ईईपीसी-चेम्बर-उरला इंडस्ट्रीज का आयोजन
रायपुर, 22 सितंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी ,विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि ईईपीसी इंडिया, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एवं उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में एक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया।
चेम्बर ने बताया कि नए बाजार की पहचान और निर्यात के अवसरों की खोज के साथ निर्यातकों को सशक्त बनाने निर्यात जागरूकता सत्र का आयोजन संम्पन्न हुआ जिसमे सुश्री स्नेहल ढोके, आईटीएस, सहायक डीजीएफटी, नागपुर, श्री राहुल मारोठे, कार्यकारी अधिकारी, ईसीजीसी लिमिटेड, श्रीमती जया बासु क्षेत्रीय निदिशक, ईईपीसी इंडिया एवं श्री कौशिक भट्टाचार्जी, सहायक निदेशक, ईईपीसी इंडिया प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।
चेम्बर ने बताया कि इंजीनियरिंग निर्यात का दायरा बढ़ाने,निर्यात के बुनियादी सिद्धांतों, निर्यात दस्तावेज, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार अवसर, उत्पाद बाजार की पहचान, खरीदारों की पहचान करने के लिए तंत्र, ईईपीसी भारत के माध्यम से प्रदर्शनियों / बीएसएम / आरबीएसएम में व्यापार के अवसर, विदेश व्यापार नीति के तहत उपलब्ध निर्यात प्रोत्साहन, प्रचार में विभिन्न सरकारी एजेंसियों की भूमिका पर अवलोकन छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के साथ ईईपीसी इंडिया के संयुक्त सत्र में निर्यात और निर्यात ऋण बीमा में ईसीजीसी की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई
चेम्बर ने बताया कि चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष श्री विक्रम सिंह देव ने इंजीनियरिंग क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए निर्यात पर इस तरह के जागरूकता सत्र आयोजित करने के लिए ईईपीसी इंडिया की पहल की सराहना की और छत्तीसगढ़ में अक्सर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, रायपुर, भिलाई, बिलासपुर और दुर्ग क्षेत्र में कई इंजीनियरिंग इकाइयाँ हैं जिनमें उच्च निर्यात क्षमता है और इस दिशा में पहला कदम उठाने के लिए उन्हें सहयोग की आवश्यकता है।
उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष, अश्विन गर्ग ने बताया कि स्थानीय एमएसएमई को निर्यात के अवसरों के बारे में शिक्षित करने और जिला निर्यात के तहत छत्तीसगढ़ के संभावित जिलों से इंजीनियरिंग निर्यात प्रदर्शन में उत्कृष्टता लाने के लिए इस तरह के निर्यात जागरूकता सत्र की आवश्यकता है। ईईपीसी इंडिया भारत सरकार की पहल के अनुरूप अपनी स्थापना के बाद से ही भारत से इंजीनियरिंग निर्यात को बढ़ावा देने के लिए तत्पर रहा है और हमें इंजीनियरिंग निर्यात को अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंचने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर गर्व है।
ईईपीसी इंडिया की क्षेत्रीय निदेशक (ईआर) सुश्री जया बसु ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 112.10 बिलियन का राजस्व अर्जित हुआ। उन्होंने कहा कि ईईपीसी इंडिया भारत के प्रत्येक जिले को इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात केंद्र में बदलने के लिए सरकार के साथ काम कर रही है। साथ ही ईईपीसी इंडिया के प्रमुख कार्यक्रम इंटरनेशनल इंजीनियरिंग सोर्सिंग शो (आईईएसएस) के बारे में बात की, जो भारत को स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक मंच है जो इंजीनियरिंग क्षेत्र में व्यापार और निवेश के अलावा, आईईएसएस अनुसंधान एवं विकास, नवाचार, नए उत्पाद विकास, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण आदि को बढ़ावा देने के लिए एक आदर्श मंच के रूप में भी कार्य करता है।