छांव के लिए टीन शेड की व्यवस्था भी नहीं थी। मवेशी खुले आसमान के नीचे तपती धूप में बैठे दिखे।
ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सरपंच, सचिव इस कांजी हाउस में झांकने तक नहीं आते। यह ग्राम पंचायत जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसके बावजूद उच्च अधिकारियों के किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं दिखती। सरपंच सचिव की निष्क्रिय कार्यप्रणाली के चलते अकारण ही मवेशी मर रहे हैं।
उक्त संबंध में जानकारी लेने ‘छत्तीसगढ़’ ग्राम पंचायत दशरमा के कार्यालय भवन पहुंचा तो वहां पूर्व की भांति पुन: ताला लटका मिला। जिस पर सचिव को मोबाइल से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, उसके बावजूद सचिव द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन से पूछे जाने पर उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए गंभीर गाय के इलाज के लिए एम्बुलेंस भेजने व जांचकर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही। वहीं जनपद पंचायत बलौदाबाजार के अतिरिक्त सीईओ योगेश वर्मा से मोबाइल से पूछे जाने पर जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की बात कही गई।
ग्राम पंचायत की सरपंच कौशिल्या अंगद यदु से भी मोबाइल द्वारा संपर्क किए जाने का प्रयास किया गया, किंतु उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर बता रहा था।


