रायपुर, 19 मार्च। कोरबा के डीएमएफ घोटाले में जेल भेजे गए रानू साहू, सौम्या चौरसिया. सूर्यकांत तिवारी, माया वारियर और मनोज कुमार द्विवेदी की न्यायिक रिमांड को 14 दिन के लिए बढ़ा दी गयी है। अब 2 अप्रैल को प्रकरण की सुनवाई होगी। ईओडब्ल्यू की विशेष न्यायाधीश की अदालत में बुधवार को रानू, माया और मनोज को कोर्ट में पेश किया गया था। सुनवाई के दौरान
अभियोजन पक्ष ने अदालत में बताया कि इस समय प्रकरण की जांच चल रही है। इसे देखते हुए सभी की न्यायिक रिमांड को बढ़ाने का अनुरोध किया। जिसे विशेष न्यायाधीश ने स्वीकार करते हुए 2 अप्रैल तक बढ़ा दिया।
बचाव पक्ष ने विशेष न्यायाधीश को बताया कि डीएमएफ घोटाले में उनके पक्षकार को परेशान करने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। जांच एजेंसी ने एक साल पहले एफआईआर दर्ज करने के बाद किसी भी तरह की पूछताछ नहीं की।इस घोटाले ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कोई भूमिका नहीं है। सुप्रीम कोर्ट से जमानत के बाद रिहा होने की संभावना को देखते हुए प्रोडक्शन वारंट पर कोर्ट में उपस्थिति दर्ज कराई गई। इसके बाद गिरफ्तार कर पूछताछ के 3 से 9 मार्च तक रिमांड पर लिया गया। जमानत दिए जाने पर जांच के सहयोग करने के साथ ही गवाहों और साक्क्ष्य को प्रभावित नहीं करेंगी। अभियोजन पक्ष ने विरोध करते हुए कहा कि डीएमएफ घोटाले में वित्तीय अनियमितता हुई है। निविदा दिए जाने के एवज में 40 फीसदी तक कमीशन लिए जाने के प्रथम दृष्टया इनपुट मिले है। अवैध वसूली की रकम से रानू ने स्वयं और रिश्तेदारों के नाम बेहिसाब चल-अचल संपत्ति खरीदी गई है। जमानत दिए जाने पर पूरी जांच प्रभावित हो सकती है।