बलौदा बाजार

बाजार में पसरी गंदगी, वाहन पार्किंग पेयजल की व्यवस्था भी नहीं
15-Jul-2023 9:44 PM
बाजार में पसरी गंदगी, वाहन पार्किंग पेयजल की व्यवस्था भी नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 15 जुलाई। जिला मुख्यालय का एकमात्र सब्जी बाजार में अव्यवस्था का आलम है। बरसों से उपेक्षित इस बाजार के सब्जी विक्रेताओं के अलावा यहां पहुंचने वाले नगरवासी गंदगी, दुर्दशा, अव्यवस्था से परेशान हैं। यहां वाहन पार्किंग व पेयजल की व्यवस्था भी नहीं है।

 बाजार के अंतिम छोर पर वर्षों पूर्व निर्मित पूरी तरह जर्जर और अनुपयोगी हो चुकी सुलभ कांप्लेक्स पर भी अब कब्जा कर कुछ लोगों ने आवास बना लिया है। यहां पौनी पसारी योजना के तहत निर्मित शेड भी गंदगी से भरा हुआ है। बलौदाबाजार में वर्षों पुराना एक मात्र सब्जी बाजार है। जहां जिला मुख्यालय के लोगों के अलावा आसपास के गांवों के लोग सब्जी खरीदने हेतु पहुंचते हैं।

बाजार में स्थान का अभाव होने तथा सर्वत्र कीचडय़ुक्त गंदगी और संडाध के बीच दुकान एक सकरी सडक़ के दोनों और दुकान लगाकर बैठने मजबूर हैं, वहीं जब नगरवासी सब्जी क्रय करने पहुंचते हैं तो उनका सामान इस अव्यवस्था से होता है। पार्किंग की व्यवस्था न होने के चलते बहुत से लोग अपने वाहन अथवा बाइक लेकर इस सकरे स्थान पर आते हैं। इससे पूरे दिन जाम की स्थिति और अव्यवस्था का आलम रहता है, जबकि सब्जी विक्रेताओं के गुमटी के दोनों और गंदगी और संडाध पसरी हुई है।

यहां भी दिन-रात आवारा मवेशियों का डेरा लगा रहता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी ज्यादा बदतर हो चुकी है। दूर दराज से लोग पहुंचने पहुंचे लोगों के लिए पूरे बाजार में कहीं भी शौचालय अथवा पेयजल की व्यवस्था नहीं है।

पहंदा रोड से लगा एक सुलभ कांप्लेक्स पूरी तरह जर्जर हो चुका है। यहां दरवाजे शौचालय मूत्रालय की सीट सभी टूट-फूट चुकी है। जिसके चलते यहां कुछ लोगों ने अपना स्थाई बसेरा बना लिया है।

मटन मार्केट की वजह से भी अव्यवस्था

सब्जी बाजार से लगा हुआ खुला मटन मार्केट है, यहां पूरी तरह से गंदगी के बीच मटन व मुर्गों का विक्रय किया जाता है। इसकी वजह से उठने वाले दुर्गंध के अलावा आसपास एकत्र कचरे की सडऩ से आने जाने वाले लोगों को विशेषकर महिलाओं को अत्यंत त्रासदी के माहौल से गुजरना पड़ता है। वर्ष 2018 में ही सब्जी बाजार के समीप ही लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में मटन मार्केट की स्थापना पश्चात पूर्व कलेक्टर के निर्देश पर तथा सुविधाओं के साथ इस मई में प्रारंभ किया जाना था परंतु यहां कार्य भी लंबित पड़ा हुआ है।

जनप्रतिनिधियों ने नहीं की पहल

बलौदाबाजार के नगर पंचायत से पालिका का दर्जा मिलने तक 6 अध्यक्ष बन चुके हैं, परंतु किसी ने भी वर्षों पूर्व इस सब्जी बाजार को व्यवस्थित एवं सुविधाजनक बनाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया। अधिकाश जनप्रतिनिधियों की रूचि केवल सीसी रोड अथवा व्यवसायिक कांप्लेक्स निर्माण तक ही सीमित रही। इसके चलते वर्तमान में 40 हजार से अधिक जनसंख्या वाले इस जिला मुख्यालय के लोग आज तक सुव्यवस्था साफ-सुथरे सब्जी बाजार को तरस रहे हैं।

नवपदस्थ जिलाधीश से पहल की अपेक्षा

ऐसा नहीं कि सब्जी बाजार में विक्रेताओं के लिए स्थान की कमी है। यहां आज भी पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। पूर्व में प्राचीन कृषि उपज मंडी भवन के समीप 80 से 90 सब्जी विक्रेताओं के बैठने हेतु चबूतरा का निर्माण 12-13 वर्ष पूर्व कराया गया था, परंतु आज तक इसका आवंटन नहीं किया जा सका। वर्तमान में सडक़ पर लगे रहे सब्जी बाजार के पश्चिम दिशा एवं निर्मित चबूतरों के उत्तर दिशा की ओर बहुत बड़ा स्थान खाली पड़ा हुआ है, परंतु सफाई के अभाव में यहां गंदगी व कीचड़ व्याप्त है। यहां मवेशियों का डेरा लगा रहता है। यदि पुराने निर्मित चबूतरों के आवंटन के अलावा खाली पड़े स्थान पर नए चबूतरों का निर्माण कर दिया तो यहां सभी सब्जी विक्रेताओं को पर्याप्त स्थान उपलब्ध होने के साथ ही लोगों के पार्किंग हेतु व्यवस्था भी संभव हो सकेगी। यद्यपि पूर्व कलेक्टर रजत बंसल द्वारा इस दिशा में पहल प्रारंभ किया गया था, परंतु अल्प समय में ही उनका स्थानांतरण पश्चात इस योजना पर फिलहाल विराम लगा लगा हुआ है। जिला मुख्यालय के लोगों की अपेक्षा नवपदस्थ जिलाधीश चंदन कुमार से है। यदि वे इस पर संज्ञान लेकर पहल करें तो वर्षों से अभिशाप झेल रहे इस पुराने सब्जी बाजार का उद्धार संभव है।


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