बलौदा बाजार

3 साल में 9 अरब 18 करोड़ 19 लाख की शराब गटकी
09-Feb-2023 7:09 PM
3 साल में 9 अरब 18 करोड़ 19 लाख की शराब गटकी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 9 फरवरी। बलौदाबाजार जिले में सीमेंट संयंत्र व माइंस से प्रत्येक वर्ष शासन को करोड़ों अरबों राजस्व की प्राप्ति होती है वहीं मदिरा प्रेमी भी भरपूर पैमाना छलकते हुए सरकार के राजस्व वृद्धि में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसका अनुमान उपलब्ध आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि पिछले 3 वर्षों के दौरान मदिरा प्रेमियों ने 9 अरब 18 करोड़ 19 लाख 50 हजार 290 रुपए की शराब गटक लिया है। यह आंकड़ा है इसलिए भी चौंकाने वाला है कि जिला अंतर्गत स्थित कुछ कुल 36 देशी-विदेशी मदिरा दुकानों से यह राजस्व सरकार को प्राप्त होती है अर्थात एक दुकान से औसत 25 करोड़ 50 लाख 54 हजार रुपए की आय प्रत्येक वर्ष प्राप्त होती है। इसमें अवैध शराब विक्रय व शासकीय शराब दुकानों में अधिक मूल्य पर मदिरा विक्रय का आंकड़ा यदि छोड़ दिया जाए तो यह आय वास्तविक आय से डेढ़ गुना हो सकती है।

कोरोना काल में भी कम नहीं हुई बिक्री और आय

आंकड़े बताते हैं कि बिक्री के लिहाज से कोरोना काल के दौरान भी मदिरा प्रेमियों के शौक में कोई कमी नहीं दिखी। मदिरा प्रेमियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। विशेषकर युवा वर्ग का हर छोटे-बड़े समारोह में जमकर छलकाना प्रमुख शगल बन गया है। निम्न आय वर्ग के देसी मदिरा का उपयोग करने वाले भी इस मामले में कहीं अंतर नहीं है। जिनके द्वारा इन 3 वर्षों के दौरान 5 अरब 49 करोड़ 14 लाख 25 हजार 990 रुपए की मदिरा की खपत किया गया।

इस दौरान 3 अरब 69 करोड़ 52 लाख 5 हजार 10 रुपए की मदिरा का सेवन किया है। गौरतलब है कि जिला में 13 देशी मदिरा 15 विदेशी मदिरा व 8 कमपोजिट मदिरा दुकान समेत कुल 36 दुकानें हैं। इन दुकानों में वर्ष 2020 21 में 1 अरब 65 करोड़ 14 लाख 11 हजार 10 रुपए की देसी मदिरा 89 करोड़ 51 लाख 21 हजार 600 रुपए की विदेशी मदिरा 19 करोड़ 45 लाख 18 हजार 730 रुपए रुपए की माल्ट (वियर) समेत 2 अरब 54 करोड़ 10 लाख 51 हजार 340 रुपए की मदिरा का उपभोग किया है। वर्ष 2021 22 में राजस्व के आंकड़ों में और अधिक वृद्धि दर्ज की गई है, जहां पूरे वर्ष के दौरान 1 अरब 86 करोड़ 8 लाख 42 हजार 150 रुपए की देसी मदिरा 94 करोड़ 35 लाख 1 हजार 960 रुपए की विदेशी मदिरा 19 करोड़ 20 लाख 92 हजार 990 रुपए की माल्ट (वियर) समेत कुल 2 अरब ?99 करोड़ 64 लाख 37 हजार 100 रुपए की खपत किया गया। वहीं वर्ष 2022 23 के 23 जनवरी तक प्राप्त आंकड़े के अनुसार मदिरा की खपत में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। जिसमें मदिरा प्रेमियों के द्वारा 1 अरब 97 करोड़ 91 लाख 72 हजार 750 रुपए की देसी 1 अरब 20 करोड़ 91 लाख 48 हजार 920 रुपए की विदेशी मदिरा 25 करोड़ 61 लाख 40 हजार 810 रुपए माल्ट (वियर) समेत कुल 3 अरब 44 करोड़ 62 हजार 480 रुपए की शराब पी चुके हैं। अर्थात 3 वर्ष के दौरान मदिरा प्रेमियों ने शराब पर जबरदस्त धन लुटाते हुए 5 अरब 49 करोड़ 14 लाख 25 हजार 910 रुपए की देसी मदिरा 3 अरब 4 करोड़ 77 लाख 72 हजार 480 रुपए की शराब समेत अब तक कुल 9 अरब 18 करोड़ 19 लाख 50 हजार 290 रुपए की शराब हलक के नीचे उतार लिया।

जब्ती के मामले में आबकारी अमला फीसदी

इन दुकानों में शराब बिक्री के आंकड़ों के अलावा जब्त अवैध शराब से आंकड़ों को भी शामिल कर लिया जाए तो निश्चित ही राशि करीब डेढ़ गुना से अधिक हो सकती है। यह पुलिस विभाग की वर्ष 2020 से 22 तक की कार्रवाई से स्पष्ट होता है। जहां पुलिस द्वारा वर्ष 2022 में आबकारी एक्ट के कुल 1109 प्रकरण में 20147 लीटर कुल कीमत 9202 452 रुपए की मदिरा जब्त किया। वहीं वर्ष 2021 में कुल 1732 प्रकरण में 12197 लीटर कुल कीमत 4562380 इसी प्रकार वर्ष 2022 में अवैध शराब की कुल 1779 प्रकरण में कार्रवाई करते हुए 13753 लीटर कुल कीमत 5102133 की अवैध शराब जब्त किया गया। अवैध शराब के मामले में आबकारी हमला फीसदी ही साबित हुआ है। आबकारी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 22 में धारा 330 प्रकरण में केवल 2053 लीटर अवैध शराब जप्त किया वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022 23 में 380 प्रकरण में 3320 लीटर अवैध शराब जब्त किया है।


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