राजनांदगांव

राजनांदगांव, 26 मई। किसान नेता अशोक चौधरी ने कहा कि लॉकडाउन में सभी वर्ग को छूट दी गई है, केवल किसान एवं मजदूरों के कार्यों को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि छत्तीसगढ़ में अक्षय तृतीया (अक्ती) के बाद कृषि कार्य प्रारंभ हो जाता है। छोटे किसानों द्वारा बैला-भैंसा के माध्यम से गाड़ी में गोबर खाद की ढुलाई कर खेतों में डालने का काम किया जाता है। साथ ही अपने खेतों में ग्रीष्मकालीन जुताई कर खेतों की तैयारी किया जाता है, लेकिन साप्ताहिक बाजार पर प्रतिबंध लगाने के कारण किसानों ने जानवरों की खरीदी नहीं कर पा रहे हैं। उसी तरह ग्रीष्मकालीन सब्जी उगाने वाले छोटे किसान, जो साप्ताहिक बाजार में अपनी-अपनी फसलों को बेचकर वर्षा ऋतु से बचाव के लिए झिल्ली-पन्नी खरीदी कर अपने घरों की मरम्मत करते हैं।
वे सभी गरीब वर्ग अपने को ठगा महसूस कर रहा है, जब शराब दुकान की भीड़ से कोरोना का फैलाव नहीं होगा तो सब्जी मंडी और बाजारों से सरकार की दुश्मनी है। सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को इस ओर गंभीरता से विचार करना चाहिए और गरीब लोगों को राहत प्रदान करना चाहिए।