राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 जून। कोरोना महामारी के कारण विगत डेढ़ वर्ष से स्कूल बंद है। इसी कड़ी में राजनांदगांव जिले के मोहला वनांचल के प्राथमिक शाला मुचर के शिक्षक उमाशंकर दिल्लीवार और शेख अफजल द्वारा शाला के बच्चों के घर-घर जाकर आमाराइट प्रायोजना के प्रश्नों का प्रिंट आउट और प्रोजेक्ट लिखने के लिए पेपर का वितरण किया गया।
शिक्षक शेख अफजल ने बताया कि वनांचल में बच्चों को शिक्षा से जोड़ पाना वैसे भी चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस कोरोनाकाल में ये कार्य और भी कठिन हो गया है, लेकिन शिक्षा विभाग राजनांदगांव और शिक्षा विभाग मोहला के अधिकारियों के सतत मार्गदर्शन में बच्चों को सुरक्षित और नियमित पढ़ाई से जोड़े रखने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए है। सोमाटोला के शिक्षक राजकुमार यादव और मिडिल स्कूल माटकसा की शिक्षिका ज्योति उके द्वारा भी इस विपरीत परिस्थिति में भी बच्चों को वर्क बुक और आमाराइट प्रायोजना की मदद से पढ़ाई से जोडऩे की दिशा में बहुत ही सराहनीय प्रयास किया है।
पढ़ई तुंहर दुआर के जिला मीडिया प्रभारी सतीश ब्यौहरे ने बताया कि शिक्षा विभाग मोहला बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में अग्रणी रहता है। मोहला एबीईओ राजेंद्र कुमार देवांगन ने मोहला ब्लॉक के शिक्षकों के इस नवाचारी प्रयास की प्रशंसा करते इसे विकासखंड के सभी स्कूलों में लागू करवाने की बात कही है। विभाग के नवाचारों की तारीफ करते संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी, समाजसेवी संजय जैन, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, डीएमसी भूपेश साहू, एपीसी सतीश ब्यौहरे, जिला मीडिया सहयोगी परसराम झाड़े एवं दुर्गेश त्रिवेदी ने शुभकामनाएं दी है।