राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 15 नवंबर । दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई और बुधवार को कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'खतरनाक' स्तर पर भी दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह नौ बजे आनंद विहार में पीएम2.5 का स्तर 500 और पीएम10 का 476 दर्ज किया गया जो 'गंभीर' श्रेणी में है। कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 102 पर 'मध्यम' श्रेणी में और एनओ2 का स्तर 53 पर संतोषजनक स्तर पर था।
बवाना में पीएम2.5 का स्तर 500 पर और पीएम10 का 435 पर पहुंच गया, जबकि सीओ 95 पर पहुंच गया, 'संतोषजनक' और एनओ2 का स्तर 21 पर 'अच्छा' रहा।
द्वारका सेक्टर-8 में पीएम 2.5 का स्तर 446 पर पहुंच गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में है। जबकि पीएम 10 का स्तर 361 पर है, जो बहुत खराब है, जबकि सीओ 62 पर संतोषजनक है।
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल3 क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' थी। पीएम 2.5 का स्तर 429 पर और पीएम10 का 286 पर 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया, जबकि सीओ 84 पर 'संतोषजनक' श्रेणी में रहा।
दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में पीएम 10 का स्तर 437 पर था, जो 'गंभीर' श्रेणी में है। पीएम 2.5 का स्तर 327 पर था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।
एनओ2 मध्यम स्तर पर 127 पर पहुंच गया, जबकि सीओ संतोषजनक स्तर पर 88 पर था।
जहांगीरपुरी में पीएम 2.5 का स्तर 500 पर दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में है। पीएम10 का स्तर 489 पर पहुंच गया, जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में रखता है। यहां, कार्बन मोनोऑक्साइड 'संतोषजनक' स्तर पर 90 और एनओ2 का का स्तर 13 पर 'अच्छी' श्रेणी में था।
शून्य और 50 के बीच AQI को 'अच्छा'; 51 और 100 'संतोषजनक'; 101 और 200 'मध्यम'; 201 और 300 'गरीब'; 301 और 400 'बहुत खराब'; और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है। (आईएएनएस)
केदारनाथ, 15 नवंबर । चारधाम यात्रा 2023 अब समापन की ओर है। मंगलवार को सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट बंद हुए। उसके बाद आज यानि बुधवार को केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि विधान के साथ बंद हुए। शीतलहर तथा बर्फ के बीच केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज बुधवार कार्तिक मास शुक्ल पक्ष द्वितीया, वृश्चिक राशि, ज्येष्ठा नक्षत्र के शुभ अवसर पर सुबह साढ़े आठ बजे विधि-विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गए।
आजकल केदारनाथ का पूरा इलाका बर्फ की चादर ओढ़े है। आधा फीट बर्फ मौजूद है, लेकिन कपाट बंद के समय मौसम साफ रहा। इस अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया और ढाई हजार से अधिक तीर्थयात्री कपाट बंद होने के गवाह बने।
इस दौरान सेना के भक्तिमय धुनों के साथ जय केदार तथा ऊं नम शिवाय के उदघोष से केदारनाथ गूंज उठा। कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली हजारों तीर्थयात्रियों के साथ सेना के बैंड बाजों के साथ पैदल प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान हुई।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय मंगलवार को कपाट बंद की तैयारियों के लिए केदारनाथ पहुंच गये थे। बुधवार को इस अवसर पर उनके साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की धर्मपत्नी मीडिया दिग्गज रिनिकी भुयान शर्मा तथा परिजन भी मौजूद रहे।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में केदारनाथ यात्रा का सफलतापूर्वक समापन हो रहा है। इस यात्रावर्ष साढ़े उन्नीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। उन्होंने यात्रा से जुड़े सभी संस्थानों को भी बधाई दी।
बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि केदारनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि से मंगलवार 14 नवंबर तक 19,57,850 (उन्नीस लाख सत्तावन हजार आठ सौ पचास) तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। मंदिर में नित्य नियम पूजा- अर्चना तथा दर्शन हुए, फिर कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत स्वयंभू शिवलिंग से श्रृंगार अलग कर केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग की उपस्थिति में पुजारी शिवलिंग ने स्थानीय शुष्क पुष्पों, ब्रह्म कमल, कुमजा, राख से समाधि रूप दिया गया।
अजेंद्र अजय पूरे समय मौजूद रहे। साथ ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के अधिकारी, मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, तीर्थपुरोहित समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे।
केसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि, कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेगी। 16 नवंबर को पंचमुखी डोली गुप्तकाशी पहुंचेगी। 17 नवंबर शुक्रवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। इसके बाद शीतकालीन पूजास्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजा हो जायेगी।
केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही भैया दूज पर विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद हो गए। यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकाल के 6 महीने मां यमुना के दर्शन खरसाली खुशी मैथ में होंगे। यमुनोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में है। इस साल यमुनोत्री धाम के दर्शन करने के लिए 735,040 (7 लाख 35 हजार 40) श्रद्धालु पहुंचे। (आईएएनएस)
सिंगापुर, 15 नवंबर । भारतीय मूल के एक 32 वर्षीय व्यक्ति को कई अपराधों के लिए 22 महीने से अधिक की जेल और तीन बार बेंत से मारने की सजा सुनाई गई है। अदालत ने उसे एक व्यक्ति पर बीयर की टूटी बोतल से हमला करने और दूसरे व्यक्ति पर पेशाब करने का दोषी पाया।
द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हरई कृष्ण मनोहरन को मंगलवार को छह आरोपों में दोषी ठहराया गया, जिसमें खतरनाक हथियार से जानबूझकर चोट पहुंचाना, एक लोक सेवक को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए आपराधिक बल का उपयोग करना और उत्पीड़न शामिल है।
अदालत को बताया गया कि जब अप्रैल 2021 में 37 वर्षीय पीड़ित ने उसके गिरोह में शामिल होने से इनकार कर दिया, तो हरई ने एक कांच की बीयर की बोतल तोड़ कर उसे उसकी गर्दन पर सटा दिया।
उप लोक अभियोजक ग्लेडिस लिम ने कहा: “पीड़ित ने देखा कि उसके हाथ से खून बह रहा है और उसकी नसें खुल गई हैं। वह बेहोश होकर वहीं गिर गया।"
पीड़ित ने अपनी गर्दन को हमले से बचा लिया, लेकिन उसका दाहिना हाथ बुरी तरह से कट गया, जिसके लिए उसकी सर्जरी की गई और हमले के बाद के दिनों में उसके दाहिने हाथ की संवेदना और गति चली गई थी।
लिम ने हरई के लिए 21-27 महीने की जेल और बेंत के तीन से छह प्रहार की मांग करते हुए कहा कि पीड़ित को गंभीर शारीरिक क्षति पहुंचाई गई थी। उस पर बिना उकसावे के हमला किया गया था।
