बलौदा बाजार

कचरा डंपिंग यार्ड ग्रामीणों की परेशानियों का सबब
14-Nov-2022 4:24 PM
कचरा डंपिंग यार्ड ग्रामीणों की परेशानियों का सबब

स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित कंपोस्ट सेंटर भी जर्जर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 14 नवंबर।
नगर पालिका बलौदा बाजार द्वारा शहर के कचरे को एकत्र कर ग्राम भरसेला (बड़ा) में बनाए गए डंपिंग यार्ड में उड़ेला जाता है परंतु यार्ड में कचरे का निपटारा योजनाबद्ध तरीके से नहीं किए जाने के चलते डंपिंग यार्ड के आसपास गंदगी पसरी हुई है।

सोनपुरी अथवा सलौनी से भरसेला पहुंच मार्ग में निर्मित इस यार्ड की वजह से ग्रामीणों को आवागमन में अत्यधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई अवसरों पर असामाजिक तत्वों द्वारा कचरे के ढेर में आग लगा दिए जाने के चलते धुंए का गुब्बारा भी उठता है जिसका दुष्प्रभाव ग्रामीणों पर पढऩे के अलावा समीप स्थित सोनबरसा जंगल के प्राणियों पर भी पड़ता है।

गौरतलब है कि नगर व आसपास कचरे को रखने हेतु पर्याप्त स्थान नहीं होने के चलते बलौदा बाजार से करीब 4 किलोमीटर दूर ग्राम भरसेला पहुंच मार्ग पर नगर पालिका द्वारा कचरा डंपिंग यार्ड बनाया गया था जहां नगर के सभी वार्डों का कचरा एकत्र कर बेतरतीबी से उड़ेला जा रहा है पूर्व में यहां अवैध मुरूम खदान किए जाने के चलते तलाब नुमा गड्ढे के किनारे बनाए गए डंपिंग यार्ड में सर्वत्र कचरे व गंदगी का ढेर लगा हुआ है अक्सर तेज हवा चलने के दौरान गंदगी युक्त कचरा भरसेला व सोनपुरी मार्ग पर उड़ता जाता है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

यार्ड में कचरा  एकत्र करने के बाद इसके निपटारे का समुचित प्रबंध नहीं किए जाने के चलते तलाब में गड्ढा में एकत्र कचरा सडक़ दुर्गंध उत्पन्न कर रहा है इस मार्ग का उपयोग सलोनी भाटागांव सोनपुरी गैतरा आदि ग्राम के लोग आवागमन हेतु करते हैं जिन्हें सडक़ के आसपास पहले गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है।

नवनिर्मित सेग्रीनेशन शेड प्रारंभ किया जाना आवश्यक
कचरा डंपिंग यार्ड के समीप ही ग्राम पंचायत भरसेला (बड़ा) की सीमा पर ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा के तहत करीब तीन लाख की लागत से स्व सहायता समूह हेतु सेग्रीगेशन शेड का निर्माण कार्य कराया गया है यदि नवनिर्मित सेग्रीगेशन शेड में स्व सहायता समूहों को जिम्मेदारी सौंपकर कचरे का पृथक्करण कार्य प्रारंभ कराया जाए तो निश्चित ही यहां पसरी गंदगी से ग्रामीणों को बहुत हद तक छुटकारा मिल सकता है इसके अलावा कंपोस्ट सेंटर की मरम्मत कर यहां भी स्व सहायता समूहों को कंपोस्ट निर्माण हेतु प्रेरित किए जाए तो समूह के आय में भी वृद्धि हो सकेगी।

कंपोस्ट सेंटर पड़ा हुआ है अनुपयोगी
कंपोस्ट यार्ड में ही स्वच्छ भारत मिशन शहर के तहत कचरे का पृथक्करण पर कंपोस्ट निर्माण करने हेतु कंपोस्ट सेंटर हजारों रुपए की लागत से बनाया गया था प्रारंभ में कंपोस्ट सेंटर में सुचारू रूप से कार्य होने के बाद नगर पालिका के अधिकारियों द्वारा रुचि नहीं लिए जाने व संबंधित स्व सहायता समूह द्वारा भी इस और ध्यान नहीं दिए जाने के चलते कंपोस्ट सेंटर भी अनुपयोगी पड़ा हुआ है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
 


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