सरगुजा

गुरु संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 11 जुलाई। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गायत्री प्रज्ञा पीठ सीतापुर में श्रद्धा और भक्ति के साथ गुरुपूजन एवं एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। साधकों ने गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र के साथ लोककल्याण हेतु आहुतियाँ अर्पित कीं। सीतापुर के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में गायत्री साधक इस पुण्य अवसर पर सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के दौरान माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी और अखंड ज्योति प्राकट्य के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शांतिकुंज हरिद्वार से प्रारंभ होने वाली ज्योति कलश यात्रा के विषय में जानकारी दी गई। उपस्थित साधकों ने परम पूज्य गुरुदेव के युग निर्माण सत्संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर दो विद्यारंभ संस्कार, एक नामकरण संस्कार तथा चार बहनों का दीक्षा संस्कार विधिवत संपन्न कराया गया।
गुरु की महत्ता प्रतिपादित करते हुए गायत्री परिवार के सीतापुर समन्वयक एफ. आर. भगत ने बताया कि गुरु पूर्णिमा केवल गुरु पूजन का दिन नहीं है, यह आत्मनिरीक्षण, समर्पण और संकल्प का पर्व है। यह पर्व है अपने जीवन में गुरु की महत्ता को समझने का और उनके दिखाए मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा का। हम सभी के जीवन में गुरु का महत्व सर्वोपरि है।
गुरुपर्व के आयोजनों की श्रृंखला में युवा मंडल बरपारा द्वारा दीप यज्ञ का आयोजन भी किया गया, जिसमें गुरु की महिमा एवं महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस गरिमामयी अवसर पर युवा मंडल की सक्रिय सदस्य कुमारी भारती प्रधान का जन्मदिन भी उत्साहपूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम में गायत्री प्रज्ञापीठ सीतापुर के नारी जागरण प्रकोष्ठ की प्रमुख श्रीमती ज्योति सिंह, मण्डल की सदस्य आरती पैंकरा, वरिष्ठ कार्यकर्ता, सक्रिय युवा मंडल के भाई एवं बहनें उपस्थित रहीं।