इस घटना के बाद, हरई ने जुलाई 2021 में अपनी मां को भी मुक्का मारा था, जब उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हरई और उसकी तत्कालीन प्रेमिका के बीच विवाद में हस्तक्षेप किया था।
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी मां के प्रेमी के चेहरे पर कई बार मुक्का मारने के बाद उसने उस पर पेशाब कर दिया था।
एक अन्य घटना में, पुलिस ने हरई को जनवरी 2022 में तीन बोतल शराब पीने के बाद एक खाली डेक पर अव्यवस्थित पाए जाने पर गिरफ्तार कर लिया।
हरई ने पुलिस वाहन में चढ़ने का विरोध किया और दो पुलिस अधिकारियों पर थूका और लात मारी।
उसने मंगलवार को जिला न्यायाधीश क्रिस्टोफर गोह से कहा कि उसे अपने कृत्य पर पछतावा है और वह गुस्से पर नियंत्रण के लिए मदद मांग रहा है। (आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 15 नवंबर । ग्रेटर नोएडा के थाना जेवर इलाके के एक गांव में बीती रात दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान जमकर लाठी डंडे चले, पथराव हुआ और गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में एक नाबालिक घायल हो गया जिसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 7 में से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बाकी की तलाश की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 14 नवंबर की रात थाना जेवर क्षेत्र के अंतर्गत मोहबलिपुर गांव में राकेश व सोनू के बीच विवाद हुआ। सोनू ने अपने साथियों के साथ राकेश के साथ मारपीट कर दी। जिसपर ललित (राकेश पक्ष) के लोग एकत्रित हो गए।
सोनू ने अपने साथियों के साथ विपक्षी पक्ष के साथ मारपीट व फायरिंग कर दी, जिसमे मोहित, नरेंद्र व हरेंद्र घायल हो गए। पुलिस ने सोनू सहित 7 लोगो पर मामला दर्ज किया।
पुलिस ने करवाई करते हुए घटना में शामिल मुख्य नामजद सोनू, गौरव, रंजीत, निशांत, शिवनीत 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य अभियुक्तो की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
इसी दौरान इलाज के वक्त बालक मोहित (15 वर्ष) की जेपी हॉस्पिटल नोएडा में मृत्यु हो गई। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 नवंबर । अक्टूबर के अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़े शेयर बाजार के लिए गेमचेंजर हैं। 3.2 प्रतिशत अक्टूबर मुद्रास्फीति काफी कम है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि महीने के हिसाब से मुख्य मुद्रास्फीति में मात्र 0.2 प्रतिशत की वृद्धि बेहद सकारात्मक है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि फेड अब दरों में बढ़ोतरी नहीं करेगा और 2024 में दरों में होने वाली कटौती अब पहले भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बाजारों में तेज सुधार का असर भारत पर भी दिखेगा।
शॉर्ट कवरिंग से बाजार में तेजी बढ़ सकती है। बिकवाली के बजाय एफआईआई अब खरीददारी कर सकते हैं, नहीं तो वे दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था में रैली से चूक जाएंगे। उन्होंने कहा, एफआईआई की बिकवाली से जो शेयर प्रभावित हो रहे थे, उनमें उछाल आएगा।
भारत में सीपीआई मुद्रास्फीति में गिरावट भी एक बड़ा कारण है। सभी सेक्टर में तेजी की संभावना है। वित्तीय, ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, सीमेंट और डिजिटल कंपनियां डीआईआई, एचएनआई और खुदरा निवेशकों से निवेश आकर्षित करेंगी। उन्होंने कहा कि एफआईआई और डीआईआई के बीच रस्साकशी स्पष्ट रूप से डीआईआई के पक्ष में है।
बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 593 अंक ऊपर उठ कर 65,527 अंक पर है। आईटी दिग्गजों में टेक महिंद्रा तीन प्रतिशत, विप्रो और इंफोसिस लगभग दो प्रतिशत ऊपर हैं। (आईएएनएस)
गाजियाबाद, 15 नवंबर । गाजियाबाद के खोडा कॉलोनी में एक मकान में सिलेंडर में लगी आग के बाद हुए विस्फोट से मकान के फर्स्ट फ्लोर की छत और दीवार टूट कर गिर गई। इसके चलते एक महिला घायल हो गई और नीचे खड़ी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलवा हटाया और घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया।
फायर विभाग गाजियाबाद से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह फ़ायर स्टेशन वैशाली में 7:40 बजे राजू के मधु विहार खोड़ा कालोनी में मकान में आग की सूचना मिली। सूचना मिलते ही फायर स्टेशन वैशाली से अग्निशमन अधिकारी सहित 1 फायर टैंकर तथा 1 हाईप्रेशर वाटर मिस्ट घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
घटनास्थल पर जाकर देखा तो मकान में सिलेंडर फटने के कारण मकान के प्रथम तल की दीवार और छत साईड में गिर चुकी थी। फायर यूनिट ने बिना देर किए क्षतिग्रस्त हुए मलबे को हटा कर काफी मेहनत के बाद सुनिश्चित किया कि कोई मलबे में दबा नहीं है।
इस घटना में राजू की पत्नी विमलेश देवी (40 वर्ष) घायल हो गई। उन्हें नज़दीकी अस्पताल में पहुंचाया गया। विस्फोट से गिरी दीवार से घर के नीचे खड़े वाहन भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। (आईएएनएस)
2022-23 में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ कर 2.60 लाख भी पार कर गई. यह आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा है और अब अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाला हर चौथा विदेशी छात्र भारतीय है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
अमेरिकी सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़े स्पष्ट दिखा रहे हैं कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों को चुनने वाले भारतीय छात्रों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. एक साल में 35 प्रतिशत उछाल के साथ 2022-23 में यह आंकड़ा 2,68,923 पर पहुंच गया.
यह आंकड़े "ओपन डोर्स रिपोर्ट" में दिए गए हैं जिसे अमेरिकी विदेश मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ एजुकेशनल एंड कल्चरल अफेयर्स और इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन ने जारी किया है. अमेरिका में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या चीनी छात्रों की है.
अमेरिका का आकर्षण
भारत दूसरे पायदान पर है लेकिन जहां चीनी छात्रों की संख्या पिछले साल के मुकाबले 0.2 प्रतिशत घट गई है, वहीं भारतीय छात्रों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. बल्कि 2022-23 के आंकड़े दिखा रहे हैं कि भारतीय छात्रों की संख्या में इतनी बड़ी बढ़ोतरी (35 प्रतिशत) पहले कभी नहीं हुई.
अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा अंडर ग्रैजुएट और ग्रैजुएट छात्रों को भर्ती करने में भारत को सबसे ज्यादा वरीयता दी जाती है. इस अवधि में भारतीय अंडर ग्रैजुएट छात्रों की संख्या 16 प्रतिशत बढ़ी जबकि ग्रैजुएट छात्रों की संख्या में करीब 63 प्रतिशत का उछाल आया.
रिपोर्ट के मुताबिक कुल भारतीय छात्रों में से 84 प्रतिशत से भी ज्यादा ने डॉक्टरल विश्वविद्यालयों को चुना. टेक्सास, न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया, मेसाचुसेट्स और इलिनॉय वो राज्य हैं जिनके सबसे ज्यादा विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों को दाखिला मिला.
