सूरजपुर
धूल से छा जाता है दिन में अंधेरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर,16 मई। केरता में एसईसीएल प्रबंधन की लापरवाही के कारण सडक़ किनारे कोयला लोड ट्रकों के आने जाने से उड़ती धूल के कारण एक किलोमीटर तक दिन में ही अंधेरा छा जाता है। इससे लगातार लोगों की जा रही आंखों की रोशनी प्रभावित हो रही हैं,वहीं आसपास के होटल में दूषित नाश्ता व भोजन खाने से लोगों की लगातार तबीयत खराब हो रही है।
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर इसमें कोई ठोस पहल करके इसकी व्यवस्था बहाल नहीं होती है तो हम ग्रामीण लोग बाध्य होकर चक्का जाम करेंगे, जिसका खामियाजा एसईसीएल प्रबंधक को भुगतना पड़ेगा।
अंबिकापुर जाने वाली रास्ता केरता महान 3 जो कि मां महामाया शक्कर कारखाना के ठीक आगे में ही संचालित हो रहा है,सैकड़ों की तादाद में कोयला लोड करने वाले ट्रक ट्रेलर वाहन सडक़ किनारे खड़ी रहती है और निरंतर उसी रास्ते पर आवाजाही रोड में ज्यादा रहती है क्योंकि यह अंबिकापुर प्रतापपुर का सबसे व्यस्तम सडक़ है।
आवागमन बने रहने से और लगातार ट्रकों के आने-जाने से वहां धूल का गुबार जैसा हो-होकर बहुत दूर तक फैल जाता है जिससे दिन में अंधेरा छा जाता है और राहगीरों को पता नहीं चलता कि सामने से कौन सी गाड़ी आ रही,कौन सी नहीं जिससे आए दिन दुर्घटनाओं का दौर जारी है।
धूल के वजह से लोगों की आंखों में बराबर संक्रमण हो रहा है और आसपास में होटल भी है जहां धूल के कारण नाश्ता खाना खाकर लोगों की तबीयत खराब हो रही है, कई लोग अस्पतालों में भर्ती भी हो चुके हैं।
उक्त सडक़ में जो धूल की परत है उसको न ही हटाना न तो उसमें पानी डाला जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इसमें कोई ठोस पहल करके इसकी व्यवस्था बहाल नहीं होती है तो हम ग्रामीण लोग बाध्य होकर चक्का जाम करेंगे,जिसका खामियाजा एसईसीएल प्रबंधक को भुगतना पड़ेगा।


