सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 5 मई। श्री सत्य साँई सेवा संगठन छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार श्री सत्य साँई सेवा समिति विश्रामपुर के साँई धाम में तीन दिवसीय समर कैंप का समापन हुआ।
समर कैंप के प्रथम दिवस दो मई को बाल- विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ।प्रथम दिवस दो मई को उपस्थित बच्चों को बाल विकास का महत्व,मूल्य गीत,भजगोविंदम,कहानी कथन एवं शिक्षाप्रद खेल के बारे में बाल विकास गुरुओं के द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई।
द्वितीय दिवस तीन मई को रोटी कैसे बनी(अन्न का महत्व)गीता-श्लोक अर्थ एवं महत्व,डायलॉग के साथ नाट्य रूपांतरण एवं प्रश्नोत्तरी के साथ बच्चों को मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
समर कैंप के अंतिम दिवस चार मई को मूल्य गीत,श्लोक का अर्थ एवं महत्व,प्रश्नोत्तरी नुक्कड़ नाटक (जल की बचत)आदि विषयों पर बाल विकास गुरुओं ने बच्चों को विस्तार से जानकारी दिया।कार्यक्रम के अंतिम चरण मे बाल-विकास गुरुओं के लिए प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम,बच्चों को पुरस्कार वितरण के बाद महामंगल आरती एवं प्रसाद वितरण किया गया।
समापन अवसर पर काफी संख्या में बाल-विकास के बच्चे उनके पैरेंट्स,बाल विकास गुरु, साँई समिति के पदाधिकारी,सदस्यगण एवं साँई भक्त उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी साँई भक्तों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।