भारतीय संस्थानों का स्तर
ये आंकड़े दिखाते हैं कि बीते कुछ महीनों में सामने आई वीजा संबंधी समस्याओं के बावजूद अमेरिका अभी भी भारतीय छात्रों का मनपसंद ठिकाना बना हुआ है. यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता को लेकर चर्चा चल रही है.
इसी महीने जारी की गई क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स एशिया की रिपोर्ट में पहली बार भारत के 148 विश्वविद्यालयों को जगह मिली, लेकिन वे चोटी के 20 विश्वविद्यालयों की सूची में अपना स्थान नहीं बना पाए. यानी दुनिया तो क्या सिर्फ एशिया के भी सबसे अच्छे विश्वविद्यालयों की सूची में एक भी भारतीय विश्वविद्यालय नहीं है.
इस सूचकांक में भारतीय संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे सबसे ऊपर रहा, लेकिन 40वें पायदान पर. आईटी दिल्ली 46वें स्थान पर है और आईआईटी मद्रास 53वें स्थान पर. अमूमन भारतीय संस्थानों में सबसे ऊंचा स्थान पाने वाला इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस करीब छह पायदान गिर कर 58वीं रैंक पर आ गया. दिल्ली विश्वविद्यालय 85वें स्थान से गिर कर 94 पर पहुंच गया है. (dw.com)
कर्नाटक में परीक्षाओं के दौरान सिर ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्य सरकार का कहना है कि ऐसा नकल रोकने के लिए किया गया है लेकिन आरोप लग रहे हैं कि बीजेपी की ही तरह कांग्रेस ने भी हिजाब पर निशाना साधा है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
कर्नाटक एग्जैमिनेशन अथॉरिटी (केईए) ने यह कदम राज्य के कई बोर्ड और कॉर्पोरेशनों में नौकरी के लिए करवाई जाने वाली भर्ती परीक्षाओं को लेकर उठाया है. ये परीक्षाएं 18 और 19 नवंबर को होनी हैं.
दरअसल केईए के नए नियम सिर्फ सिर ढकने की मनाही तक ही सीमित नहीं हैं. एक पूरा का पूरा ड्रेस कोड बनाया गया है, जिसके तहत पूरी बाजू की कमीज, कुर्ता-पजामा और जींस भी पहनने की इजाजत नहीं है.
क्या मना है ड्रेस कोड में
सलाह तो यह भी दी गई है कि उम्मीदवार जो पैंट पहनें उनमें पॉकेट ना हों तो अच्छा है. कपड़े हल्के होने चाहिएं और उन पर ना ज्यादा कढ़ाई होनी चाहिए ना बड़े बटन और ना जिप वाली पॉकेट. जूते भी पहनने की इजाजत नहीं है. जूतों की जगह पतले तलवे वाली सैंडल पहननी होंगी.
अंगूठी, झुमका, ब्रेसलेट आदि जैसे जेवर पहनना भी मना है. प्राधिकरण का कहना है कि यह कदम परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए उठाए गए हैं, लेकिन इन कदमों को राजनीतिक दृष्टि से भी देखा जा रहा है और कांग्रेस की आलोचना की जा रही है.
कुछ दिनों पहले कलबुर्गी में हो रही ऐसी ही एक परीक्षा के केंद्र में घुसने से पहले एक महिला परीक्षार्थी को उनके मंगलसूत्र समेत सारे जेवर उतारने के लिए कहा गया था. सुरक्षा अधिकारियों का कहना था कि केंद्र में धातु की चीजें ले जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन इस पर विवाद खड़ा हो गया था.
बीजेपी के विधायक बसनागौड़ा पाटिल और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राज्य सरकार पर "महिलाओं और हिंदू परंपरा का अपमान" करने का आरोप लगाया. राजनीतिक विरोध होने के बाद महिलाओं को परीक्षा केंद्र में मंगलसूत्र और बिछिया पहनने की इजाजत तो दे दी गई, लेकिन यह विस्तृत ड्रेस कोड भी लागू कर दिया गया.
कांग्रेस भी हिजाब के खिलाफ?
अब इस ड्रेस कोड को लेकर राज्य में कांग्रेस सरकार एक नए विवाद में फंस गई है. अब सरकार पर मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनने से रोकने के आरोप लग रहे हैं. एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कर्नाटक सरकार ने परीक्षाओं में हिजाब पर बैन लगा दिया है.
ड्रेस कोड में हिजाब का जिक्र तो नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि सिर ना ढकने के आदेश के तहत अपने आप हिजाब भी आएगा. ओवैसी का कहना है कि राज्य में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने हिजाब पर जो बैन लगाया था, कांग्रेस ने वह भी नहीं हटाया है.
कर्नाटक में 2022 में जब बीजेपी की सरकार थी उस दौरान उच्च शिक्षण संस्थानों में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने के अधिकार को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई थी. उडुपी में एक कॉलेज की छह छात्राओं ने कक्षा में हिजाब पहनने से रोकने के बाद विरोध किया था.
पुराना मामला अभी भी लंबित
हिजाब का यह विवाद उसके बाद उडुपी के अलावा अन्य जिलों तक फैल गया. छात्राओं के हिजाब पहनने के विरोध पर हिंदू छात्रों ने भगवा शॉल पहनकर कक्षाओं में भाग लेने की मांग की, जिससे कक्षाएं बाधित हुईं. उसके बाद मामला अदालत में गया.
कर्नाटक हाई कोर्ट ने प्रतिबंध के फैसले को सही ठहराया. फिर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 26 अपीलें दायर की गई. सुप्रीम कोर्ट के दो जजों की पीठ ने बंटा हुआ फैसला दिया और फैसला तीन जजों की पीठ पर छोड़ दिया है.
