सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 15 मई। सूरजपुर जिले में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के नाम पर वसूली के आरोप लग रहे हैं। लगभग कई हास्टल के स्कूल के बच्चे छुट्टी के कारण घर चल दिए हैं, जिसमें कुछ छात्राओं को प्रशिक्षण देकर खानापूर्ति की जा रही है।
कई विद्यालयों में 3 महीने के स्थान पर 10 से 15 दिन ही प्रशिक्षण का आयोजन हुआ है। प्रशिक्षण अवधि भी 2 घंटे के स्थान पर 15 से 20 मिनट ही हो रहा है। प्रशिक्षण देने वाला कोई भी व्यक्ति आत्मरक्षा प्रशिक्षण का जानकार नहीं है। सिर्फ कागजों और वाट्सएप में फर्जी तरीके से फोटो भेजकर सरकारी योजना का बंदरबांट हो रहा है। स्कूली बच्चों को आत्मरक्षा से संबंधित कोई भी नोट्स नहीं बनवाया गया है। न ही छात्राओं को कोई प्रमाण पत्र ही दिया गया है।
प्रशिक्षण के नाम पर पूरी तरह से खानापूर्ति की गई है एवं शासन के महत्वकांक्षी योजना को मजाक बनाकर 15,000 के हिसाब से विकासखंड प्रतापपुर एवं जिले के हजारों स्कूलों से कई लाख रुपए वसूल लिए हंै।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा विद्यालयों में अध्यनरत छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों में सेल्फ डिफेंस हेतु कराटे एवं आत्मरक्षा कौशल का प्रशिक्षण सभी मिडिल , हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्तर पर 3 महीने का छात्राओ में सेल्फ डिफेंस का कोर्स कराया जा रहा है। प्रदेश में रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। विकासखंड प्रतापपुर में प्रशिक्षण हेतु प्राइवेट एजेंसी को उत्तरदायित्व दिया गया था। जिन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न करना था।
प्रशिक्षण मे प्रशिक्षकों को 3 महीना का प्रशिक्षण देना था प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थित होकर लगभग दो घंटा प्रशिक्षण देना था, आत्मरक्षा संबंधी बातें बताते हुए नोट्स बनवाने थे, प्रशिक्षण उपरांत छात्राओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान करना था। जिसके एवज में सभी विद्यालयों को प्रशिक्षण देने वालों के खाते में 15000 भुगतान करना था।
कई स्कूली छात्राओं ने बताया कि किसी प्रकार का प्रशिक्षण दिए बिना सिर्फ खानापूर्ति करते हुए कराटे के नाम पर लड़कियों के आत्मरक्षा के लिए सिखाए गए प्रशिक्षण का किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल पाया। वहीं कई शिक्षकों ने भी यह माना कि शासन का यह पैसा सिर्फ कागजों में खाना पूर्ति करने के लिए आया हुआ था। इसकी शिकायत अधिकारियों से भी की गई।
इस विषय में जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर राम ललित पटेल ने बताया कि मामले की जांच करता हूं और बिना प्रशिक्षण दिए भुगतान कैसे हुआ, जांच कराई जाएगी।
इस विषय में सूरजपुर डीएमसी शशिकांत सिंह ने कहा कि मामले की जांच करने के लिए टीम गठित करता हूं, पूर्व में भी इसकी शिकायत प्राप्त हो चुकी है और शासन के पैसा को दुरुपयोग करने वाले लोगों को एवं कम अवधि में कराटे करवाने वाले के ऊपर में कार्रवाई की जाएगी, यह योजना शासन का महत्वपूर्ण योजना था।
जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल ने कहा कि यह जिले के शिक्षा विभाग के डीएमसी सूरजपुर मद से प्रशिक्षण का कार्य हुआ था,अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो जांच होगी। इस विषय में डीएमसी से बात करें।


