राजनांदगांव

डीएमएफ में कलेक्टर को अध्यक्ष बनाने पर भाजपा-कांग्रेस में रार
चौबे के डीएमएफ पर दिए बयान पर सांसद पांडे ने किया पलटवार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जून। केंद्र सरकार द्वारा डीएमएफ कमेटी का अध्यक्ष कलेक्टर को नियुक्त करने व सांसदों को शामिल करने की अधिसूचना पर मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा दिए गए बयान पर सांसद संतोष पांडेय ने पलटवार किया है।
कलेक्टरों को डीएमएफ का अध्यक्ष बनाए जाने पर मंत्री द्वारा जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का आरोप प्रधानमंत्री मोदी पर लगाए जाने पर सांसद पांडेय ने उन्हें याद दिलाया कि चौबे जरा अपने ज्ञान चक्षु व आंखें खोलें तो उन्हें दिखाई देगा कि बस्तर और कोरबा सांसद को छोडक़र डीएमएफ कमेटी में से सांसदों को बाहर रखा गया था और तो और राजनांदगांव में पूर्व कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने अपने हस्ताक्षर से 19 अगस्त 2019 को सीधा आदेशित ही कर दिया था कि मेरे आदेश के बिना कोई जनप्रतिनिधि किसी भी निर्माण कार्य का लोकार्पण या भूमिपूजन नहीं होगा। इसके साथ ही डीएमएफ कमेटी में समस्त सांसदों को शामिल करने के लिए मेरे द्वारा 19 अक्टूबर 2020 को मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ को पत्र लिखा गया था, जिस पर कार्रवाई की सूचना आज पर्यंत प्रतिक्षित है, इसलिए श्री चौबे को उनकी सलाह है कि उन्हीं की पार्टी द्वारा कलेक्टरों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के कराए जा रहे अपमान व अवमूल्यन का परीक्षण और मूल्यांकन करें, तभी सूरज को दीया दिखाएं।