एक जज ने राज्य सरकार द्वारा लगाए गए बैन का समर्थन किया जबकि दूसरे जज ने विरोध. तीन जजों की पीठ का अभी तक गठन नहीं हुआ है और मामला अभी तक एक तरह से लंबित ही है. (dw.com)
बैतूल, 14 नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि केंद्र भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर बुधवार को देश में आदिवासियों के कल्याण के लिए 24,000 करोड़ रुपये की एक योजना शुरू करेगा।
बैतूल जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपने अभियान के आखिरी दिन बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संकेत है कि इन चुनावों में भाजपा की जीत पक्की है।
मोदी ने कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों के बीच भाजपा के प्रति अभूतपूर्व विश्वास और स्नेह देखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हार स्वीकार कर ली है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ कल जनजातीय गौरव दिवस है, मैं (आदिवासी प्रतीक) भगवान बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए झारखंड जाऊंगा। पूरा देश भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाएगा और इस अवसर पर केंद्र सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिए 24,000 करोड़ रुपये की योजना की घोषणा करेगी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही हार स्वीकार कर ली है और अब चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में अपनी किस्मत जगाने के लिए संतों की ओर रुख कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस जानती है कि उनके झूठे वादे मोदी की गारंटी के आगे टिकेंगे नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे 17 नवंबर की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे कांग्रेस के दावों की असलियत सामने आ रही है। कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है और अब वह भाग्य के भरोसे है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ कांग्रेस को कभी विश्वास नहीं हुआ कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक के खिलाफ कानून और राम मंदिर का निर्माण कभी वास्तविकता होगा, लेकिन हमने ये सभी काम किए हैं।" उन्होंने कहा कि जनता से किये गये सभी वादे पूरे किये जायेंगे और यह मेरी गारंटी है।
मोदी ने यह भी कहा कि भारत दुनिया में मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बन गया है।
उन्होंने सोमवार को एक रैली के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर कटाक्ष किया कि लोगों की जेब में मोबाइल फोन "मेड इन चाइना" हैं और उन्हें "मेड इन मध्य प्रदेश" होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ कल कांग्रेस के एक महाज्ञानी कह रहे थे कि भारत के लोगों के पास ‘ मेड इन चाइना’ फोन होता है। अरे किस दुनिया में रहते हैं ये लोग। इनको अपने देश की उपलब्धि न देखने की बीमारी है। आज भारत दुनिया में मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बन गया है।’’
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता ‘‘घर पर बैठे’’ हैं और उनका बाहर निकलने का भी मन नहीं करता। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के लोगों को यह नहीं पता कि वह लोगों से क्या कहेंगे। कांग्रेस ने मान लिया है कि मोदी की गारंटी के सामने उनके झूठे वादे टिक नहीं सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव मध्य प्रदेश में कांग्रेस के भ्रष्टाचार और लूट को रोकने के लिए है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि कांग्रेस जहां भी (सत्ता में) आती है, वह वहां विनाश लाती है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 14 नवंबर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें आधुनिक भारत का प्रमुख वास्तुकार बताया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अजय माकन सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने यहां शांति वन में नेहरू के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पंडित जवाहर लाल नेहरू एक सोच हैं - स्वतंत्रता की, प्रगति की, न्याय की। भारत माता को आज अपने ‘हिंद के जवाहर’ के इन्हीं मूल्यों की ज़रूरत है, एक विचारधारा की तरह, हर दिल में।’’
खरगे ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘पंडित जवाहरलाल नेहरू आधुनिक भारत के प्रमुख वास्तुकार थे। उनके अनुसार, केवल वही लोकतांत्रिक संरचना भारत को एक साथ रख सकती है जो विभिन्न सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक प्रवृत्तियों को खुद को व्यक्त करने के लिए जगह देती हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज, जब हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शांति वन में एकत्र हो रहे हैं, हमें भारत के संविधान और हमारे लंबे समय से पोषित लोकतांत्रिक संस्थानों और सिद्धांतों व उनकी स्थायी विरासत को संरक्षित व सुरक्षित करना चाहिए।’’
हिंदी में एक अन्य पोस्ट में, खरगे ने नेहरू के शब्दों को याद किया, जिन्होंने कहा था, ‘‘नागरिकता, देश की सेवा में होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले, आधुनिक भारत के निर्माता, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी व हमारे प्रेरणास्रोत, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनके प्रगतिशील विचारों ने तमाम चुनौतियों के बावजूद भारत के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया और हर पल देश की जनता को बिना किसी भेदभाव के, हमेशा देश को आगे रखकर, साथ मिलकर रहने के लिए प्रोत्साहित किया।’’
नेहरू को उनकी 134वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नेहरू के ‘सौम्य व्यक्तित्व’ को याद किया जिन्होंने 20वीं सदी के भारत को निर्णायक रूप से आकार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां उनकी विरासत जीवित है और सदा हमारे इर्द-गिर्द गूंजती रहती है, वहीं स्वयंभू 'विश्वगुरु' और उनके ढिंढोरा पीटने वाले, नेहरू जी के महान योगदान को नकारने और उन्हें विकृत करने, नुकसान पहुंचाने, अपमानित करने और बदनाम करने के लिए हर संभव प्रयास करते रहते हैं।’’
रमेश ने कहा कि आज जब देश पांच दिन बाद क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की जीत का इंतजार कर रहा है, तो आइए, हम क्रिकेटर नेहरू को याद करें।
उन्होंने कहा कि 12 और 13 सितंबर, 1953 को प्रधानमंत्री एकादश ने विभिन्न राज्यों में बाढ़ राहत के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से नयी दिल्ली में उपराष्ट्रपति एकादश के खिलाफ दो दिवसीय मैच खेला था।
रमेश ने कहा कि नेहरू पूरे समय मैदान पर रहे तथा उन्होंने गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी की।
उन्होंने कहा, ‘‘नेहरू ने खेल के दौरान कुछ मिनट के लिए रेडियो पर बोलने का समय निकाला। बाद में, उन्होंने नवंबर 1948 में वेस्टइंडीज और भारतीय क्रिकेट टीमों द्वारा उन्हें प्रस्तुत क्रिकेट बैट और स्कोर बुक बेचने वाले नीलामीकर्ता के रूप में कार्य किया।’’
उन्होंने उस समय की एक खबर का हवाला देते हुए याद किया, ‘‘सौभाग्य से, इन मौकों पर उन्होंने हिंदी में जो कुछ कहा, वह भावी पीढ़ी के लिए कैद हो गया। वे आज भी अद्भुत हैं।’’ (भाषा)
भुवनेश्वर, 14 नवंबर ओडिशा के सोनेपुर जिले में 80 वर्षीय एक महिला 20 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई, जिसके बाद कई घंटों तक बचाव अभियान चलाया गया और उसे बाहर निकाला गया ।
पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि महिला की हालत गंभीर है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना सदर खंड के कैनफुला गांव के पास एक जंगली इलाके की है। दुखी नेगी नाम की महिला सोमवार की शाम को लकड़ी इकट्ठा करने के लिए बाहर गई थी, उसी दौरान यह हादसा हुआ।
स्थानीय लोगों ने पूरी रात महिला की तलाश की और पुलिस को भी सूचना दी। मंगलवार को सुबह पता चला कि महिला बोरवेल में गिर गई है, जिसके बाद अग्निशमन सेवा और ओडिशा आपदा त्वरित मोचन बल (ओडीआरएएफ) ने बचाव अभियान शुरू किया। यह बचाव अभियान पांच घंटे तक चला।
उसके परिवार ने दावा किया कि महिला मूक-बधिर है।
बचाव दल ने महिला को सांस लेने में मदद के लिए बोरवेल में ऑक्सीजन की आपूर्ति की और उसे बाहर निकालने के लिए एक समानांतर गड्ढा खोदा गया।
सोनेपुर के पुलिस अधीक्षक अमरेश पांडा ने बताया कि जब महिला को बाहर निकाला गया तब उसकी नब्ज दर बेहद धीमी थी और उसे अस्पताल ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि महिला पास एक सांप भी मिला, लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि महिला को सांप ने काटा था या नहीं।
बचाव दल के सदस्य गोपबंधु नायक ने बताया कि महिला बोरवेल की दीवार पर हाथ रखकर बैठी हुई अवस्था में मिली।
सहायक अग्निशमन अधिकारी धनंजय मलिक ने कहा, ‘‘हमने उसे बचाने के लिए बोरवेल के पास एक और गड्ढा खोदा। बचाव अभियान के दौरान, हम उसे देख पा रहे थे, लेकिन वह हमारी किसी भी बात का जवाब नहीं दे पा रही थी।’’
अग्निशमन सेवा के महानिदेशक सुधांशु सारंगी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महिला को ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई और एक समानांतर गड्ढा खोदा गया।’’ (भाषा)
चेन्नई, 14 नवंबर तमिलनाडु के तटीय एवं अंदरूनी जिलों में हुई भारी बारिश के बाद राज्य के कई जिलों के प्राधिकारियों ने मंगलवार को विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया।
उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण राज्य में भारी बारिश की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों और कराईकल में 14 नवंबर को कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
आईएमडी ने बताया कि अगले 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने के कारण दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 16 नवंबर के आस-पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक दबाव के रूप में केंद्रित होने का अनुमान है।
विभाग ने बताया कि जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकारियों को अरियालुर, तंजावुर, विल्लुपुरम, तिरुवन्नामलाई, नागपट्टिनम, तिरुवरूर और कुड्डालोर जिलों में विद्यालयों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी।
पूर्वानुमान में कहा गया है कि चेन्नई समेत कम से कम 15 जिलों में मंगलवार को भारी बारिश होने का अनुमान है।
पुडुचेरी में आज भी बारिश जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश की वजह से सड़कों पर कुछ ही वाहन नजर आ रहे हैं।
पुडुचेरी के गृह मंत्री ए. नमस्सिवयम ने कहा कि तूफानी मौसम और रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण आज पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुडुचेरी क्षेत्र में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक 12 सेमी बारिश दर्ज की गई।
पुडुचेरी के मत्स्य पालन और मछुआरा कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मछुआरों को खराब मौसम के कारण मंगलवार से दो दिनों तक समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि आईएमडी ने इस संबंध में एक परामर्श भी जारी किया है। (भाषा)
मुजफ्फरनगर 14 नवंबर । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई। इससे 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा मंगलवार तड़के करीब 4 बजे मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र के शाहपुर कट के पास हुआ। पुलिस ने यह जानकारी दी। मृतकों की पहचान शिवम, पार्श, दीपक शर्मा, कुनाल, धीरज व विशाल के रूप में हुई।
पुलिस के मुताबिक , मंगलवार सुबह करीब 4 कंट्रोल रूम को दुर्घटना के संबंध में सूचना मिली। सूचना पर स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
क्षेत्राधिकारी (सीओ) विनय गौतम ने बताया कि तेज रफ्तार सियाज कार अनियंत्रित होकर आगे चल रहे ट्रक में पीछे से जा घुसी, इससे कार सवार सभी 6 युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ, जब कार सवार छह युवक दिल्ली से हरिद्वार जा रहे थे। तभी दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर शाहपुर कट के पास आगे चल रहे ट्रक के पिछले हिस्से में कार जा टकराई और उसमें फंस गई। इससे कार सवार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
सीओ ने कहा कि सभी शवों पोस्टमाॅर्टम के जिला अस्पताल भेजा गया है। परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। घटना की जांच की जा रही है। (आईएएनएस)
नोएडा, 14 नवंबर । सांप तस्करी और नोएडा में रेव पार्टी मामले में धीरे-धीरे जांच आगे बढ़ रही है। आरोपियों को रिमांड में लेने के बाद नोएडा पुलिस उनसे कई घंटे की पूछताछ कर चुकी है। इस पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे आरोपियों ने किए हैं।
आरोपियों ने यह भी जानकारी दी है कि एल्विश यादव की पार्टियों में बदरपुर से सांप लाए जाते थे।आरोपी राहुल ने पुलिस को बताया है कि वह रेव पार्टी में सांप और जहर का इंतजाम करता था। जैसी डिमांड होती थी, उसी के अनुसार सपेरे से लेकर ट्रेनर और बाकी चीजें प्रोवाइड कराता था। वह इसे दिल्ली के बदरपुर के पास के एक गांव से लाता था। इसे सपेरों का गढ़ माना जाता है।
उसने पुलिस को कुछ अन्य आरोपियों के नाम भी बताए हैं जो रेव पार्टी में बीन प्रोग्राम और सांपों का खेल करवाते थे। उनमें से कुछ ऐसे भी हैं। जिनका एल्विश और फाजिलपुरिया से कनेक्शन है। पुलिस उसका पता लगाने में जुटी है।
राहुल समेत पांचों आरोपियों की रविवार शाम 54 घंटे की रिमांड पूरी हो गई, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक एल्विश केस से जुड़ी काफी जानकारी मिल चुकी है। वह अब इन सभी लोगों से पूछताछ करेगी। अभी तक राहुल और एल्विश को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ नहीं कराई जा सकी है। जरूरत पड़ने पर राहुल समेत पांचों आरोपियों की भी दोबारा से रिमांड ली जा सकती है। इसके लिए दो से तीन दिन में कोर्ट में रिमांड के लिए अर्जी देगी।
पहले दिन राहुल ने बताया था कि उसने सबसे ज्यादा पार्टी गुरुग्राम में की। जिसके बाद पुलिस उसे गुरुग्राम और दिल्ली के फार्म हाउस लेकर गई। वहां पर पुलिस को कई नए साक्ष्य मिले, लेकिन पुलिस ने उसका खुलासा नहीं किया है।
हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया को भी पुलिस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकती है। एल्विश के साथ उसका वीडियो सामने आ चुका है। राहुल ने अपने बयान में कई बार फाजिलपुरिया का जिक्र भी किया है। राहुल ने पुलिस को बताया कि उसने गुडगांव के फाजिलपुर गांव में पार्टी ऑर्गेनाइज कराई थी। (आईएएनएस)
