सडक़ों पर मुसाफिर और माल ढोने वाली गाडिय़ों के पीछे कई किस्म के फलसफे लिखे दिखते हैं, जिनमें से कुछ का मतलब समझना आसान भी नहीं रहता। अब राजधानी रायपुर का यह ऑटोरिक्शा बजरंग बली के इन दिनों प्रचलित एक फोटो वाला है, इसलिए नीचे लिखी लाईन को समझना थोड़ा सा आसान हो जाता है, लेकिन थोड़ा सा मुश्किल भी है। इसमें लिखा है- चलत विमान कोलाहल होई, जय रघुवीर कहई सब कोई।
अब यह विमान इस ऑटोरिक्शा के बारे में है जो कि हरी नंबर प्लेट की वजह से बैटरी से चलने वाला और तकरीबन बिना शोरगुल वाला है, या फिर यह पुष्पक विमान के बारे में है, और उसके कोलाहल की तरफ इशारा है? और जहां तक हर किसी के रामनाम लेने की बात है, तो वह पुराने वक्त से चले आ रहे लोगों के आम अभिवादन राम-राम से लेकर, हिन्दू जिंदगी के आखिरी अभिवादन, राम नाम सत्य, तक जगह-जगह कई तरह से है, इन दिनों अधिक प्रचलित जयश्रीराम में भी राम है। इसलिए अब इस ऑटोरिक्शा पे लिखे का क्या मतलब है, यह किसी किताब से निकला है, या प्रदूषण निवारण मंडल ने कोलाहल को लेकर कुछ कहा है, यह साफ नहीं है। तस्वीर/‘छत्तीसगढ़’