बालोद

गुरूर और बालोद के गौठानों का निरीक्षण कर गतिविधियों का लिया जायजा
23-Feb-2022 3:43 PM
गुरूर और बालोद के गौठानों का निरीक्षण कर गतिविधियों का लिया जायजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 23 फरवरी ।
कलेक्टर जनमेजय महोबे जिले के गुरूर और बालोद विकासखण्ड के विभिन्न गौठानों का आकस्मिक निरीक्षण कर वहॉ संचालित गतिविधियों का जायजा लिया। कलेक्टर ने गुरूर विकासखण्ड के ग्राम अरमरीकला के गौठान में चल रहे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का अवलोकन किया।

गौठान प्रबंधन समिति एवं स्वसहायता समूह के सदस्यों से चर्चा कर निर्मित उत्पादों तथा गोबर से वर्मी कम्पोस्ट निमार्ण और विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने वहॉ चारागाह परिसर में स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित किए जा रहे सब्जी फसल का अवलोकन किया और सब्जी उत्पादन, विक्रय और आमदनी की भी जानकारी ली।

 कलेक्टर ने कोसागोंदी के गौठान में निर्मिंत सभी वर्मी टांको मेें वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के निर्देश दिए। उन्होंने गौठान परिसर में निमिर्त वर्किंग शेड में आजीविकामूलक गतिविधियॉ संचालित करने के निदेर्श दिए। उन्होंने वहॉ स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने ग्राम डढारी के गौठान परिसर में मुगीर्पालन कार्य का अवलोकन किया और नियमित रूप से मुगीर्पालन के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने डिशवॉश साबुन निमार्ण व पैकेजिंग के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने वहॉ नरवा विकास के कार्य हेतु संबंधित विभाग के अधिकारी को निदेर्शित किया।

बालोद विकासखण्ड के ग्राम बरही और चरोटा के गौठान का आकस्मिक निरीक्षण कर वहॉ संचालित विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का अवलोकन किया।  बरही के गौठान में दो स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट का अवलोकन किया। स्वसहायता समूह की सदस्यों ने कलेक्टर को बताया कि वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से उन्हें 04 लाख रूपए की आमदनी प्राप्त हो चुकी है। कलेक्टर ने समूह के कार्यों की सराहना की। उन्होंने वहॉ स्वसहायता समूह द्वारा किए जा रहे मुर्गीपालन कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने दोना पत्तल निमार्ण एवं मशरूम उत्पादन का भी अवलोकन कर समूह के सदस्यों को नियमित रूप से कार्य करने प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने गौठान के चारागाह परिसर में लगाए गए गन्ना फसल का अवलोकन कर उसके विक्रय आदि के संबंध में चर्चा की। कलेक्टर ने ग्राम चरोटा के गौठान के चारागाह परिसर का अवलोकन कर चारा उत्पादन और सुगंधित धान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने वहॉ निर्मित हैचरी शेड में चूजा उत्पादन का अवलोकन किया और चूजा के उत्पादन एवं विक्रय के संबंध में योजनाबद्ध रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।


अन्य पोस्ट