पटना, 14 नवंबर । बिहार के पटना के पंडारक थाना क्षेत्र में एक लड़की को सिगरेट नहीं देने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। सिगरेट नहीं मिलने से नाराज बदमाशों ने दुकान में बैठी लड़की को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, पंडारक थाना क्षेत्र के मझला बिगहा गांव में सोमवार की रात कुमकुम कुमारी (14) अपने पिताजी की परचून की दुकान पर बैठी थी।
बताया जा रहा है कि कुछ लोग सिगरेट मांगने आए और लड़की द्वारा नहीं दिए जाने से वे नाराज़ हो गए।
इसके बाद बदमाश ने लड़की को गोली मार दी और फरार हो गए।
स्थानीय लोगों ने लड़की को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि बदमाश की पहचान कर ली गई है। घटना के बाद से वह फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। (आईएएनएस)
बेंगलुरु, 14 नवंबर कर्नाटक पुलिस ने मंगलवार को शहर में अंशकालिक नौकरी दिलाने के बहाने एक छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक व्याख्याता को गिरफ्तार किया।
बेंगलुरु के येलहंका इलाके में निजी कॉलेज में लेक्चरर मदम कुमार छात्रा को नौकरी दिलाने का वादा करके एमजी रोड पर एक होटल में ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया।
उसने इस घटना का वीडियो भी बनाया और उसे ब्लैकमेल किया।
पीड़िता ने गंगम्मनागुडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई ।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने आज सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। (आईएएनएस)
मैसूरु (कर्नाटक), 14 नवंबर। पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर खुद को आग लगाने वाले युवक ने मंगलवार को दम तोड़ दिया।
नंजनगुड तालुक के नागरले गांव के निवासी23 वर्षीय किरण कुमार ने पुलिस उत्पीड़न के कारण अपने आवास पर यह चरम कदम उठाया था।
एक वीडियो में उसने दावा किया कि हिरासत में पुलिस की प्रताड़ना के कारण वह अपनी जिंदगी खत्म कर रहे हैं।
उसे के.आर.अस्पताल ले जाया गया, जहां जलने की चोटों का इलाज चल रहा था।
बिलिगेर पुलिस ने नागरले गांव में हुई हिंसा की एक घटना के सिलसिले में पीड़ित को हिरासत में लिया था और उसे प्रताड़ित किया था।
हिरासत से भागने के बाद घर लौटे युवक ने अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।
मामले में जांच जारी है। (आईएएनएस)
उत्तरकाशी, 14 नवंबर । चारधाम यात्रा का मंगलवार से समापन होना शुरू हो रहा है। चारों धाम के कपाट बंद होने की शुरुआत हो जाएगी। सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इसके बाद यमुनोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बदरीनाथ के कपाट बंद होंगे।
मंगलवार को अन्नकूट के पर्व और अभिजीत मुहूर्त पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो जाएंगे। इस दौरान विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी, जिसके बाद मां गंगा की डोली शीतकाल के लिए मुखबा के लिए रवाना होगी।
इसी दिन रात कपाट बंद होने के बाद 6 महीने तक मां गंगा के मुखबा में दर्शन होंगे।
इसके बाद बुधवार को यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना के दर्शन खरसाली में होंगे। इसके बाद बाबा केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद शीतकाल में बाबा केदार के दर्शन उखीमठ में होंगे। केदारनाथ धाम यात्रा में संचालित हेली सेवाएं भी 14 नवंबर यानि आज तक अपनी सेवाएं जारी रखे हुए हैं।
इस साल हेली सेवाओं से रिकार्ड तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचे।
सोमवार को केदारनाथ धाम में 1510 भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए। जबकि अब तक बाबा केदार के दरबार में 19 लाख 55 हजार 415 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं।
इसके बाद चारधामों में सबसे आखिर में 18 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। इसके बाद शीतकाल में भगवान बद्री विशाल के दर्शन जोशीमठ में होंगे। और इसके साथ ही साल 2023 के लिए चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा। (आईएएनएस)
दिल्ली सरकार ने जहरीली होती हवा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है, लेकिन कई ऐसे मजदूर हैं जिनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.
तोताराम मौर्य अपने परिवार में अकेले कमाने वाले हैं और उनके ऊपर सात लोगों का पेट भरने की जिम्मेदारी है. वह निर्माण स्थलों पर ईंट और सीमेंट की बोरियों ढोने का काम करते हैं, लेकिन दिल्ली में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगने के कारण उन्हें 10 दिन से कोई काम नहीं मिला है.
यमुना नदी के किनारे स्थित अपनी झुग्गी के पास बैठे मौर्य कहते हैं, "अगर मैं वायु प्रदूषण से बीमार हो जाऊं और मर जाऊं, तो मैं काम करते हुए मरना पसंद करूंगा, क्योंकि मेरे पास परिवार का पेट भरने के लिए कुछ होगा."
दो करोड़ की आबादी वाला दिल्ली शहर सालभर चरम मौसम का सामना करता है. चिलचिलाती गर्मी से लेकर मूसलाधार बारिश और सर्दी शुरू होने से पहले शहर के लोग जहरीली धुंध का सामना करते हैं.
हर साल एक ही समस्या
दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानियों में से एक है. अक्टूबर-नवंबर की शुरुआत से ही शहर खराब वायु गुणवत्ता की चपेट में आ जाता है. समस्या से निपटने के सरकार के वादों के बावजूद हर साल दिल्ली इस दौरान खराब एयर क्वालिटी से जूझती है.
धूल और वाहनों के धुएं को कम करने की उम्मीद में पहले भी निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. इससे शहर को भले कुछ राहत मिले, लेकिन मौर्य जैसे हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाते हैं. अधिकारी हवा में सूक्ष्म कणों को साफ करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसा नहीं करने पर यह कण विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सुरक्षित सीमा से लगभग 20 गुना अधिक स्तर तक बढ़ सकते हैं.
45 वर्षीय मौर्य को एक दिन के काम के लिए 500 रुपये मिलते हैं. उनके लिए भी सर्दियों में जहरीली हवा के बीच काम करना मुश्किल होता है. वह कहते हैं, "खासकर ऐसे समय में भारी सामान उठाना कठिन है, जब प्रदूषण हो. जब धुआं फेफड़ों में जाता है और आंखें जलने लगती हैं तो मुझे बहुत खांसी होती है." मौर्य के मुताबिक बचाव का एकमात्र उपाय चेहरे पर रूमाल डालना है.
दिल्ली को चाहिए साफ हवा
हर साल इस समय ठंडी हवा धुंध, धुएं और धूल से मिल कर भारी हो जाती है और आसमान पर स्मॉग छा जाता है. निर्माण के कारण उड़ने वाली धूल, गाड़ियों से निकला धुआं और खेतों में पराली जलने से उठा धुआं इस स्मॉग की चादर को बनाते हैं. हवा में मौजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों (पार्टिकुलेट मैटर) को प्रदूषण का एक बड़ा पैमाना माना जाता है. पीएम 2.5 बेहद छोटे कण होते हैं और ये इंसान के शरीर में जाकर बहुत नुकसान पहुंचाते हैं.
समाधान की तलाश में शहर के अधिकारियों ने निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया है, शहर में आने वाले भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी और स्कूल भी बंद कर दिए गए. एंटी स्मॉग गन से आसमान में फैले धूल के कणों को हटाया जा रहा है.
पिछले हफ्ते हुई बारिश से शहर के लोगों को थोड़ी राहत मिली. लेकिन बैन के बावजूद कुछ लोगों ने रविवार को दीवाली पर खूब पटाखे चलाए. इससे दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 420 तक पहुंच गया. स्विस समूह आईक्यूएयर द्वारा यह स्तर "खतरनाक" श्रेणी में आता है.
