सुकमा

सुकमा के अति नक्सल प्रभावित कहेर दुलेड़ में सीआरपीएफ कैंप खुलने से ग्रामीण खुश, कहा- अब हम स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं
10-Feb-2025 2:50 PM
सुकमा के अति नक्सल प्रभावित कहेर दुलेड़ में सीआरपीएफ कैंप खुलने से ग्रामीण खुश, कहा- अब हम स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं

500 ग्रामीणों का मेडिकल में नि:शुल्क इलाज, दैनिक उपयोगी सामान बांटे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 10 फरवरी।
सुकमा जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सुरक्षा बलों के द्वारा कैंप स्थापित कर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी के कमाण्डेन्ट रतिकान्त बेहेरा के निर्देश पर सीआरपीएफ के द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम के माध्यम से ग्रामीणों को मेडिकल कैंप में इलाज व नि:शुल्क दवाई एवं दैनिक उपयोगी सामग्री वितरण किया जा रहा है, जिससे सीआरपीएफ और ग्रामीणों के बीच आपसी समन्वय स्थापित हो रहा है। जिस इलाके में जल्द ही शांति व्यवस्था कायम हो सकें।

शनिवार को छत्तीसगढ़ सेक्टर सीआरपीएफ के पुलिस महानिरीक्षक राकेश अग्रवाल एवं सुकमा रेंज पुलिस उप महानिरीक्षक आनन्द सिंह राजपुरोहित, पुलिस उप महानिरीक्षक  एन.के सिंह के मार्ग दर्शन में एवं सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी कमाण्डेन्ट रतिकान्त बेहेरा, एवं उप कमाण्डेन्ट टी. सैमसन राजू, उप कमाण्डेन्ट आर.आर. चौधरी, सहायक कमाण्डेन्ट अश्वनी कुमार, सहायक कमाण्डेन्ट राकेश कुमार ठाकुर, सहायक कमाण्डेन्ट  पीरदान एवं सहायक कमाण्डेन्ट सारंग साहेबराव के नेतृत्व में ए, बी, सी, एवं ई, द्वितीय वाहिनी सीआरपीएफ के द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम एवं नि:शुल्क मेडिकल शिविर का आयोजन अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले के कहेर दुलेड़ गांव में किया गया।

 सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत गांव कहेर दुलेड़ एवं आस पास के गांव कडती पारा, मडपेपारा, पाता दुलेड़, मड़पे दुलेड़, मरकनगुड़ा, मेट्टागुड़ा गांवों के लगभग 500 से अधिक आदिवासी युवक-युवतियों पुरूषों, महिलाओं व बच्चों ने इसका लाभ उठाया।

कृषि उपकरण सहित दैनिक उपयोगी सामग्री का वितरण
सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी के कमाण्डेन्ट रतिकान्त बेहेरा ने बताया कि  इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को घरेलू एवं रोजमर्रा के जीवन में उपयोग के सामान जिसमें सायकिल, टीवी, कम्बल, वाटर टेंक, सोलर लालटेन, फावड़, गैंती, भगौना, पतीला, डेक्चा, स्टील थाली, स्टील ग्लास, साड़ी, लूंगी, गमछा, चप्पल, बच्चों के स्कूलबैग, स्कूल ड्रेस, नोटबुक, ड्राइंगबुक, पेंसिल, जियोमेट्रीक बॉक्स, सार्पनर तथा इरेजर, खेलकुद के सामान जैसे क्रिकेट किट, वॉलीबॉल किट तथा फुटबॉल किट इत्यादि का वितरण किया गया। सिविक एक्शन प्रोग्राम स्थल पर ग्रामीणों के लिए संतुलित भोजन की व्यवस्था भी की गई थी। 

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जरूरत मंद लोगों को घरेलू उपयोग के सामानो का वितरण करना तथा बच्चों को पढ़ाई, लिखाई व खेल कूद का सामान उपलब्ध कराना तथा आम लोगों के आय में वृद्धि हेतु उन्हें कृषि कार्य का सामान प्रदान कर कृषि कार्य हेतु प्रेरित कर मुख्यधारा से जोडऩा व जागरूक करना है।

ग्रामीणों ने कहा कैम्प के खुलने से कर रहे सुरक्षित महसूस 
सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी के कमाण्डेन्ट रतिकान्त बेहेरा ने बताया कि सीआरपीएफ के इस आयोजन को सफल बनाने में ए, बी, सी, एवं ई. द्वितीय वाहिनी के सभी कार्मिकों ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। साथ ही सभी ग्रामीणों ने भी काफी बढ़-चढक़र भाग लिया एवं सभी ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की सराहना की और यह भी बताया कि सीआरपीएफ के नए-नए कैम्प के खुलने से हम लोग सुरक्षित महसूस कर रहे है व हमारे क्षेत्र का विकास हो रहा है। इसके साथ ही ग्रामीणों द्वारा यह भी बताया गया कि इस प्रकार के आयोजन से सुदूर गांव क्षेत्रों के विकास में सीआरपीएफ मुख्य भूमिका अदा कर रही है।

सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी के कमाण्डेन्ट रतिकान्त बेहेरा ने बताया कि सिविक एक्शन प्रोग्राम के माध्यम से जिले के अति नक्सल प्रभावित ग्राम कहेर दुलेड़ के आस-पास के गांवों के 500 ग्रामीण जनों का मेडिकल में नि:शुल्क इलाज एवं दवाई का वितरण किया गया। साथ ही बच्चों को खेल सामग्री, कृषि उपकरण सहित दैनिक उपयोगी सामग्री वितरण किया गया। 

उन्होंने सिविक एक्शन प्रोग्राम में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों का अभिवादन किया गया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।


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