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सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में ईवीएम से पड़े वोटों के वीवीपैट पर्ची की 100 फीसदी गिनती या फिर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की पुरानी व्यवस्था लागू करने को अव्यवहारिक होने का संकेत दिया.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
सुप्रीम कोर्ट में वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट से निकलने वाली सभी पर्चियों का मिलान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से पड़े वोटों के साथ कराने की मांग वाली याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और सामाजिक कार्यकर्ता अरुण कुमार अग्रवाल ने कोर्ट में याचिका दायर ईवीएम के वोटों और वीवीपैट पर्चियों की 100 फीसदी की मिलान की मांग की है.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बैलेट पेपर से चुनाव कराने की याचिका खारिज कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने उन याचिकाकर्ताओं से सवाल किया, जिन्होंने ईवीएम के माध्यम से मतदान की विश्वसनीयता पर संदेह उठाया है.
"बैलेट पेपर से चुनाव कराना चुनौती"
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की बेंच ने एडीआर की याचिका पर सुनवाई के दौरान 1960 के दशक में बैलेट पेपर से चुनाव के दौर को याद किया और कहा कि देश में फिलहाल मतदाताओं की संख्या 96 करोड़ से अधिक है. ऐसे में बैलेट पेपर या वीवीपैट की 100 फीसदी गिनती की व्यवस्था से चुनाव कराना बहुत चुनौती वाला काम होगा.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि जब बैलेट पेपर थे तो क्या होता था. आप जानते होंगे, लेकिन हम भूले नहीं हैं."
एडीआर की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट से कहा कि मौजूदा समय में एक विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ पांच ईवीएम के संबंध में वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाता है, जो बहुत कम हैं.
बहस के दौरान जर्मनी का जिक्र
बहस के दौरन प्रशांत भूषण ने कहा कि जर्मनी जैसे यूरोपीय देश बैलेट पेपर पर लौट आए हैं. जस्टिस दत्ता ने कहा कि जर्मनी की छह करोड़ आबादी की तुलना में भारत में 98 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं.
जस्टिस दत्ता ने आगे कहा, "यह (भारत में चुनाव) एक बहुत बड़ा काम है. मेरा गृह राज्य, पश्चिम बंगाल, जर्मनी से भी अधिक आबादी वाला है. हमें किसी पर भरोसा करने की जरूरत है. इस तरह व्यवस्था गिराने की कोशिश न करें."
याचिकाकर्ता अरुण कुमार अग्रवाल की ओर से पेश वकील गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि उन्हें आबादी की चिंता नहीं है, बल्कि ईवीएम में "त्रुटियों की बहुत अधिक संभावना" है.
जस्टिस खन्ना ने कहा कि अगर उम्मीदवार कुल डाले गए वोटों और गिने गए वोटों के बीच विसंगति पाते हैं तो वे अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और सामाजिक कार्यकर्ता अरुण कुमार अग्रवाल ने कोर्ट में याचिका दायर ईवीएम के वोटों और वीवीपैट पर्चियों की 100 फीसदी की मिलान की मांग की है
क्या है वीवीपैट
जब कोई मतदाता अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर जाता है तो वहां रखी ईवीएम के साथ एक और मशीन होती है इसके साथ एक ट्रांसपेरेंट बॉक्स रखा होता है. इसे वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल कहा जाता है. जब वोटर अपना वोट डाल देता है तो वीवीपैट से एक पर्ची निकलती है और वह बॉक्स में गिर जाती है. उस पर्ची पर वोटर ने जिस पार्टी को वोट दिया है उसका सिंबल दर्ज होता है.
वीवीपैट की पर्ची से वोटर यह जान पाता है कि उसका वोट सही जगह गया है या नहीं और वह जिस उम्मीदवार का समर्थन करता है, उसे ही गया है या नहीं.
विवाद होने पर पर्ची को निकाला भी जाता है और उसे वेरिफाई किया जाता है.
वीवीपैट की सभी पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराने वाली याचिका पर अगली सुनवाई अब 18 अप्रैल को होगी. यानी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले. (dw.com)
प्रयागराज, 17 अप्रैल । उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जिले के शाहगंज क्षेत्र में एक किराए के मकान से एक महिला समेत दो कांस्टेबलों के शव बरामद किए गए।
शव मंगलवार शाम महिला पुलिसकर्मी के घर में पाए गए। कांस्टेबल का शव छत से लटका हुआ मिला, जिसकी पहचान मथुरा निवासी राजेश (32) के रूप में हुई, जबकि महिला कांस्टेबल का शव बिस्तर पर पड़ा था।
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
डीसीपी दीपक भूकर ने बताया, "शुरुआती जांच में पता चला है कि एसीपी कोतवाली कार्यालय में तैनात राजेश मंगलवार को ड्यूटी पर नहीं आए थे।"
पुलिस की एक टीम महिला के किराए के मकान पर गई, लेकिन बार-बार बुलाने के बावजूद किसी ने दरवाजा नहीं खोला। बाद में पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो उन्हें शव मिले।
महिला कांस्टेबल कानपुर की रहने वाली थी। पुलिस ने बताया कि मृतक राजेश शादीशुदा था और महिला कांस्टेबल का करीबी दोस्त था। करीब 30 वर्षीय महिला कांस्टेबल टूरिस्ट थाने में तैनात थी और अकेली रह रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। दोनों मृतकों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 17 अप्रैल । उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को पहले चरण के मतदान में कुछ उम्मीदवार अपने परिवारों की राजनीतिक विरासत को बचाने की कोशिश करेंगे।
इन उम्मीदवारों के परिवार दशकों से राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन हाल के वर्षों में उनकी राजनीतिक किस्मत कुछ हद तक डूब गई है। इन चुनावों में इन परिवारों की युवा पीढ़ी अपने परिवार की प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करने के लिए एकजुट होकर प्रयास कर रही है।
ब्रिगेड का नेतृत्व यूपी के मंत्री जितिन प्रसाद कर रहे हैं, जो प्रतिष्ठित पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
जितिन प्रसाद कांग्रेस के पूर्व दिग्गज जीतेंद्र प्रसाद के बेटे हैं और उन्हें उस सीट को बरकरार रखने का काम दिया गया है जिसे गांधी परिवार - मेनका और वरुण गांधी का गढ़ माना जाता है। वरुण को टिकट नहीं दिया गया है और जितिन प्रसाद अब मोदी लहर पर सवार हैं।
