राजनांदगांव

खैरागढ़ कांग्रेस कोषाध्यक्ष-पीडि़ता ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जून। खैरागढ़ के एक युवक के पुलिस दबाव में आने के बाद आत्महत्या किए जाने के मामला फिर से तूल पकड़ रहा है। खैरागढ़ थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर मनीष शेंडे, एएसआई अनाराम साहू व 5 पुलिस कर्मियों के विरूद्ध अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग को लेकर खैरागढ़ के शहर कांग्रेस कोषाध्यक्ष जफर उल्लाह खान ने पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए जहां एसपी डी. श्रवण से गुरुवार को दोबारा मुलाकात की। वहीं दुर्ग आईजी को भी पीडि़ता ने कांग्रेस नेता की मौजूदगी में जांच करने लिखित में शिकायत की।
करण बाल्मीक नामक युवक ने बीते माह 17 मई को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पत्नी मोनिका बाल्मीक ने पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाते खैरागढ़ पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया था। बताया जा रहा है कि आबकारी विभाग में हुए 32 लाख के गबन के मामले में पुलिस ने मृतक को पूछताछ के लिए थाना बुलाया था।
बताया जा रहा है कि पत्नी की मौजूदगी में पुलिस ने मृतक की बेदम पिटाई की थी। वहीं उस पर मामले के रफा-दफा करने के लिए 5 लाख रुपए की भी मांग की गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस का दावा है कि आबकारी घोटाले के मास्टर माइंड ने कुछ रकम युवक के पास छोड़ा था। इसी मामले में पूछताछ के लिए उसे बुलाया गया था।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता जफर उल्लाह खान ने पीडि़ता के साथ हुए अत्याचार को लेकर एसपी से आज मुलाकात की। एसपी डी. श्रवण ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन भी दिया है। उधर एसपी से मुलाकात के बाद पीडि़ता ने दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा से भी अपनी आप बीती से जुड़ी शिकायत की है। बताया जा रहा है कि पूरे मामले में कार्रवाई नहीं होने से पीडि़ता काफी आहत है। इस संबंध में जफर उल्लाह खान ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि दोषी अफसरों पर फौरन कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि रकम मांगे जाने का मामला काफी संगीन है। इस मामले को लेकर आगे की लड़ाई जारी रहेगी।
भाजपा जिपं सदस्य पर भी आरोप
करन बाल्मीक आत्महत्या मामले में भाजपा समर्थित क्षेत्र क्र. 6 जिला पंचायत सदस्य घम्मन साहू के खिलाफ भी पीडि़ता ने पुलिस की पैरवी करते 5 लाख रुपए की रकम की मांग करने का आरोप लगाया है। पीडि़ता के हवाले से जफर उल्लाह खान ने बताया कि पूर्व में दिए गए शिकायत में भी घम्मन साहू के कृत्य को लेकर शिकायत की गई है। दरअसल जिला पंचायत सदस्य पुलिस का पक्ष लेकर पीडि़ता से 5 लाख रुपए रकम जुटाने के लिए मिले थे। इस पूरे मामले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने की वजह से जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की गई है। उधर अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते जिला पंचायत सदस्य साहू ने कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार है। इस तरह की कोई बात नहीं हुई है।