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नई उपचार तकनीकों से बिना चीर फाड़ के आज यूरोलॉजी दिक्कतों का इलाज संभव-डॉ. भागवत
05-Oct-2024 1:52 PM
नई उपचार तकनीकों से बिना चीर फाड़ के आज यूरोलॉजी दिक्कतों का इलाज संभव-डॉ. भागवत

 5 प्रदेशों के यूरोलॉजिस्ट्स रायपुर में 

रायपुर, 5 अक्टूबर। 34वीं यूरोलॉजी वार्षिक कांफ्रेंस 2024 के  ऑर्गेनाइजिंग प्रेसिडेंट डॉ.प्रशांत भागवत ने बताया किछत्तीसगढ़ यूरोलॉजी सोसाइटी के बैनर तले यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया वेस्ट जोन के साथ 34वीं एनुअल कॉन्फ्रेंस 2024 का आयोजन 4,5 और 6 अक्टूबर को कर रही है। 

डॉ. भागवत ने बताया कि यूरोलॉजिस्ट के इस महाकुंभ में छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और गोवा के यूरोलॉजिस्ट एवं देश के अन्य जगहों से यूरोलॉजिस्ट तीन दिवसीय एनुअल कॉन्फ्रेंस में जुटे हैं। वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से यूरोलॉजी के क्षेत्र में सर्जिकल टेक्निक्स को साझा किया जाएगा। साथ ही नई टेक्नोलॉजी का विश्लेषण कर उपचार की चुनौतियां और आसानियों पर विश्लेषण मंथन होगा।

डॉ. भागवत ने बताया कि यह नेशनल कांफ्रेंस साल में एक बार वेस्ट जोन के अंतर्गत आने वाले छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र,गुजरात, मध्यप्रदेश,गोवा राज्य में होती है। हर 5 साल में प्रति राज्य में एक बार  कांफ्रेंस आयोजित की जाती है। यूरोलॉजी के अंतर्गत मूत्रशल्य चिकित्सा इसमें महिला-पुरुषों में अलग-अलग तरह की होने वाली बीमारियों को यूरोलॉजिस्ट के द्वारा उपचार किया जाता है। बेहतर उपचार के लिए आज नई-नई टेक्निक्स का इजात हो चुका है। इससे उपचार आसान हो गया है। बिना चीर फाड़ के आज इलाज संभव हो गया है।

डॉ. भागवत ने बताया कि आज पथरी की बीमारी सामान्य रूप से सामने आती है। कमर में दर्द, उल्टी,पेशाब में खून आना और असहनीय दर्द होना आदि लक्षण दिखने से तत्काल यूरोलोजिस्ट से सलाह लेना चाहिए।

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