2009 में, प्रसाद ने धौरहरा से चुनाव लड़ा और जीता। हालांकि, वह उसी निर्वाचन क्षेत्र से 2014 और 2019 का चुनाव वो हार गए। प्रसाद 2021 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया गया और योगी कैबिनेट में फिलहाल मंत्री हैं।
दूसरी उम्मीदवार इकरा हसन हैं जो समाजवादी टिकट पर कैराना सीट से चुनाव लड़ रही हैं। उनके दादा अख्तर हसन, पिता मुनव्वर हसन और मां तबस्सुम हसन कई बार इस सीट से जीत चुके हैं।
उनके भाई नाहिद हसन कैराना विधानसभा सीट से दूसरी बार सपा विधायक हैं, लेकिन हाल ही में जमानत मिलने तक उन्होंने पिछले कुछ साल जेल में बिताए।
इकरा हसन 2022 में चुनावी मैदान में उतरीं जब उन्होंने जेल में बंद अपने भाई नाहिद हसन के लिए प्रचार किया और सीट पर उनकी जीत सुनिश्चित की। इस बार वह चुनावी मैदान में हैं और उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप चौधरी से है।
कैराना लोकसभा सीट से मौजूदा बीजेपी सांसद प्रदीप चौधरी को राष्ट्रीय लोक दल भी समर्थन दे रहा है जो अब एनडीए का हिस्सा है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 17 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान होने वाला है। इन क्षेत्रों में तमाम उम्मीदवार अपने प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। शाम छह बजे चुनाव प्रचार थमने वाला है।
राज्य में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में छह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र -- सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में 19 अप्रैल को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होना है, वहां पर 17 अप्रैल की शाम छह बजे से चुनाव प्रचार बंद हो जायेगा।
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बालाघाट के तीन विधानसभा क्षेत्र -- बैहर, लांजी और परसवाड़ा में सुबह सात से शाम चार बजे तक ही मतदान होना है, इसलिए इन क्षेत्रों में 17 अप्रैल को शाम चार बजे से ही चुनाव प्रचार बंद हो जायेगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान समाप्ति के लिये निर्धारित समय के 48 घंटे से पहले चुनाव प्रचार बंद करने का प्रावधान है। प्रचार-प्रसार समाप्त होने की समय-सीमा के बाद बाहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को, जो उस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता नहीं हैं, उन्हें वह क्षेत्र छोड़ना होता है। इस हेतु सघन अभियान चलाया जाता है।
राज्य में लोकसभा की 29 सीटें है, जिनमें चार चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 17 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बुधवार को राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब भी दिए और लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री पर हमला बोला। इस मौके पर इंडिया गठबंधन की ओर से एक वीडियो सॉन्ग भी जारी किया गया। इस सॉन्ग में 2017 से लेकर अब तक अखिलेश यादव और राहुल गांधी के एक साथ वीडियो और फोटो शामिल हैं।
इसके अलावा गाजियाबाद के प्रत्याशी समेत अन्य दो और प्रत्याशियों ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ मंच पर फोटो खिंचवाई।
संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने कई सवालों के जवाब भी दिए जिनमें राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या वह अमेठी से चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी करेगी। अगर पार्टी कहती है तो वह चुनाव लड़ सकते हैं।
संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के बाद गाजियाबाद से कांग्रेस के प्रत्याशी डॉली शर्मा, बागपत के प्रत्याशी अमरपाल शर्मा और बुलंदशहर के प्रत्याशी कमलेश वाल्मीकि ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ मंच पर फोटोग्राफ खिंचवाए।
गाजियाबाद की प्रत्याशी डॉली शर्मा कांग्रेस की उम्मीदवार हैं और गठबंधन से काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि इस बार बदलाव जरूर आएगा क्योंकि गाजियाबाद में भाजपा की सरकार ने बिल्कुल भी विकास नहीं किया, लोगों को मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल। मशहूर विचारक एस गुरुमूर्ति ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए भी महत्व रखता है। क्योंकि यूरोप और मध्य-पूर्व में बढ़ती शत्रुता और टकराव के कारण एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत है, जो भविष्य में शीत युद्ध की स्थिति को रोक सके।
एनडीटीवी के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया से एक्सक्लूसिव बात करते हुए एस गुरुमूर्ति ने कहा कि भारत ऐसी शक्ति बनकर उभरा है, जो शायद भविष्य में शीत युद्ध से बचा सकता है। उन्होंने कहा, "अगर आप इस बार एक नेता का चुनाव कर रहे हैं, तो आप भारतीय धरती पर एक वैश्विक नेता का चुनाव कर रहे हैं।"
उन्होंने भारत की 'शांतिवादी' भूमिका पर अपने दावों की पुष्टि करने के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण दिया और कहा कि मोदी सरकार के इस स्थिति से निपटने के कुशल तरीके से देश को हर तरफ से सराहना मिली। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद रुपये में रूसी तेल खरीदने के मोदी सरकार के फैसले से तेल की कीमतों को 200 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ने से रोकने में मदद मिली।
उन्होंने बताया, "इससे न केवल तेल की कीमत बढ़ने का खतरा कम हुआ, बल्कि इससे भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था को जो नुकसान हो सकता था। उससे बचा गया।"
उन्होंने विपक्षी दलों के 'अघोषित आपातकाल' के दावों पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे बेबुनियाद और निराधार बताया। साथ ही एक व्यक्तिगत घटना का भी जिक्र किया।
उन्होंने बताया कि मैंने 1975-77 में आपातकाल के दौरान भूमिगत होकर काम किया। हर तरफ अंधेरा छाया हुआ था। मैंने उस दौरान एक भूमिगत कार्यकर्ता के रूप में काम किया। मैं अपने घर के अंदर खाना नहीं खा सका, मैं अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका।