लाखों लोगों की जान लेता प्रदूषण
हवा की गुणवत्ता को 0 से 500 के स्केल पर नापा जाता है. 0 से 50 के बीच एयर क्वॉलिटी को अच्छा माना जाता है, जबकि 300 से ऊपर यह बेहद खतरनाक होती है. दिल्ली में हर साल एक्यूआई 300 से ऊपर दर्ज किया जाता है. इससे शहर के लोगों में तरह-तरह की बीमारियां होती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि वायु प्रदूषण से हर साल दुनिया भर में 42 लाख लोगों की मौत हो जाती है.
अधिकारी हवा खराब होने पर लोगों को बाहरी गतिविधियां सीमित करने की सलाह देते हैं. लेकिन मौर्य जैसे मजदूरों का कहना है कि वे घर पर बैठने या बीमार होने का जोखिम नहीं उठा सकते. 23 साल के एक और मजदूर प्रमोद कुमार कहते हैं, "अगर मैं बीमार पड़ गया, तो सब कुछ बिखर जाएगा." कुमार भी शिकायत करते हैं कि उन्होंने कई दिनों से काम नहीं किया है.
एए/एके (रॉयटर्स, एएफपी)
उत्तराखंड में एक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा गिरने से फंसे 40 लोगों को बचाने के लिए राहत कार्य जारी है. राहत कर्मियों का कहना है कि लगभग 24 घंटे से भीतर फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं.
सुरंग रविवार सुबह ध्वस्त हुई. अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए राहतकर्मी भारी मशीनरी इस्तेमाल कर रहे हैं. सुरंग के बंद हुए हिस्से तक पानी के पाइपों से ऑक्सीजन और खाना भी उन लोगों तक भेजा गया है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल के एक सीनियर कमांडेंट कर्मवीर सिंह भंडारी ने घटनास्थल से एएफपी को बताया, "अंदर फंसे सभी 40 लोग सुरक्षित हैं. हमने उनके पास खाना और पानी भेजा है." इन लोगों के साथ सबसे पहले संपर्क एक पेपर पर नोट लिखकर किया गया. लेकिन बाद में अधिकारी रेडियो हैंडसेट के जरिए उनसे बात करने में सफल रहे.
घटनास्थल पर एक अन्य अधिकारी दुर्गेश राठौड़ी ने बताया, "जिस पाइप के जरिए ऑक्सीजन भेजी गई, उसी से खाने के छोटे छोटे पैकेट भी भेजे गए." उन्होंने बताया कि मशीनों से 20 मीटर तक मलबे को हटा लिया गया है. लेकिन अभी अंदर फंसे लोगों तक नहीं पहुंचा जा सका है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि कंक्रीट के टनों मलबे को हटाने का काम लगातार चल रहा है, ताकि अंदर फंसे लोगों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला जा सके.
उत्तराखंड में 4.5 किलोमीटर लंबी यह सुरंग बनाई जा रही है, उत्तरकाशी को यह सुरंग यमुनोत्री से जोड़ेगी. हादसे के बाद सरकार की तरफ से जारी तस्वीरों में मलबे के भारी ढेर को देखा जा सकता है जिससे सुरंग में जाने का रास्ता बंद हो गया है. यह सुरंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार धाम प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसके तहत भारत और पड़ोसी चीन में पड़ने वाले हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर किया जाना है.
एके/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)
दीवाली पर चले पटाखों के बाद दिल्ली समेत भारत के तीन शहर दुनिया के दस सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं. दुनिया भर में हवा की गुणवत्ता पर नजर रखने वाले स्विस समूह आईक्यूएयर की इस रैंकिंग में दिल्ली पहले नंबर पर है.
सोमवार को आईक्यूएयर ने बताया कि दिल्ली एयर क्लालिटी इंडेक्स पर 407 के आंकड़े के साथ दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा. टॉप 10 में दिल्ली के अलावा मुंबई (157) छठे और कोलकाता (154) सातवें स्थान पर रहे.
400 से 500 के बीच के एक्यूआई स्तर का लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर होता है, खासकर यह उन लोगों के लिए खतरनाक है जो पहले से ही बीमार हैं. वहीं 150 से 200 का स्तर होने पर अस्थमा, फेंफड़ों के कैंसर और दिल की बीमारियों के मरीजों को असहजता और बेचैनी हो सकती है. 0 से 50 के स्तर को अच्छा माना जाता है.
रविवार की रात से ही दिल्ली पर स्मॉग की चादर बिछने लगी. मध्य रात्रि के कुछ देर बाद तो एक्यूआई का स्तर 680 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया था. हर साल अधिकारी दिल्ली में दीवाली के मौके पर पटाखे चलाने पर बैन लगाते हैं, लेकिन इस पर पूरी तरह अमल नहीं हो पाता. इस बार भी सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी में पटाखे चलाने पर बैन लगाया था. लेकिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बता रही है कि इस पर अमल नहीं हुआ.
पटाखों पर राजनीति
राज्य सभा सांसद और तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने स्थानीय पुलिस से पटाखे चलाने के मामलो पर जानकारी मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कदम उठाने को कहा है. उन्होंने एक्स पर लिखी अपनी एक पोस्ट में यह बात कही.
हालांकि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी एक्स पर लिखी अपनी पोस्ट में दीवाली पर पटाखे चलाए जाने पर गर्व होने की बात कही है. उन्होंने बैन को तानाशाही कदम बताया.
उत्तर भारत में सर्दियां आने से पहले हर साल हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है, जब ठंडी हवा वाहनों, उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषक तत्वों को वातावरण में रोकने लगती है. निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल और पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली से भी दिल्ली की हवा दूषित होती है. स्थिति खराब होने पर अकसर स्कूलों को बंद कर दिया जाता है, ऑड-इवेन गाड़ियां चलाने की स्कीम भी आजमायी जाती है और जगह जगह एंटी स्मॉग गन लगाकर हालात को काबू किया जाता है.
स्थाई समाधान की जरूरत
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर में विश्लेषक सुनील दहिया कहते हैं, "प्रतिक्रिया के तौर पर उठाए जा रहे कदम समाधान नहीं हैं. व्यवस्थित और व्यापक समाधान है उत्सर्जन के स्रोतों में कमी लाना." वहीं दिल्ली सरकार शहर में भारी प्रदूषण के लिए बाहरी कारणों को जिम्मेदार मानती है. दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय कहते हैं, "हमारे आसपास होने वाली गतिविधियों को हम नियंत्रित नहीं कर सकते." लेकिन जानकार कहते हैं कि दिल्ली में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले प्रदूषण के लिए हरियाणा और पंजाब में जलने वाली पराली का योगदान 30 से 40 फीसदी है.
