बलौदा बाजार

सेवानिवृत्त एसआई से 4.75 लाख की ठगी
18-Apr-2023 3:16 PM
सेवानिवृत्त एसआई से 4.75 लाख की ठगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 अप्रैल।
बलौदाबाजार पुलिस द्वारा बार-बार आगाह किए जाने के बावजूद नौकरी दिलाने ट्रांसफर अथवा प्रतिनियुक्ति के नाम पर शिक्षित लोगों लोग भी ठगी के शिकार हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त उप निरीक्षक के साथ भी प्रतिनियुक्ति का झांसा देते हुए 4.75 लाख रुपए ठग लिए गए। जिसकी शिकायत 12 वर्ष बाद पीडि़त उपनिरीक्षक ने थाना सिटी कोतवाली बलौदा बाजार में दर्ज कराई है।

जानकारी के अनुसार प्रार्थी प्रकाश सिंह आत्मा स्वर्गीय भागीरथी दिशलहरें निवासी ग्राम रिसदा पुलिस विभाग में उप निरीक्षक पद से सेवा निर्मित हुआ है। जनवरी 2011 को अपने गांव रिसदा आया हुआ था 25 जनवरी को उसका भाजा चंद्र कुमार टंडन निवासी लटुवा उसके घर आया जिसके साथ एक पुरुष व महिला भी थे। भांजा ने उसका परिचय रोशन बघेल व उसकी पत्नी हेमलता बघेल के रूप में दिया। उसने यह भी बताया कि संपत्ति ने शिक्षा कर्मी में नौकरी लगाने के लिए 2.60 लाख भांजे से लिए हैं। उसके बाद रोशन बघेल ने उप निरीक्षक को परिवहन विभाग में प्रतिनियुक्ति दिलाने एवं इसके एवज में 5 लाख की आवश्यकता बताया। जिसके झांसे में आकर एसआई प्रकाश सिंह देशलहरे ने उन्हें 4.75 लाख दे दिया।

दंपत्ति ने 5-6 महीने में नौकरी नहीं लगने पर रुपए वापस करने की बात कह कर अपने पास रखा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया शाखा कोरबा का चेक 30 जुलाई 2011 रकम 4.75 लाख रुपए भरकर प्रार्थी को दे दिया गया। महीने के बाद परिवहन विभाग में प्रतिनियुक्ति नहीं होने पर दंपत्ति से संपर्क करने पर उन्होंने 1-2 महीने और लगने की बात कही। इसके बाद उसका मोबाइल लगातार बंद था। पीडि़त प्रार्थी जब दंपत्ति के ग्राम गुरसिया कोरबा स्थित घर पहुंचा तो उन्होंने रकम देने से इंकार कर दिया। इसके बाद से वह अपने रकम प्रार्थी के लिए उसके चक्कर लगा रहा था। रुपए नहीं मिलने के बाद अंतत परेशान होकर प्रार्थी ने थाना सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई जिस पर भादवि की धारा 420 24 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा है।


चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम ठगी
कसडोल थाना अंतर्गत एक महिला टीचर की नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख की ठगी कर लिया गया। इस संबंध में प्रार्थी निरा दीवान पिता गोविंद दीवान निवासी ग्राम कमली दादर थाना तेंदूकोना जिला महासमुंद में उल्लेख किया है। कि ग्राम हसौद थाना कसडोल मैं समधी रहता है। उसके घर प्रार्थी के परिवार का आना जाना लगा रहता है। इसी दौरान प्रार्थीया एवं उसके पति से मन प्रसाद पैकरा की जान पहचान हो गई। इस दौरान मन प्रसाद ने 12वीं पास प्रार्थीया को शिक्षा कर्मी एवं दसवीं पास उसके पति को चपरासी की शासकीय नौकरी दिलाने का झांसा देते हुए 2 लाख लिए यही नहीं उन्हें छत्तीसगढ़ शासन का लिस्ट बनाकर एक दस्तावेज दिया, जिस पर दोनों का नाम लिखा हुआ था। नौकरी नहीं लगने पर जब दंपत्ति ने जानकारी लिए तो आरोपी द्वारा छत्तीसगढ़ शासन का फर्जी नियुक्ति आर्डर दिए जाने की बात सामने आयी। वहीं बार-बार रुपए मांगने पर आरोपी द्वारा रुपए नहीं लौटाया गया इसके पश्चात मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है।


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