उन्होंने आगे बताया, ''आपातकाल सभी अधिकारों पर एक संवैधानिक अंकुश है। ऐसा नहीं होता कि कोई मजबूत नेता कोई मजबूत फैसला ले। कोई व्यक्ति तभी निरंकुश होता है, जब उसके संवैधानिक अधिकार छीन लिए जाते हैं।''
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पीएम नरेंद्र मोदी के कुछ प्रमुख फैसलों ने विश्व शक्तियों को उनके बारे में अपनी राय बदलने में मदद की। गुरुमूर्ति ने कहा, "उन्हें मिनी-हिटलर के रूप में देखा जाता था, लेकिन उनके अनुकरणीय नेतृत्व के कारण देश सभी मोर्चों पर तेजी से प्रगति कर रहा है और आज दुनिया भारत की ओर देख रही है।
इस आदर्श बदलाव के लिए, मोदी सरकार की दो नीतियां महत्वपूर्ण साबित हुईं - महामारी के दौरान सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान और रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रकोप के दौरान भारतीय कूटनीति।''
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल । भाजपा ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर कांग्रेस द्वारा क्यूआर कोड के जरिए वोटर्स को लुभाने के लिए देशभर में प्रचार किए जा रहे नई गारंटी स्कीम के प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है।
चुनाव आयोग से मुलाकात करने के बाद भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कांग्रेस की नई गारंटी स्कीम के प्रचार अभियान को मतदाताओं को रिश्वत देने का प्रयास बताया।
उन्होंने कांग्रेस पर यह भी कटाक्ष किया कि कांग्रेस यह जानती है कि यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने के बराबर है, वह चुनाव जीतने नहीं जा रही है बल्कि इस बार के चुनाव में तो कांग्रेस का सीटों का आंकड़ा सबसे कम रहने जा रहा है तो फिर कांग्रेस जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे वायदे क्यों कर रही है।
भाजपा नेता ओम पाठक ने बताया कि कांग्रेस ने पिछले सप्ताह से देशभर में जो प्रचार अभियान शुरू किया है, उसी तरह का प्रचार अभियान पिछले वर्ष राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय भी कांग्रेस ने चलाया था, जिस पर चुनाव आयोग ने उस समय रोक लगा दिया था। उन्होंने चुनाव आयोग से उसी आधार पर इस बार भी कांग्रेस के इस प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है।
पाठक ने बताया कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय इस तरह के प्रचार अभियान के कारण चुनाव आयोग की भर्त्सना मिलने के बावजूद कांग्रेस एक बार फिर से उसी तरह का अभियान चला रही है।
उन्होंने कहा कि इस प्रचार अभियान के जरिए कांग्रेस देश के वोटर्स को ऐसा बताने की कोशिश कर रही है जैसे कि वह देश के लोगों को कुछ दे रही है और उसके बदले उनके नाम और उनके पर्सनल डिटेल्स कांग्रेस लोगों से ले रही है। चुनाव आयोग को त्वरित कार्रवाई कर इस पर रोक लगाना चाहिए।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 16 अप्रैल । कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को बताया कि राहुल गांधी बुधवार को कर्नाटक पहुंचेंगे। राहुल गांधी मांड्या और कोलार संसदीय क्षेत्रों में कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का यह पहला कर्नाटक दौरा है।
डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "सांसद राहुल गांधी बुधवार दोपहर बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरेंगे और यहां से मांड्या शहर जाएंगे।"
उन्होंने आगे बताया कि राहुल गांधी मांड्या से कोलार जाएंगे और वहां से बेंगलुरु पहुंचेंगे। इसके बाद यहां से वह नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
पत्रकारों ने प्रियंका गांधी वाड्रा के राज्य दौरे के बारे में भी पूछा। इसके जवाब में शिवकुमार ने कहा कि वह जल्द ही अपने कर्नाटक दौरे की तारीख बताएंगी।
पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के साथ रस्साकशी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "व्यक्तिगत तौर पर मैं पहले भी कुमारस्वामी का सम्मान करता था और भविष्य में भी करता रहूंगा। लेकिन, यदि वह बार-बार ओछी व्यक्तिगत टिप्पणी करेंगे तो यह उनकी गरिमा के अनुरूप नहीं होगा।"
शिवकुमार ने कहा, "यदि मैं अपनी संपत्ति पर बोल्डर निर्यात करने का बिजनेस कर रहा हूं, तो यह मेरा बिजनेस है। तो, क्या हुआ? अब मैंने यह बिजनेस बंद कर दिया है। अगर वह आमने-सामने बहस के लिए नहीं आ रहे हैं तो ठीक है, मैं सदन में उनका सामना करूंगा।"
(आईएएनएस)
नोएडा, 16 अप्रैल । नोएडा पुलिस ने मोहम्मद समीर और समीर खान की गिरफ्तारी के साथ अन्तर्राजीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की 9 बाइक और एक स्कूटी बरामद की।
पुलिस ने बताया कि यह गैंग मोटर साईकिल और स्कूटी चोरी करने वाला गिरोह है। यह एनसीआर क्षेत्र में घर के बाहर और बाजारों में खड़ी गाड़ियों को ऑन डिमांड चोरी करता था। 19 साल का मोहम्मद समीर कालिंदी कुंज दिल्ली का रहने वाला है।
दूसरा आरोपी 20 वर्षीय समीर खान भी कालिंदी कुंज दिल्ली का रहने वाला है। इनसे बरामद वाहनों के बारे में दिल्ली और गाजियाबाद के थाने में चोरी के मामले दर्ज हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को दिनदहाड़े एक व्यक्ति ने दिल्ली पुलिस के एएसआई की गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारी ने बताया कि एक अन्य राहगीर भी गोली लगने से घायल हो गया।
घटना के बाद हमलावर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक एएसआई की पहचान दिनेश शर्मा के रूप में हुई है। जबकि, घायल अमित कुमार को इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि एएसआई दिनेश शर्मा दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा में तैनात थे। जब मीत नगर फ्लाईओवर पर यह घटना हुई तब वह अपनी बाइक पर यात्रा कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, नंद नगरी थाने को मंगलवार सुबह 11:42 बजे मीत नगर फ्लाईओवर पर हुई घटना के संबंध में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दिनेश शर्मा और अमित कुमार को जीटीबी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने शर्मा को मृत घोषित कर दिया। वहीं, अमित कुमार का इलाज जारी है। अमित कुमार घटना के समय अपनी स्कूटी पर मीत नगर फ्लाईओवर पर यात्रा कर रहे थे। उनके पीठ पर गोली लगी है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा, "आरोपी मुकेश ने एएसआई शर्मा और कुमार को गोली मारी थी। वह जबरन एक ऑटो-रिक्शा में बैठ गया। जब ऑटो-रिक्शा चालक ने विरोध किया तो उसने उसपर गोली चला दी, लेकिन गनीमत यह रही कि चालक बिना किसी चोट के भागने में सफल रहा।"
