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कहा-10-12 दिनों से हो रहा अवैध परिवहन, इसकी रायल्टी पंचायत को नहीं मिल रही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 दिसंबर। आज तडक़े से मुडिय़ाडीह रेत घाट का रास्ता रोककर ग्रामीण बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि इस रेत घाट का ठेका किसी और को मिला है लेकिन एक ठेकेदार बीते 10-12 दिनों से रेत निकाल रहा है। रात भर रेत का अवैध परिवहन होता है। न तो इसकी जानकारी पंच-सरपंच को दी गई है और न ही इसकी रायल्टी पंचायत को मिल रही है। अत: एकराय होकर गांव वालों ने रेत भर जा रहे हाइवा वाहनों को गांव में तथा खाली हाइवा वाहनों को नदी के रास्ते रोक लिया है। चेन माउंटेड मशीन भी नदी के भीतर से निकालकर बाहर लाया गया है।
ग्रामीणों की शिकायत है कि सिरपुर पुलिस को इसकी सूचना तत्काल दी गई थी। लेकिन वह नौ बजे यहां पहुंची और वाहनों को थाने ले जाने की बात कही। लेकिन गांव वालों का कहना है कि खनिज विभाग के अधिकारियों के पहुंचे बगैर कोई भी वाहन को यहां से ले जाने नहीं दिया जाएगा।

आज सुबह ‘छत्तीसगढ़’ को इसकी जानकारी पासिद-मुडिय़ाडीह के पंच तथा ग्राम प्रमुख महेश साहू ने दी है। बताया कि मुडिय़ाडीह पासिद गांव मिलाकर एक पंचायत है। यहां से महानदी बहती है। लिहाजा यहां से रेत का अवैध खनन-परिवहन हर साल होता है। इस साल भी बीते दस बारह दिनों से पुष्कर नाम का एक ठेकेदार चेन माउंटेड मशीन लगाकर रातों रात नदी से रेत निकलवा रहा है। रेत निकालने तथा परिवहन का काम दिन में पूरी तरह बंद होता है। रात में परिवहन के वक्त बकायदा जाली रायल्टी रसीद भी काटी जाती है लेकिन यह पंचायत को नहीं मालूम।
गांव वालों ने आज पहट से ही इस रास्ते को जाम करने फैसला लिया और निर्धारित समय पर घाट पहुंच गये। उस वक्त दर्जनों वाहनों में चैन माउंटेन मशीन से रेत भरा जा रहा था। गांव वालों ने एकजुट होकर रेत भरे हाइवा और खाली हाइवा को गांव के बाहर व नदी में रोका। चेन माउंटेड को भी नदी से बाहर निकाला और रास्ता रोक दिया साथ ही जाली रायल्टी रसीद को भी अपने कब्जे में किया।

रास्ता रोकते ही ग्रामीणों ने सबसे पहले सिरपुर पुलिस को इसकी सूूचना दी। इसके बाद खनिज विभाग और एसडीएम कलेक्टर को इसकी सूचना दी गई। इनमें से केवल सिरपुर पुलिस से ही फोन पर बात हो सकी। उन्होंने साफ कहा कि बल की कमी है, हम तत्काल वहां नहीं पहुंच सकते। लिहाजा अपने जान माल की हानि का परवाह किये बगैर ही ग्रामीण रेत घाट को जाम किये हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पुष्कर नाम के ठेकेदार को मुडिय़ाडीह घाट का ठेका नहीं मिला है और न ही उन्होंने गांव के मुखिया तथा पंच-सरपंचों को इस बात की जानकारी दी है। रात में चोरी-चोरी दर्जनों हाइवा से रेत की चोरी होती है और दिन में रेत खनन बंद रखा जाता है। इस तरह रेत की चोरी को रोकने गांव वालों ने रेत घाट को जाम किया है।
समाचार लिखते तक सुबह 11 बजे तक यहां कोई जिम्मेदार अफसर नहीं पहुंचा है और ग्रामीण घाट के रास्ते में अड़े हुए हैं।