एके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)
बेंगलुरू, 11 नवंबर इस विश्व कप में अब तक अपराजेय भारतीय टीम नीदरलैंड के खिलाफ आखिरी लीग मैच में इस विजय अभियान को कायम रखकर देशवासियों को दीवाली का तोहफा देना चाहेगी जबकि विराट कोहली के पास वनडे शतकों के अर्धशतक का रिकॉर्ड बनाने का सुनहरा मौका है ।
भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है जबकि नीदरलैंड टूर्नामेंट से बाहर हो चुका है और उसका यह आखिरी मैच है ।
औपचारिकता के इस मैच में भारतीय टीम में बहुत ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है । क्रिकेट वैसे भी नतीजों और आंकड़ों का खेल है लिहाजा ऐतिहासिक व्यक्तिगत उपलब्धियों को हासिल करने की संभावनाओं ने इस मैच को टीम के लिये रोचक बना दिया है ।
कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है और अब 50वां शतक बनाने के करीब है ।
कोहली बाहरी आवाजों को दरकिनार करके अपने खेल पर फोकस रखना चाहेंगे लेकिन आईपीएल के अपने घरेलू मैदान पर दर्शकों की उम्मीदें आसमान छू रही होंगी । अभी तक वह भारत के लिये इस विश्व कप में सर्वाधिक 543 रन बना चुके हैं । पहली बार 50 ओवरों के विश्व कप में कोहली ने 500 से अधिक रन बनाये हैं ।
उन्होंने 2011 में 282, 2015 में 305 और 2019 में 443 रन बनाये थे । इन तीनों विश्व कप में क्रमश: तेंदुलकर, शिखर धवन और रोहित शर्मा का बल्ला चला था ।
कोहली भारत के आखिरी लीग मैच में बल्लेबाजी का अच्छा अभ्यास करके सेमीफाइनल की तैयारी करना चाहेंगे । भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के बाद एक सप्ताह का अभ्यास मिल गया है ।
टीम के नजरिये से प्रबंधन सूर्यकुमार यादव को रन बनाते देखना चाहेगा जो चार मैचों में 85 रन ही बना सके हैं । बाकी सभी प्रमुख बल्लेबाज कम से कम एक अर्धशतक बना चुके हैं ।
हार्दिक पंड्या के चोट के कारण बाहर होने से सूर्यकुमार को अंतिम एकादश में जगह मिली लेकिन वह इसे भुना नहीं सके हैं । नीदरलैंड के खिलाफ मैच उनके लिये सुनहरा मौका है ।
भारत ने लगातार आठ जीत दर्ज की है जिससे इस बात पर गौर नहीं किया गया कि रोहित शर्मा और शुभमन गिल पांच मैचों में बड़ी साझेदारी नहीं निभा सके । बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने 88 रन, न्यूजीलैंड के खिलाफ 71 रन और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 62 रन जोड़े लेकिन बाकी पांच मैचों में 5 , 32, 23 , 26 और चार रन की साझेदारी ही कर सके ।
भारतीय गेंदबाजों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है । जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने विरोधी बल्लेबाजों को दबाव में रखा है हालांकि सिराज और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं ।
नीदरलैंड टीम के पास लोगान वान बीक, बास डि लीडे और पॉल वान मीकेरेन जैसे कुछ अच्छे गेंदबाज है लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों की ऐशगाह मानी जाती है ।
उनके शीर्षक्रम के बल्लेबाज तेजा निदामानुरू, मैक्स ओडोड और वेस्ले बारेसी रनों के लिये जूझते नजर आये हैं और भारतीय गेंदबाजों के सामने रन बनाना तो टेढी खीर है ।
टीमें :
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन, इशान किशन ,सूर्यकुमार यादव, प्रसिद्ध कृष्णा।
नीदरलैंड: स्कॉट एडवर्ड्स (कप्तान और विकेटकीपर), कोलिन एकरमैन, वेस्ले बारेसी (विकेटकीपर), बास डी लीडे, आर्यन दत्त, साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट, रेयान क्लेन, तेजा निदामानुरु, मैक्स ओडोड, साकिब जुल्फिकार, शारिज अहमद, लोगान वान बीक, रोल्फ वान डर मर्वे, पॉल वान मीकेरेन और विक्रमजीत सिंह।
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजे शुरू होगा। (भाषा)
चेन्नई, 11 नवंबर दुबई से शनिवार को यहां हवाई अड्डे पर पहुंचे एक यात्री के पास से 2.5 करोड़ रुपये मूल्य का सोना जब्त किया गया। सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि करीब पांच किलोग्राम वजनी सोने को तार के रूप में छिपाया गया था। सीमा शुल्क विभाग ने कहा कि भारतीय यात्री को गिरफ्तार करके आगे की जांच की जा रही है। (भाषा)
अहमदाबाद, 11 नवंबर इस विश्व कप को अब तक दस लाख से अधिक लोग स्टेडियम में देख चुके हैं और यह आईसीसी के इतिहास में स्टेडियम में सबसे ज्यादा दर्शकों की मौजूदगी वाला टूर्नामेंट बनने की राह पर है ।
आईसीसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अभी टूर्नामेंट में छह मैच बाकी हैं और शुक्रवार को यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के मैच में दस लाख दर्शकों का आंकड़ा छू लिया गया है ।
टूर्नामेंट ने डिजिटल और अलग अलग प्लेटफॉर्म पर देखे जाने के कई रिकॉर्ड पहले ही तोड़ दिये हैं ।
आईसीसी के इवेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा ,‘‘ दस लाख से अधिक दर्शक संख्या और रिकॉर्डतोड़ दर्शकों के चलते आईसीसी पुरूष क्रिकेट विश्व कप 2023 ने वनडे प्रारूप में दर्शकों की रूचि और विश्व कप की लोकप्रियता की बानगी पेश की है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ नॉकआउट चरण में और रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है ।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 नवंबर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों से टक्कर की आशंका को कम करने के लिए चार पहिया वाहनों, यात्री और वाणिज्यिक वाहनों की कुछ श्रेणियों में विनिर्माण के समय ही 'मूविंग ऑफ इन्फॉर्मेशन सिस्टम' (एमओआईएस) लगाने का प्रस्ताव दिया है।
यह प्रणाली टक्कर की स्थिति में समय रहते चेतावनी देगी। मंत्रालय ने इस संबंध में एक मसौदे में एमओआईएस के लिए वाहन उद्योगों के लिए मानक तय किए हैं। इसे सार्वजनिक परामर्श के बाद अधिसूचित किया जाएगा।
मूविंग ऑफ इंफॉर्मेशन सिस्टम (एमओआईएस) का अर्थ है एक ऐसी प्रणाली जो वाहन चालक को पास में पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों की उपस्थिति का पता लगाने और सूचित करने की सुविधा देती है और यदि जरूरी हो तो विनिर्माता की रणनीति के आधार पर संभावित टक्कर के बारे में चालक को चेतावनी देती है।
सड़क मंत्रालय का प्रस्ताव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2022 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या चिंताजनक रूप से 12 प्रतिशत बढ़कर 4.6 लाख से अधिक हो गई, जिससे हर घंटे 19 लोगों की मौत हुई है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 2024 तक देश में दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतों की संख्या को आधा करने का लक्ष्य रखा है। (भाषा)