बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 अगस्त। सुहेला तहसील के ग्राम पडकीडीह से रवेली, रावन, सकलोर, हिरमी, मोहरा, कठिया, मोहरेंगा तक की खराब सडक़ को लेकर कई आंदोलन भी हुए निवेदन भी किया, कई बार प्रदर्शन तो चक्काजाम भी किया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई।
ग्रामीण ने बताया कि इस सडक़ के निर्माण की मांग को लेकर प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिया है। लेकिन प्रशासन ने कोई कारईवाई नहीं की। खास बात यह है कि इस रास्ते पर सीमेंट संयंत्रों के 100 से 150 ओवरलोड वाहनों का दिनभर आवागमन रहता है। साथ ही सैकड़ों की संख्या में निजी वाहन भी हर रोज यहां से आते जाते रहते हैं। अगर इस जर्जर सडक़ का निर्माण नहीं कराया गया तो कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस जर्जर सडक़ को जल्द से जल्द बनवाने की मांग की है। ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है। जिला पंचायत सदस्य अदिति बघमार ने कहा कि स्कूल आने-जाने के दौरान बच्चे और अस्पताल ले जाते वक्त गर्भवती महिलाएं कई बार सडक़ हादसों का शिकार हो जाती हैं, जबकि इससे पहले भी ग्रामीणों ने सडक़ बनवाने को लेकर चक्काजाम कर रायपुर तथा बलौदाबाजार कलेक्टर से शिकायत की थी, उस समय कलेक्टर ने अनुपूरक बजट में उक्त मांग को शामिल किये जाने की बात कही थी मगर मांग बजट में शामिल नहीं हो पाया।
पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल, जिला पंचायत सदस्य अदिति बघमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुहेला शिव कटारिया ने कलेक्टर चंदन कुमार से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा। सौंपे ज्ञापन में जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि पडकीडीह से मोहरेंगा तक की 45 किलोमीटर तक की जर्जर सडक़ का जल्द निर्माण किया जाए, ताकि रोज की परेशानी दूर हो। पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल ने कहा कि बीते कई सालों से पडकीडीह से मोहरेंगा तक की सडक़ें बहुत ज्यादा जर्जर हो चुकी हैं। पडकीडीह से मोहरेंगा तक की 45 किमी सडक़ पैदल चलने लायक नहीं बची।


