बलौदा बाजार
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80 बरस का पंचराम पूर्वज की जमीन से बेदखल, दर-दर ठोकर खाने मजबूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 मई। कसडोल विकासखंड के अमोदी का 80 बरस का एक वृद्ध पंचराम कैवर्त न्याय के लिए दर-दर भटक कर ठोकर खाने मजबूर है।
पंचराम का आरोप है कि पैसों के बल पर पड़ोसी ने उसके पूर्वज की जमीन पर कब्जा करके अपने नाम पर करा लिया। दर-दर की ठोकर खाते हुए हाथ पर अपने हक का कागज लिए हुए आवेदन निवेदन कर रहा है, पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। राजस्व विभाग अधिकारी, जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक तथा मुख्यमंत्री से भी आवेदन-निवेदन कर चुके हैं, पर आज तक आवेदन का निराकरण नहीं हो पाया है।
पंचराम कैवर्त उम्र 80 वर्ष की माता मांगती बाई के नाम पर ग्राम अमोदी में भू-अभिलेख में दर्ज है।
पंचराम ने बताया कि अमोदी में 12 डिसमिल जमीन खसरा क्रमांक 350 रकबा 0.49 जमीन माता मांगती बाई के नाम पर दर्ज है। जिसका पुराना रिकॉर्ड में पर्जी पट्टा आज मौजूद है।
जिससे कूटरचित एवं अधिकारियों की मिलीभगत से पड़ोसी तीजराम ने अपने नाम कर लिया। आरोप है कि तीजराम 10 जनवरी 22 को कूटरचित कर आवेदन करता है और 31 जनवरी 2022 को जमीन उसके नाम हो जाता है, जिसकी सूचना किसी को नहीं होती, न ही सूचना एवं ईश्तहार की जानकारी पंचराम को होती है, वहीं गांव के कुछ लोगों को पर्ची गवाह बना लिया गया है।
पंचराम ने बताया कि हस्ताक्षर किए गवाहों से व्यक्तिगत तौर पर जाकर मेरे द्वारा पूछा तो उन लोगों ने भी हस्ताक्षर नहीं करने की बात कही।
इस संबंध में जानकारी पंचराम को तब हुई, जब जमीन की नकल निकलवाने गए। तब इस फर्जीवाड़ा के खिलाफ 18 अप्रैल 2022 अनुविभागीय अधिकारी कसडोल के पास अपील प्रस्तुत किया, जिस 22-23 पेशी चलने के पश्चात विभागीय अधिकारी के कोर्ट से खारिज कर दिया।
निचली के फैसलों को लेकर कलेक्टर बलौदाबाजार से गुहार लगाते पंचराम ने कहा कि मुझे मेरी पूर्वज की जमीन वापस दिला दो साहब मेरे भी बाल बच्चे हैं, जो मुझ वृद्ध व्यक्ति का अंतिम समय का सहारा बनेगा।