बलौदा बाजार
हथबंद एटीएम में चोरी का 24 घंटे के भीतर पर्दाफाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 10 जुलाई। जिले के थाना ग्राम हथबंद मुख्य चौक में स्थित इंडिया वन एटीएम में चोरी की गई थी। एटीएम में रखे कुल 6,75,000 रुपये की चोरी हुई थी। एटीएम में कैश लोड करने वाले एजेंसी का कर्मचारी ही चोरी का मास्टरमाइंड निकला। एटीएम मशीन पासवर्ड एवं चाबी के माध्यम से एटीएम में रखा पूरा कैश चोरी किया गया था। घटना को तोडफ़ोड़ का रूप देने के लिए आरोपियों द्वारा एटीएम के पार्ट्स निकालकर बिखेर दिये थे। तीनों आरोपियों से चोरी का लगभग शत-प्रतिशत रकम 6,66,800 रूपये बरामद करने में सफलता मिली।
पुलिस के अनुसार 8 जुलाई को सुबह 5.50 बजे लगभग थाना हथबंद में मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना मिली कि ग्राम हथबंद मुख्य तिगड्डा चौक में स्थित इंडिया वन एटीएम में तोड़-फोड़ करने की सूचना मिली। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद सिंह के नेतृत्व में थाना हथबंद का पुलिस बल एवं साइबर सेल बलौदाबाजार की संयुक्त टीम तत्काल मौके पर पहुंची। घटनास्थल में एटीएम को पूरी तरीके से तोडफ़ोड़ करने से पूरा सामान बाहर निकला हुआ था।
साथ ही एटीएम अंदर रखे हुए सारे पैसे अज्ञात आरोपियों द्वारा चोरी कर लिया गया था। इसके अलावा आरोपियों द्वारा बहुत ही शातिर तरीके से अपनी पहचान छुपाने के उद्देश्य से एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोडक़र बाहर निकाल दिया गया था।
प्रथम दृष्टया देखने पर यह प्रतीत हो रहा था कि आरोपियों द्वारा रात्रि में ही अंधेरे का फायदा उठाकर एटीएम में तोडफ़ोड़ कर एटीएम में रखा सारा कैश निकाल कर फरार हो गए हैं। साथ ही घटना में एक से अधिक आरोपियों के शामिल होने का पूरा अंदेशा था, क्योंकि एटीएम को इस प्रकार से तोडऩा किसी एक अकेले आदमी के बस की बात नहीं।
रिपोर्ट पर थाना हथबंद में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 457,380 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। इस प्रकार एटीएम में तोडफ़ोड़ कर सारा कैश चोरी करने का अपनी तरह का यह पहला मामला था, जिसमें अज्ञात चोरों द्वारा बहुत ही शातिर तरीके से एटीएम का सारा पैसा निकाल कर फरार हो गए। चोरी करने की शातिराना तरीके का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि एटीएम में चोरी करने की किसी भी प्रकार की आवाज अथवा भनक भी किसी को नहीं लगी, जबकि यह एटीएम एक भीड़भाड़ वाले एवं ग्राम हथबंद के मुख्य चौक में स्थित है।
प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश यादव एवं एसडीओपी भाटापारा आशीष अरोरा के मार्गदर्शन में एटीएम में चोरी करने वाले आरोपियों कि धरपकड़ हेतु छानबीन कार्यवाही प्रारंभ की गई। एटीएम मशीन का सूक्ष्म निरीक्षण करने एवं एटीएम मशीन संबंधित विशेषज्ञों के बयान पर यह बात पता चली कि, इस तरह बिना मशीन को क्षति पहुंचाए, एटीएम मशीन से कैश निकालना, बिना एटीएम पासवर्ड एवं चाबी के संभव नहीं।
किसी व्यक्ति के पास यदि संबंधित एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी दोनों हो तभी वह एटीएम से इस तरह कैश निकाल सकता है। एटीएम में केवल तोडफ़ोड़ कर ही सारा पैसा निकालना किसी भी स्थिति में संभव नहीं है। इस बात की जानकारी होते ही यह पुख्ता सबूत मिल गया कि एटीएम चोरी में कैश लोड करने वाले एजेंसी के कर्मचारियों की ही मिलीभगत है।
