बलौदा बाजार

सडक़ पर बिछी मुरूम से उड़ रहा धूल का गुबार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 मई। जिला मुख्यालय की द्वितीय सर्वाधिक मुख्य सडक़ के निर्माण पर पालिका में जारी पक्ष-विपक्ष की राजनीति के चलते ग्रहण लगता प्रतीत हो रहा है। मीडिया द्वारा लगातार खबर प्रकाशित आमजनों में बढ़ते आक्रोश एवं तत्कालीन कलेक्टर द्वारा दिए गए कड़े निर्देश पश्चात संबंधित कार्य को ठेकेदार द्वारा निर्मित की समय अवधि बीत जाने के बाद आनन-फानन में प्रारंभ कर दिया गया। परंतु कलेक्टर के स्थानांतरण पश्चात पुन: कार्य बंद कर दिया गया।
वर्तमान में सडक़ पर बिछाई गई मुरूम पर पानी का छिडक़ाव नहीं किए जाने से बड़े वाहनों के आवागमन के दौरान धूल के गुबार उड़ रहे हैं जिससे पैदल एवं दोपहिया में आने जाने वाले लोगों को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं धूल के गुब्बार की वजह से नगर पालिका का श्वेत भवन ही पूरी तरह मलिन हो गया है।
सडक़ के निर्माण कार्य बंद होने के संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी यमन देवांगन से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि संबंधित कार्य के ठेकेदार को इस बाबत नोटिस दिया गया है। आगामी दो तीन दिवस के भीतर रुका हुआ निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाएगा।
गौरतलब है कि नगरपालिका कार्यालय भवन के सामने से गुजरने वाला यह मार्ग डॉ. खूबचंद बघेल उद्यान से कलेक्ट्रेट पहुंच मार्ग को जोड़ता है। आमजनों द्वारा पिछले 8 से 9 वर्षों से निर्माण की मांग पश्चात संवेदनशील नगरी प्रशासन मंत्री द्वारा तत्काल इसके निर्माण हेतु राशि प्रदान कर दी गई। इसके निर्माण कार्य के निविदा भी स्वीकृति हो गई।
नगरपालिका के सूत्रों के अनुसार नगर पालिका में विपक्षी दल से संबंधित पालिका अध्यक्ष है अत: जानबूझकर सडक़ निर्माण कार्य को लंबित रखा गया है क्योंकि यह जिला मुख्यालय का सर्वाधिक व्यवस्था मार्ग है और प्रतिदिन सैकड़ों विद्यार्थियों व आमजनों का आवागमन होता है। अत: सडक़ का निर्माण कार्य रुका होने और पिछले कुछ माह के दौरान बारिश से सडक़ के गड्ढों में पानी भरने से घटी दुर्घटनाओं की वजह से जन आक्रोश बढऩे लगा। पश्चात निरीक्षण के दौरान तत्कालीन कलेक्टर द्वारा सीएमओ को कड़े निर्देश दिए जाने पर किसी तरह सडक़ की खुदाई का कार्य प्रारंभ हुआ और मुरूम की लेयर बिछाई गई इससे आम जनों को सडक़ के निर्माण के शीघ्र पूर्ण होने की उम्मीद थी। परंतु कलेक्टर के स्थानांतरण के पश्चात यदा-कदा निर्माण कार्य बंद कर दिया गया।
वर्तमान में बिछाई गई मुरूम में नियमानुसार सुबह शाम तराई भी नहीं की जा रही है। इससे जिला अस्पताल के एंबुलेंस अथवा अन्य बड़ी वाहनों के आवागमन के दौरान धूल के गुबार उड़ रहे हैं। इस वजह से मार्ग के किनारे निवासरत लोगों के अलावा इस मार्ग पर पडऩे वाले कार्यालय और अस्पताल के मरीज अत्यधिक परेशान हैं।
लोगों ने पालिका के प्रतिनिधित्व से पक्ष विपक्ष की राजनीति को परे रखकर बहुप्रतिक्षित सडक़ के लंबित निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने की मांग की है।
गौरतलब है 15-20 दिनों में बारिश प्रारंभ होने के बाद इस बीटी सडक़ का निर्माण कार्य संभव नहीं हो सकेगा, जिससे पुन: नगर वासियों को सडक़ निर्माण के लिए छह माह इंतजार करना पड़ेगा। विशेषकर बारिश के दौरान आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो सकता है।
सितंबर 2022 में जारी हुआ था कार्य आदेश
संबंधित कार्य के ठेकेदार को 23 सितंबर 2022 को इस बीच सडक़ निर्माण का कार्य आदेश जारी हुआ था। 1.6 करोड़ की लागत से निर्मित इस सडक़ की निविदा एएसओआर दर से 13. 67 फीसदी अधिक पर स्वीकृत किया गया था। कार्य पूर्णता की अवधि 5 माह अर्थात फरवरी 2023 थी। जबकि निर्माण कार्य ही अप्रैल माह में प्रारंभ किया गया जो करीब 15 दिन जारी रहने के बाद पुन: उठ खड़ा हुआ है।