बलौदा बाजार

139 शिक्षकों को पहले बताए गए स्कूल में लौटना होगा, नहीं तो होगा प्रमोशन रद्द
08-Sep-2023 5:54 PM
139 शिक्षकों को पहले बताए गए स्कूल में  लौटना होगा, नहीं तो होगा प्रमोशन रद्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 8  सितंबर।
जिन शिक्षकों ने अपनी मनपसंद जगह पर पोस्टिंग पाई और अब शासन ने उन्हें एकतरफा रद्द कर यह संदेश दे दिया है कि सिफारिश और धन-बल के बदौलत गैरकानूनी तरीके से अपनी पदस्थापना चाहे हुए स्थान पर नहीं करा सकते हैं। 

जिले के 317 शिक्षक प्रमोट किए गए, इन सभी की काउंसिलिंग की गई। इनमें 139 को कथित रूप से लेन देन कर मनचाहे स्कूल में पोस्टिंग दे दी गई, वहीं 178 शिक्षकों को उनकी मर्जी के बिना जरूरी मानकर स्कूलों में पोस्टिंग कर दी गई।

छग. स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव के आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने अवैध तरीके से पोस्टिंग कराने वाले भाटापारा ब्लॉक के 12, बलौदाबाजार 11, सिमगा 10, कसडोल 77, पलारी ब्लॉक के 28 शिक्षकों सहित कुल 139 शिक्षकों को यह नोटिस जारी कर दिया है कि दस दिन में ज्वाइनिंग नहीं करने पर प्रमोशन रद्द हो जाएगा। 

ज्ञात हो कि ऐसे स्कूल से अपना नाम हटवाकर दूसरी जगह पोस्टिंग करवा लिया गया जहां एक भी शिक्षक ही नहीं था। गनीमत रही कि सिमगा ब्लॉक के परसवानी में प्रमोशन के बाद शिक्षक मिल गया। यह स्कूल भी शिक्षकविहीन था। जिले का राजादेवरी शासकीय स्कूल जो बरसों से शिक्षकविहीन है। शिक्षकों के प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के लिए जो गाइडलाइन जारी की गई थी, उसमें शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय स्कूल पहली प्राथमिकता में थे।

कलेक्टर के एक फरमान ने शिक्षकों की नींद उड़ा दी। जिले में दो सौ से ज्यादा शिक्षकों के पीए, राजस्व और शिक्षा विभाग के ही दफ्तरों में अटैच थे और 10 से 5 बजे तक बाबूगिरी कर रहे थे। हफ्ते में दो दिन की छुट्टी भी मिल रही थी। 

कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों को आदेश जारी किया है कि वे गैर शिक्षकीय कार्य में संलग्न शिक्षकों को तत्काल मूल संस्था के लिए रिलीव करें। वहीं कलेक्टर के आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों से एैसे शिक्षकों की सूचीं बनाकर 3 दिनों के भीतर अपनी मूल संस्था में ज्वाइनिंग का आदेश जारी कर दिया है।


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