डीसीपी ने आगे कहा कि इसके बाद, ऐसा लगता है कि ऑटो-रिक्शा की पिछली सीट पर बैठे हुए मुकेश ने खुद को सिर में गोली मार ली। जीटीबी अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके सिर पर दो घाव हैं।
ऑटो-रिक्शा की पिछली सीट पर 7.65 मिमी की पिस्तौल मिली है। फ्लाईओवर पर तीन जगहों पर कई जिंदा राउंड और खाली खोखे भी पाए गए। हत्या के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चला है। ज्योति नगर थाने में आर्म्स एक्ट के साथ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
पटना, 16 अप्रैल । बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर राजद नेता तेजस्वी यादव के सवाल उठाए जाने पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने से तेजस्वी यादव तिलमिलाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग अतीत से सबक लेकर आने वाला भविष्य सुधारेंगे।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सजायाफ्ता, भ्रष्टाचारी लोग अब प्रदेश और देश के भविष्य को सुधारने की बात करते हैं, इससे बड़ा हास्यास्पद क्या है। बिहार के युवाओं को पलायन करने के लिए विवश करने वाला, सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाला, जातीय उन्माद पैदा करने वाला कौन है?
उन्होंने कहा कि राजद के लोग एनडीए के कार्यकाल में किए गए कार्यों का क्रेडिट लेने में जुटे हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव को राजनीतिक गप्पेबाज़ भी बताया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब सच उजागर करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का प्रतीक कौन है, तो ये तिलमिलाए हुए हैं। आज सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार और अपराध है। इसी कारण बिहार बर्बाद हुआ। यही वे पीएम हैं, जिनके कार्यकाल में आतंकवाद और उग्रवाद समाप्त हुआ। लेकिन, बिहार के अंदर राजद के कार्यकाल में जातीय जहर के कहर से पलायन बढ़ा।
(आईएएनएस)
जोशीमठ, 16 अप्रैल । उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। इस लोकसभा चुनाव में हरिद्वार के बाद पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट हॉट सीट बन गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर जनसंपर्क करने पहुंचे। उन्होंने जोशीमठ में रोड शो किया और भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के समर्थन में आयोजित जनसभा को भी संबोधित किया।
जनता से अनिल बलूनी को वोट देने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जन-जन का विश्वास डबल इंजन की सरकार के साथ है। मेरे मन में एक प्रतिशत संदेह नहीं है कि जो हमारे गढ़वाल में पूरे 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, उसमें सर्वाधिक मतों से हम कहीं से जीतेंगे तो इस बद्रीनाथ विधानसभा और जोशीमठ से जीतेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी ऋषिकेश आए थे तो उन्होंने लोगों के लिए अपना एक संदेश भेजा है। उन्होंने कहा है कि आप सब लोगों को मेरी तरफ से राम-राम कह देना।
उन्होंने कहा कि अनिल बलूनी के मन में इस लोकसभा क्षेत्र के लिए काम करने का इरादा है। इससे पहले भी उन्होंने अनेक कामों को किया है। क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी के काम हो, चाहे सड़क कनेक्टिविटी या रेलवे कनेक्टिविटी के काम, उन्होंने यहां के लिए तमाम विकास के काम पहले भी किए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने जनसभा में कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव से पहले ही अपनी हार को स्वीकार कर चुकी है। कांग्रेस ने हमेशा उत्तराखंड की उपेक्षा की है और उनके बड़े नेताओं का भी हाल यह है कि वह उत्तराखंड आना नहीं चाहते हैं।
(आईएएनएस)
बिजनौर, 16 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजनौर के नहटौर में नगीना से भाजपा प्रत्याशी ओम कुमार के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए जनता से समर्थन की अपील की।
उन्होंने कहा कि रामनवमी की पावन तिथि यानी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मदिन है। अभी से लाखों लोग अयोध्या धाम में जन्मोत्सव समारोह में पहुंच रहे हैं। पांच सौ वर्षों के बाद पहली बार यह अवसर आ रहा है, जब रामलला अपनी जन्मभूमि पर जन्मोत्सव मनाएंगे। हमारी पीढ़ियां धन्य हो गई। हम जन्मोत्सव कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां आराध्य को अपनी जन्मभूमि के लिए प्रमाण देना पड़ा। यह संकट कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने दिया। इन्होंने हमारी आस्था को संकटग्रस्त करने का प्रयास किया, लेकिन, सनातन समाज कहां मानने वाला था, वह प्रभु राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए संकल्पित था और पीएम मोदी के कारण उसे सफलता प्राप्त हुई।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को चुनाव हरवाया था। 2012 में सत्ता में आने पर सपा ने कहा था कि दलितों के स्मारकों को तुड़वाएंगे। इनकी मानसिकता केवल और केवल समाज को तोड़ने की रही है।
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने बाबा साहेब से जुड़े पंच तीर्थ का निर्माण करवाया। आपने सरकार बनाने में योगदान दिया, इसलिए यह श्रेय आपको जाता है। सही दिशा में गया एक वोट तस्वीर-तकदीर बदल देता है, गलत दिशा में गया वोट पहचान का संकट खड़ा कर देता है। कांग्रेस, सपा-बसपा दलदल में डूबे दल हैं। इन्हें अच्छाई से नफरत है। माफिया-अपराधियों को गले का हार बनाते हैं और उनका महिमा मंडन करते हैं। उनके घरों में जाकर फातिहा पढ़ते हैं, लेकिन कोई निर्दोष हिंदू दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो इनके मुंह से संवेदना के एक शब्द भी नहीं निकलते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सपा-बसपा के समय संत रविदास की जन्मभूमि सीर गोवर्धन में दिक्कतें होती थी। वहां सिंगल रूट था। वहां आने में लाखों श्रद्धालुओं को कठिनाई होती थी। आज सद्गुरु रविदास की धरती पर भव्य स्मारक, 25 फुट ऊंची प्रतिमा, पार्क और फोरलेन की सड़कें हमारी सरकार ने बनाया है।
