सरगुजा

अंगूठे से नहीं, बल्कि मोबाइल में ओटीपी आने पर ही राशन मिलेगा
25-Jun-2025 3:44 PM
अंगूठे से नहीं, बल्कि मोबाइल में ओटीपी आने पर ही राशन मिलेगा

सर्वर समस्या से  ग्रामीण अंचलों में दिक्कतें बढ़ी, राशन दुकानों के चक्कर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रामानुजगंज,24 जून। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राशन कार्ड में ओटीपी का आदेश जनता के मुसीबत बन चुका है। इस आदेश से ग्रामीण अंचलों में काफी समस्या उत्पन्न हो रही है। जहां नेटवर्क हमेशा धीमा चलता है अथवा लंबे समय तक गायब रहता है ऐसे में राशन दुकानदारों तथा राशन लेने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। न केवल गांव में बल्कि शहर में भी ओटीपी नंबर आने में एक दिन लग जा रहे हैं। लोग झोला लिए दिन भर राशन दुकान के सामने बैठे रहते हैं। कई लोगों को तो चार दिन बाद राशन मिला है।

 राशन लेने वाले या बांटने वाले दोनों का कहना है कि फिंगरप्रिंट वाला सिस्टम ही ठीक था जिसमें 150- 200 ग्राहक को प्रतिदिन राशन मिल जाया करता था, वहीं अब तो 10-15 को भी नहीं मिल पा रहा है।

   शासन द्वारा 1 जून से चावल उत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए विगत माह आदेश भी जारी किया गया है कि जून, जुलाई व अगस्त 3 माह का राशन एक साथ कार्ड धारियों को दिया जाएगा, लेकिन आदेश जारी करने के बाद नियम में बदलाव करने से अब अंगूठे से नहीं, बल्कि मोबाइल में ओटीपी आने से ही राशन मिलेगा। तीन माह के लिए छह बार ओटीपी आने पर ही हितग्राही राशन के हकदार होंगे। जगह का अभाव होने पर कई स्थानों पर तो तीन माह का राशन ही भंडारण नहीं हुआ है। ऐसे में भला हितग्राहियों को एक साथ तीन माह का विक्रेता राशन कैसे देंगे।

ज्ञात हो कि 1 जून से तीन माह का बरसात समय का एक साथ एक मुश्त राशन देने शासन द्वारा आदेश जारी किया गया है, लेकिन ब्लॉक में गिने-चुने शासकीय उचित मूल्य की दुकानों विक्रेता द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है। दरअसल, तीन माह का राशन वितरण के लिए एक कार्ड धारी को 20 से 30 मिनट का समय लग रहा है। पुरानी ई-पॉश मशीन में अंगूठा का विकल्प समाप्त होने से ओटीपी से राशन वितरण होगा।

ओटीपी आने पर ही राशन के हकदार

एक राशन कार्ड धारी को तीन माह के राशन के लिए उनके मोबाइल में 6 बार ओटीपी आने पर ही वे तीन माह के राशन के हकदार हो रहे हैं। कई बार सर्वर समस्या आने पर 6 की जगह सात बार ओटीपी आने पर ही तीन माह का राशन सबमिट हो रहा है। पूर्व में अंगूठा लगाने पर ही तत्काल 1 मिनट के अंदर हितग्राही को एक माह का राशन प्राप्त हो जाता था। लेकिन, नियम में बदलाव से अंगूठा प्रक्रिया बंद होने से मोबाइल में ओटीपी आने पर ही राशन उनके नाम पर जारी हो रहा है और एक हितग्राही के पीछे विक्रेता को 20 से 30 मिनट का समय लग रहा है।

 

राशनकार्ड धारियों के समस्या

यहां पर 2100 कार्डधारी हैं इसमे लगभग 235 लोगो को इस माह में राशन वितरण किया जा सका है। ऐसे में आने वाले दो तीन माह में भी राशन वितरण नहीं किया जा सकेगा। शहर में ही नही आसपास गांव में भी  गिने-चुने विक्रेताओं द्वारा राशन वितरण की प्रक्रिया शुरू तो की गई है, लेकिन प्रक्रिया जटिल होने पर गिनती भर के राशन कार्डधारियों को राशन दिया जा रहा है। पांच बार की ओटीपी में केवल चावल का ही विकल्प आ रहा है। छठवें ओटीपी पर ही शक्कर व नमक का विकल्प दिख रहा है।

नई ई-पॉश मशीन से राशन वितरण में आसानी के बदले बढ़ गई है परेशानी

 विक्रेताओं ने बताया कि 19 जून से नया ई-पॉश मशीन हमलोगों को शासन की ओर से मिल गया है उसके बाद भी राशन वितरण करने में आसानी नही हो रही है क्योंकि नेटवर्क समस्या ज्यादा है, सर्वर में बहुत दिक्कतें आ रही है। वर्तमान में जहां-जहां भी राशन वितरण शुरू किया गया है, वहां ओटीपी से ही राशन वितरण हो रहे हैं। ओटीपी से राशन वितरण करना विक्रेताओं के लिए व कार्डधारी के लिए चुनौती बन गया है। एक घंटे में मुश्किल से 2 लोगों को ही राशन वितरण कर पा रहे हैं।


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