सूरजपुर

मां महामाया शक्कर कारखाना केरता पर बकाया भुगतान का आरोप, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
17-Sep-2025 9:59 PM
मां महामाया शक्कर कारखाना केरता पर बकाया भुगतान का आरोप, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

प्रतापपुर, 17 सितंबर। क्षेत्र के किसानों की गाढ़ी मेहनत की कमाई एक बार फिर अटक गई है। मां महामाया शक्कर कारखाना केरता द्वारा किसानों से गन्ना खरीदे जाने के बावजूद कई महीनों से भुगतान न होने पर किसानों में आक्रोश पनप रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाते हुए कारखाना प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि किसानों की राशि शीघ्र नहीं चुकाई गई तो सडक़ पर आंदोलन किया जाएगा।

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी प्रतापपुर के अध्यक्ष कुमार सिंह देव ने  एसडीएम कार्यालय को ज्ञापन सौंपकर कहा कि किसानों से गन्ना खरीदे हुए लंबा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक उनका भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है और ऐसे में बकाया राशि न मिलना उनके जीवनयापन पर सीधा असर डाल रहा है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यदि आगामी 15 दिनों के भीतर बकाया राशि किसानों को नहीं दी गई, तो पूर्व मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जि़म्मेदारी शक्कर कारखाना प्रबंधन की होगी।

किसानों का कहना है कि उन्होंने समय पर गन्ना बेचा और कारखाना प्रबंधन पर भरोसा किया, लेकिन कई महीनों से भुगतान अटका हुआ है। ऐसी स्थिति में उन्हें घर-परिवार चलाने, बच्चों की पढ़ाई और खेती-किसानी में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

ज्ञापन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें प्रमुख रूप से बनवारी लाल गुप्ता, सतीश चौबे, धनंजय कुशवाहा, जालम सिंह, इम्तियाज जफर, सविता सिंह, राजकुमारी मरावी, मानमती पैकरा, भानु गुप्ता, शिवकुमार जायसवाल, सुमंत प्रजापति, उमेश राजवाड़े, विजय नारायण कुशवाहा, शिव प्रसाद कुशवाहा, गोल्डी खान, कमल शाय यादव, सुखलाल देवांगन, अशोक सिंह, रामविलास तिर्की, सनत प्रजापति, मारवाड़ी राम, मकसूद खान, मुकेश गर्ग, मनमोहन कश्यप सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ कांग्रेसजन शामिल रहे।

कांग्रेस नेताओं ने साफ कहा कि अगर किसानों को न्याय नहीं मिला तो यह संघर्ष तेज़ होगा और जिम्मेदार अधिकारियों एवं प्रबंधन को सीधे जवाब देना होगा। उन्होंने जिला प्रशासन से भी मांग की कि किसानों के हित में तत्काल हस्तक्षेप कर बकाया भुगतान सुनिश्चित किया जा सके।


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