(आईएएनएस)
राजगढ़, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी अमृता सिंह भी मौजूद रही।
दुर्गाष्टमी के मौके पर दिग्विजय सिंह ने सबसे पहले जालपा माता सिद्ध पीठ में पहुंचकर धर्मपत्नी के साथ पूजा-अर्चना की। उसके बाद सीमित संख्या में अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को राजगढ़ लोकसभा सीट से अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर से है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लगभग तीन दशक बाद यहां से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वो यहां से दो बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 16 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर राज्य में फर्जी वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया।
सीएम ममता ने कहा, "वे ऐसे फर्जी वीडियो बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। इन्हें बनाने के बाद वे सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। जो कुछ भी आप देखते हैं, उस पर भरोसा न करें, क्योंकि वे हमेशा झूठ का सहारा लेते हैं।"
सीएम ममता ने केंद्रीय एजेंसियों के एक वर्ग पर आम लोगों को भाजपा का समर्थन करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "वे भाजपा के छोटे भाई के रूप में काम कर रहे हैं और आम लोगों को भाजपा का समर्थन करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग भाजपा के चुनाव हारने की आशंका से प्रेरित है। वे जीतेंगे नहीं और उन्हें इस बात का अच्छी तरह एहसास है। हार का डर उन्हें इतने सारे झूठ फैलाने के लिए प्रेरित कर रहा है।"
सीएम ममता ने बुधवार को रामनवमी उत्सव पर तनाव की संभावना पर चेतावनी जारी की। उन्होंने लोगों से कहा कि किसी भी तरह के उकसावे में न फंसें। जिन लोगों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट दिया था, उन्हें अब अपनी गलती का एहसास हो रहा है।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कई विद्यार्थियों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने समेत अन्य मांगों की उपेक्षा को लेकर प्रशासन के खिलाफ मंगलवार को हड़ताल में शिरकत की।
हड़ताल के बीच सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान, कला और सौंदर्यशास्त्र संस्थान तथा कंप्यूटर विज्ञान समेत विभिन्न विभागों की कक्षाएं बाधित रहीं।
हड़ताल का आह्वान जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने किया था जिसने यौन उत्पीड़न की घटना की जल्दी जांच कराने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जेएनयू की एक छात्रा ने 31 मार्च को प्रशासन को एक शिकायत देकर आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय के दो पूर्व विद्यार्थियों समेत चार लोगों ने उस पर उस वक्त आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं जब वह जेएनयू रिंग रोड पर टहल रही थी।
छात्र संघ ने पीड़िता को कथित रूप से धमकाने के प्रयासों के मद्देनजर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की भी विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की थी।
छात्र संघ ने शनिवार को कहा था कि अगर कुलपति 15 अप्रैल तक विद्यार्थियों की चिंता का निदान करने में नाकाम रहती हैं तो जेएनयूएसयू विश्वविद्यालय में पूर्ण हड़ताल करेगा।
छात्र संघ ने अपनी मांगों की एक सूची भी जारी की है जिसमें अब रद्द कर दी गई ‘‘यौन उत्पीड़न के खिलाफ लैंगिंक संवेदीकरण समिति’’ (जीएससीएएसएच) को बहाल करना और विद्यार्थियों से संबंधित फैसले लेने वाली सभी समितियों की बैठक में जेएनयूएसयू को बुलाना शामिल है। (भाषा)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान नोटबंदी की घोषणा की थी। सरकार ने 500 और 1000 के नोटों को तब चलन से बाहर करने की घोषणा कर दी थी।
नोटबंदी के इस फैसले पर मोदी सरकार लगातार यह कहती रही कि इससे नकली नोटों पर लगाम लगने के साथ आतंकवाद का वित्त पोषण करने वालों की भी कमर टूट जाएगी। अब, जबकि मोदी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने वाली है और नोटबंदी को भी 7 साल से ज्यादा का समय हो चुका है तो ऐसे में यह जानना जरूरी है कि सरकार के इस फैसले का असर कितना हुआ।
दरअसल, आंकड़ों की मानें तो 2016 में नोटबंदी के बाद से नकली नोट और इनकी छपाई तेजी से घट रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से प्राप्त आंकड़ों की मानें तो वित्त वर्ष 2023 में लगभग 7.98 करोड़ मूल्य के नकली नोटों का पता चला था, जो 2014 में पाए गए 24.84 करोड़ रुपए के नकली नोटों से 70 फीसदी कम है।
बता दें कि सरकार ने नोटबंदी के बाद 500 और 2000 मूल्य के नए नोट बाजार में उतारे थे। इसमें से 2000 के नोट को भी अब बाजार से वापस ले लिया गया है। मतलब साफ है कि देश में पहले जहां 1000 का नोट सबसे बड़ी करेंसी हुआ करती थी, अब उसकी जगह पर 500 का नोट ही सबसे बड़ी करेंसी के रूप में बच गई है।
नकली नोट की बाजार में उपस्थिति वैध मुद्रा की कीमत को कम कर देती है और इसकी वजह से मुद्रास्फीति की समस्या खड़ी होती है। यह अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। वैसे नकली नोट आज भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा हैं। इसकी वजह यह है कि असली और नकली नोट के बीच अंतर कर पाना लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। जब तक यह पता चल पाता है कि करेंसी नकली है, तब तक यह अर्थव्यवस्था में फैल चुका होता है। यह भारत ही नहीं दुनिया के लगभग सभी देशों की समस्या है।
अब, आरबीआई के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलेगा कि 2016-17 में नकली नोट 43.46 करोड़ रुपए तक पहुंच गए थे। इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। तब से, यह वित्त वर्ष 2022 में घटकर 8.26 करोड़ और वित्त वर्ष 2023 में 7.98 करोड़ रुपए हो गया है। इसके पीछे की वजह यह है कि नोटों के साथ जो सुरक्षा फीचर डाले गए हैं, उसने जालसाजों के लिए मौजूदा तंत्र को बायपास करना अधिक कठिन बना दिया है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इसकी वजह से भी नकली नोटों की संख्या में कमी आई है।
लोकसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इस पर बताया था, "आरबीआई जाली नोटों को लेकर बैंकों को विभिन्न निर्देश जारी करता है। वह बैंकों और अन्य संगठनों जो भारी मात्रा में नकदी संभालते हैं, उनके कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए नकली नोटों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। जिसकी वजह से नकली नोटों की संख्या में कमी आई है।"
वहीं, आंकड़ों की मानें तो नकली नोटों में जो सबसे बड़ा नंबर है, वह 500 के नोट का है। वित्त वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 में 500 के नकली नोटों की संख्या में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं, 100 रुपए के नकली नोटों में 2022 के मुकाबले 2023 में कमी आई है। जबकि, 200 के नकली नोटों की संख्या इस अवधि में थोड़ी बढ़ी है।
नोटबंदी के बाद के 2000 के नोट और 1000 के पुराने नोट अब चलन से बाहर हैं। लेकिन, बैंकिंग सिस्टम में इसकी वापसी के बाद इसके नकली नोट पाए गए। इसके पीछे की वजह यह रही है कि नकली नोट बनाने वाले आमतौर पर उच्च मूल्यवर्ग की मुद्रा को लक्ष्य करते हैं। ऐसे में अब इसके बाद बाजार में बचे बड़े नोट 500, 200 और 100 की नकली करेंसी अधिक सामने आ रही है।
बता दें कि देशभर में प्रचलन में जितनी कुल मुद्रा है, उसके अनुसार वित्त वर्ष 2014 में नकली नोटों की हिस्सेदारी 0.0194 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 में 0.0024 प्रतिशत हो गई है।
(आईएएनएस)
पूर्णिया/गया, 16 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अगर वह दोबारा सत्ता में आए तो उनकी सरकार घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो वोट बैंक की राजनीति की वजह से फली-फूली।
प्रधानमंत्री ने बिहार के सीमांचल के पूर्णिया जिले में एक रैली में यह बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले सभी तत्व सरकार की नजर में हैं। चार जून का परिणाम सीमांचल की सुरक्षा को तय करेगा ।’’
पूर्णिया जिले की सीमा नेपाल और बांग्लादेश से लगती है।
मोदी ने कहा,‘‘ वोट बैंक की राजनीति के कारण सीमांचल क्षेत्र में घुसपैठ को बढ़ावा मिला जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो गया है और इस क्षेत्र में रहने वाले दलितों समेत गरीबों को नुकसान हुआ है। कई बार उन पर हमले हुए और उनके घरों में आग लगा दी गई ।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जो लोग राजनीतिक फायदे के चलते सीएए का विरोध कर रहे हैं, वे यह जान लें, यह मोदी है, जो न डरने वाला है, न ही झुकने वाला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजग सरकार सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने, अनुच्छेद 370 को हटाने और अयोध्या में राम मंदिर जैसे बड़े कार्य करने में सक्षम रही है।
पूर्णिया से पहले प्रधानमंत्री ने गया में एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। दोनों स्थानों पर उनके भाषणों में संविधान और बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर का जोरदार उल्लेख था।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं गरीबों, पिछड़े वर्गों, दलितों का हूं क्योंकि मैं उन्हीं के बीच से आया हूं। मोदी को यह पद राजेंद्र बाबू और बाबा साहब अंबेदकर का दिया हुआ है जिन्होंने संविधान का निर्माण किया। यह संविधान न होता तो कभी ऐसे पिछडे़ परिवार में पैदा हुआ गरीब का एक बेटा देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता था ।’’
देश के संविधान को लेकर मोदी की यह टिप्पणी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के इस आरोप के एक दिन बाद आया है कि भाजपा के नेता खुलेआम संविधान को बदलने की बातें कर रहे हैं लेकिन पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने दोनों ही स्थानों पर अपने भाषण में राजद पर तीखा हमला किया और उसपर बिहार में सत्ता में रहने के दौरान ‘‘जंगलराज’’ और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार पर राजग सरकार की कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रसाद को चारा घोटाले के मामलों में दोषी ठहराया गया है जबकि उनके छोटे बेटे और संभावित उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव समेत उनके परिवार के कई सदस्य ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले में नामजद हैं।
प्रधानमंत्री की पूर्णिया की रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनुपस्थित रहे जबकि भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू के उम्मीदवार संतोष कुमार कुशवाहा इस संसदीय क्षेत्र से राजग उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड रहे हैं।
मोदी ने परोक्ष रूप से कांग्रेस का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘आपातकाल के दौरान हमारे विरोधियों ने संविधान से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी। वे सब कुछ एक परिवार के हितों की पूर्ति के लिए चाहते हैं।’’
गया, बिहार की उन चार लोकसभा सीट (अन्य तीन नवादा, जमुई और औरंगाबाद) में से एक है जहां पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है।
आरक्षित सीट गया से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत पूर्णिया सहित बिहार की पांच सीट (अन्य चार किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और बांका) पर 26 अप्रैल को मतदान होना है। (भाषा)
सरायकेला, 16 अप्रैल । झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव में झारखंड में एनडीए का खाता भी नहीं खुल पाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार के झूठ की कलई खुल रही है। आदिवासियों और पिछड़ों की उन्होंने हमेशा उपेक्षा की। जनता उन्हें इस बार मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना चुकी है।
सोरेन मंगलवार को सरायकेला में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बूथ स्तरीय संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड के कोल्हान प्रमंडल की सभी 14 विधानसभा सीटों पर एनडीए को पराजित होना पड़ा था। इस बार लोकसभा चुनाव में पूरे झारखंड में इनकी यही स्थिति होने वाली है।
