सडक़ किनारे खराब गाडिय़ों को छोड़ देना कबाडिय़ों और बाकी नागरिकों का पसंदीदा काम है। रायपुर नगर निगम की अपनी सबसे प्रतिष्ठित सार्वजनिक सम्पत्ति, शहीद स्मारक का हाल यह है कि उसके चारों ओर ऐसा कबाड़ खड़ा नहीं, पड़ा रहता है। न म्युनिसिपल, और न पुलिस किसी को ऐसी गाडिय़ों को हटाने की परवाह नहीं है। अब सरकारी नंबर प्लेट, सीजी-02 वाली यह कार प्रेस कॉम्पलेक्स में ‘भास्कर’ के अहाते से लगकर जाने कब से खड़ी है, चारों चक्कों की हवा तक खत्म हो चुकी है, और इसे हटाने की किसी को नहीं सूझती। लगता है कि कोई कबाड़ी सरकारी नीलामी से इस गाड़ी को खरीदकर ले आया है, और सडक़ को गोदाम की तरह इस्तेमाल कर रहा है। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’