समृद्धि इंटरप्राइजेज फर्म के माध्यम से इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड का काम किया जाता है। इस एजेंसी के तहत कार्य करने वाला प्रकरण का मुख्य आरोपी युवराज चंद्राकर काफी समय पहले से ही एटीएम का पैसा चुराने की योजना बना रहा था तथा मौके की ताक में था। सात जुलाई को एक्सिस बैंक रायपुर की शाखा से पैसा निकालकर ग्राम हथबंद स्थित इन इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड किया गया।
कैश लोड करने का कार्य और युवराज चंद्राकर एवं फर्म के एक अन्य कर्मचारी ऋ षभ द्वारा किया गया। इस एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी युवराज चंद्राकर के पास था। युवराज चंद्राकर द्वारा अपने पूर्व नियोजित योजना के अनुसार प्रकरण के अन्य आरोपी शुभम यादव को पहले से ही एटीएम को ऑपरेट करके उसमें से पैसा कैसे चोरी करना है, यह सिखलाई दिया जा रहा था। साथ ही अपने मोबाइल के माध्यम से एटीएम के अंदर, बाहर, सिक्योरिटी प्रोग्राम एवं महत्वपूर्ण लॉक सिस्टम का फोटो शुभम यादव को दिखाया था। योजना के अनुसार युवराज चंद्राकर द्वारा एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी शुभम यादव को दिया गया।
शुभम यादव एवं तीसरा आरोपी शुभम महावर मुख्य आरोपी युवराज द्वारा दी गई पासवर्ड एवं चाबी लेकर 8 जुलाई की रात्रि ग्राम हथबंद आए एवं रात्रि में पासवर्ड एवं चाबी का इस्तेमाल कर एटीएम में रखा सारा कैश 6,75,000 चोरी कर लिया गया।
मामले को तोडफ़ोड़ एवं चोरी का रूप देने के लिए आरोपियों द्वारा एटीएम के अंदर के पार्ट्स इधर-उधर बिखरा दिए गए एवं पहचान छुपाने के उद्देश्य से एटीएम में लगा कैमरा भी निकाल कर पीछे रख दिया गया। घटना को देखने पर एकबारगी एटीएम में तोडफ़ोड़ कर पैसा चोरी करना प्रतीत होता है, लेकिन एटीएम के बिखरे पार्टस को देखने पर एटीएम में कहीं पर भी किसी औजार या अन्य किसी हथियार से तोडफ़ोड़ करने के कोई भी निशान नहीं मिले।
इस प्रकार आरोपियों की कोई भी चालाकी पुलिस के सामने काम नहीं आई। प्रकरण में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रकरण के तीनों आरोपियों में से युवराज चंद्राकर वर्तमान में एटीएम कैश लोड एजेंसी में काम कर रहा है तथा दूसरा आरोपी शुभम महावर एटीएम में कैश लोड एजेंसी के लिए पहले काम करता था।
तीनों आरोपियों को पकडक़र पूछताछ किया गया, जिसमें आरोपियों ने एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी के माध्यम से एटीएम से पैसा चोरी करना स्वीकार किया। कि आरोपियों की निशानदेही पर नगदी रकम 6,66,800 बरामद किया गया है। पुलिस की गहन छानबीन एवं अथक प्रयासों से चोरी का लगभग शत प्रतिशत पैसा बरामद करने में सफलता मिली है। साथ ही आरोपियों से घटना प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल भी जब्त किया गया है। आरोपियों युवराज चंद्राकर (20) बोरियाखुर्द ऑरडीए कॉलोनी रायपुर, शुभम यादव उर्फ सोनू (25) महिमा सागर वार्ड धमतरी जिला धमतरी, शुभम महावर (26) रामपुर वार्ड धमतरी वर्तमान पता न्यू राजेंद्र नगर रायपुर को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।