सीएम सोरेन ने कहा कि भाजपा की गारंटी का सच क्या है? यह जनता को मालूम है। वे केवल जनता को ठगने की गारंटी दे सकते हैं। झारखंड को पीएम आवास का पैसा रोक दिया गया। 2022 तक सबको पक्का मकान देने की गारंटी दी गई थी, लेकिन मिला क्या? हमने गरीबों को तीन कमरे का मकान अबुआ आवास देना शुरू किया। स्कूलों को मॉडल और स्मार्ट बनाना शुरू किया। जब डबल इंजन की सरकार थी तो पांच हजार स्कूलों को बंद कर दिया, ताकि आदिवासियों के बच्चे नहीं पढ़ सकें।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से 21 अप्रैल को रांची में इंडिया गठबंधन की ओर से होने वाली न्याय उलगुलान रैली में ज्यादा से ज्यादा तादाद में हिस्सा लेने की अपील की।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तिहाड़ जेल से नागरिकों के लिए एक संदेश जारी कर कहा है ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं।’’
सिंह ने जेल में बंद केजरीवाल के साथ किये जा रहे कथित व्यवहार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रतिशोध और दुर्भावना के चलते उन्हें तोड़ना चाहती है, लेकिन वह इन सबसे और अधिक मजबूत होकर उभरेंगे।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल में बंद एक ‘कुख्यात अपराधी’ को बैरक में अपने वकील और पत्नी से मिलने की अनुमति दी गई, जबकि केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की मुलाकात के दौरान उनके बीच कांच की दीवार थी।
सिंह ने कहा कि खुद के साथ हो रहे व्यवहार से आहत होकर केजरीवाल ने देशवासियों के लिए संदेश भेजा है कि ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री का बयान 2010 की शाहरुख खान अभिनीत फिल्म ‘माई नेम इज खान’ से लिया गया है जिसमें अभिनेता कहते हैं, ‘‘माई नेम इज खान और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘केजरीवाल के साथ एक आतंकवादी की तरह व्यवहार किया जा रहा था और उन्हें ‘कांच की दीवार’ के जरिये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने की अनुमति दी गई थी।’’
धन शोधन मामले में छह महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में रिहा हुए सिंह ने आरोप लगाया कि, ‘‘तिहाड़ की जेल संख्या दो में एक कुख्यात अपराधी अपने वकील और पत्नी से बैरक में मिला। इसी तरह अन्य बंदियों की भी जेल कार्यालय में मुलाकात कराई जाती है।’’ हालांकि, उन्होंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया।
महानिदेशक (जेल) संजय बेनीवाल ने सोमवार को कहा था कि कैदियों के साथ व्यवहार में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें समान मूल अधिकार मिले।
मान ने सोमवार को तिहाड़ जेल में केजरीवाल से मुलाकात की और आरोप लगाया कि उन्हें वहां वे सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं जिन्हें एक कट्टर अपराधी को भी मुहैया कराने की अनुमति है।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया में बेनीवाल ने कहा, ‘‘कट्टर या सामान्य अपराधी के बीच कोई अंतर नहीं है। जेल नियमावली में कैदियों के बीच कोई अंतर नहीं है। हर कैदी के पास बुनियादी अधिकार हैं और इसे सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल देश में पेट्रोल की खपत अप्रैल के पहले पखवाड़े में सात प्रतिशत बढ़ गई जबकि डीजल की बिक्री में 9.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
भीषण गर्मी के मौसम की शुरुआत से पहले पेट्रोल और डीजल बिक्री के संबंध में परस्पर विरोधी आंकड़े सामने आए हैं। तीनों सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों का ईंधन बाजार के 90 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है।
आंकड़ों से पता चलता है कि एक से 15 अप्रैल के दौरान पेट्रोल की बिक्री बढ़कर 12.2 लाख टन हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.4 लाख टन थी।
वहीं इस अवधि में डीजल की मांग 9.5 प्रतिशत घटकर 31.4 लाख टन रह गई।
पेट्रोल की कीमतों में आंशिक कटौती की वजह से निजी वाहनों का इस्तेमाल बढ़ने के कारण बिक्री बढ़ गई। लेकिन फसल कटाई के मौसम के साथ गर्मी बढ़ने पर कारों में एयर कंडीशनिंग की मांग बढ़ने पर आगे चलकर डीजल की मांग बढ़ने का अनुमान है।
पिछले महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। इससे पहले दो साल तक ईंधन कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
डीजल भारत में सबसे अधिक खपत वाला ईंधन है, जो सभी पेट्रोलियम उत्पादों की खपत का लगभग 40 प्रतिशत है। देश में कुल डीजल बिक्री में परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है। यह हार्वेस्टर और ट्रैक्टर सहित कृषि क्षेत्रों में उपयोग किया जाने वाला प्रमुख ईंधन है।
पेट्रोल की खपत में लगातार साल-दर-साल वृद्धि देखी जा रही है जबकि डीजल की खपत में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
आलोच्य अवधि में विमानों में इस्तेमाल होने वाले ईंधन (एटीएफ) की बिक्री सालाना आधार पर 10.4 प्रतिशत बढ़कर 3,35,700 टन हो गई। पेट्रोल और डीजल की तरह, एटीएफ की मांग भी अब पूर्व-कोविड स्तर से अधिक हो चुकी है।
अप्रैल के पहले पखवाड़े में रसोई गैस एलपीजी की बिक्री सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत बढ़कर 12 लाख टन हो गई। हालांकि, मासिक आधार पर एलपीजी की मांग 11.6 प्रतिशत घटी है। (भाषा)
हैदराबाद, 16 अप्रैल। भाजपा सांसद के. लक्ष्मण ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता के बहाने गारंटी के क्रियान्वयन से बचने की कोशिश करने के लिए तेलंगाना के लोग सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि लोग कांग्रेस सरकार से नाराज हैं और अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनाव में वे अपना रोष जाहिर करेंगे।
नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में दी गई गारंटी के क्रियान्वयन में देरी के लिए राज्यसभा सदस्य ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान संकट के कारण आत्महत्या कर रहे हैं और कांग्रेस सरकार ने अपने वादे के मुताबिक 100 दिनों में गारंटी लागू नहीं कर उन्हें धोखा दिया है। रायथू स्वराज्य वेदिका और कांग्रेस किसान सेल ने कहा है कि 60 किसानों ने आत्महत्या की है लेकिन सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी इससे इनकार कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से जवाब देने को कहा कि किसानों को कांग्रेस को वोट क्यों देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार की तरह कांग्रेस सरकार भी देरी की रणनीति अपना रही है।
सांसद ने टिप्पणी की कि कांग्रेस झूठ, विश्वासघात और साजिशों के लिए जानी जाती है। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना के लोग दोबारा धोखा खाने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने किसानों के लिए हर साल प्रति एकड़ 15,000 रुपये की निवेश सहायता, प्रति क्विंटल धान पर 500 रुपये का बोनस, प्रत्येक खेतिहर मजदूर के लिए 12,000 रुपये की वित्तीय सहायता और 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण की माफी जैसी गारंटी लागू नहीं करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
लक्ष्मण ने प्रत्येक महिला को 2,500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता के वादे को लागू करने में विफल रहने के लिए कांग्रेस सरकार की भी खिंचाई की।
उन्होंने पिछली बीआरएस सरकार के भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए कांग्रेस पर भी हमला बोला। वह जानना चाहते थे कि कांग्रेस कालेश्वरम, मेदिगड्डा, धरणी जैसे घोटालों, ड्रग्स माफिया, बिजली खरीद में अनियमितताओं और फोन टैपिंग में दोषियों को दंडित करने में क्यों विफल रही है।
उन्होंने याद दिलाया कि अभियान के दौरान, रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं को भ्रष्ट कहा था और पूछा था कि वह अब उन्हें कांग्रेस पार्टी में क्यों ले रहे हैं।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कांग्रेस ने आयरलैंड में भारत के राजदूत द्वारा एक स्थानीय दैनिक के संपादकीय का जवाब देते हुए उसकी (कांग्रेस की) आलोचना करने पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि एक राजनयिक का सरेआम ‘पार्टी सदस्य’ की तरह विपक्षी दलों पर हमला करना ‘शर्मनाक व्यवहार’ है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिये।
‘द आइरिश टाइम्स’ को दिए अपने जवाब में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश उन पर निशाना साधा।
अखबार में 11 अप्रैल को छपे संपादकीय को लेकर भेजे जवाब में मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अभूतपूर्व लोकप्रियता और कद हासिल है। यह नवीन, समावेशी शासन और सतत विकास पर त्रुटिहीन व्यक्तिगत चरित्र और ईमानदारी और विचारवान नेतृत्व के कारण है।’’
राजदूत ने यह भी लिखा, ‘‘भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें जमा चुके तंत्र (भारत में एक ही वंशवादी पार्टी द्वारा 55 साल के शासन द्वारा निर्मित) के खिलाफ लड़ाई मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता के पीछे एक प्रमुख कारक है।’’
उनकी इस टिप्पणी को लेकर रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत सरकार का बचाव करना एक बात है और (एक राजनयिक से) इसकी उम्मीद भी की जानी चाहिए। लेकिन एक पक्ष की तरह इस तरह से विपक्षी दलों पर खुलेआम हमला करने की उम्मीद नहीं की जाती है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यह राजदूत वास्तव में एक ‘करियर डिप्लोमैट’ हैं, जो उनकी टिप्पणियों को और भी शर्मनाक, अपमानजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य बनाता है। उन्होंने वास्तव में विदेश सेवा नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’ (भाषा)
शिवपुरी/गुना, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के गुना संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
सिंधिया ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले गुना में टेकरी स्थित हनुमान मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की और बजरंग बली के दरबार में माथा ठेका। उसके बाद सैकड़ों कारों का काफिला गुना से शिवपुरी पहुंचा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोड शो करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इस मौके पर सिंधिया के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल दिल्ली पुलिस ने महंगी कारें चुराने और बेचने के आरोप में बिहार से 37 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी दिल्ली) अपूर्वा गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि आरोपी की पहचान लवली सिंह के रूप में हुई है, जो बिहार के पाटिलपुत्र की रहने वाली है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष उसके पति गोविंद की गिरफ्तारी के बाद एक अभियान शुरू किया गया था, और तीन अप्रैल को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया, ''पूछताछ में गोविंद ने खुलासा किया था कि उसकी पत्नी लवली ने दिल्ली से कई लग्जरी गाड़ियां चुराई थीं और उन्हें बिहार व झारखंड में बेचा था।''
उन्होंने बताया कि लवली को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई गयी थीं लेकिन बार बार ठिकाना बदलने की वजह से वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर थी।
अपूर्वा ने बताया कि लवली जानी-मानी सोसायटियों में भी रहती थी ताकि उस पर किसी को शक न हो।
अधिकारी ने बताया, ''लवली के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था और अदालत ने उसे 20 दिसंबर 2023 को भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। तीन अप्रैल को लवली को पाटिलपुत्र इलाके से गिरफ्तार किया गया और उसे हिरासत में ले लिया गया।''
डीसीपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान लवली ने पुलिस को बताया कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उसने एक बीमा कंपनी में काम किया, जहां उसकी मुलाकात चोरी के वाहनों की खरीद-फरोख्त करने वालों से हुई।
उन्होंने कहा, "वह और उसका पति गोविंद चोरी के वाहनों की खरीदी बिक्री करने लगे। उसने बताया कि उसे 2021 में वाहन चोरी और डकैती से जुड़े एक मामले में झारखंड के रांची में गिरफ्तार किया गया था।"
उसने गाड़ियां चुराने वालों से और ऐसे वाहनों की खरीदी बिक्री करने वाले दूसरे लोगों से भी संपर्क स्थापित किया।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने टोयोटा फॉर्च्यूनर व हुंडई अल्काजार सहित नौ एसयूवी जब्त की हैं।
अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। (भाषा)