राजनांदगांव

राशन दुकानों में एपीएल-बीपीएल के चावल अलग रखने हिदायत
22-Nov-2025 4:13 PM
राशन दुकानों में एपीएल-बीपीएल के चावल अलग रखने हिदायत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 नवंबर। छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष संदीप शर्मा ने गुरुवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में पीडीएस, मध्यान्ह भोजन योजना, पोषण आहार योजना एवं आश्रम-छात्रावासों हेतु खाद्यान्न पर आधारित योजनाओं की समीक्षा की।
 आयोग अध्यक्ष शर्मा ने जिले में संचालित सभी शासकीय उचित मूल्य दुकानों में प्रत्येक माह निर्धारित समय पर राशन के भंडारण एवं वितरण के निर्देश दिए। उन्होंने सही मात्रा में गोदाम से उचित मूल्य दुकानों तक राशन के भंडारण के लिए दुकान संचालक को रैंडम बोरा तौल करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इस बात पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। किसी भी तरह की लापरवाही होने पर दोषियों विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने शासकीय उचित मूल्य दुकानों में एपीएल एवं बीपीएल के चावल रखने के लिए अलग-अलग स्थान सुरक्षित रखने कहा। सभी दुकानों में विभागीय कॉल सेंटर नंबर एवं खाद्यान्न के सैंपल प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए।
आयोग अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि शासकीय विद्यालयों में निर्धारित पात्रता अनुसार मध्यान्ह भोजन प्रदान करने एवं उसकी मात्रा का सही मूल्यांकन हेतु नाप के लिए उपकरण रखने हेतु निर्देशित किया। विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन बनाने स्वसहायता समूहों से प्राप्त खाद्य सामग्री का सतत मूल्यांकन एवं सही मात्रा में भोजन बने यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी समिति और विद्यालय प्रबंधन को निर्देशित किया। महिला एवं बाल विकास विभाग में पोषण ट्रैकर से काउंट को सही तरीके से उपयोग करने एवं उससे सही जानकारी का भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए।

दर्ज संख्या, उपस्थिति, डाटा एण्ट्री के मिलान पर ध्यान देने के लिए कहा। सभी सुपरवाइजर को अपने क्षेत्र के आंगबाड़ी केन्द्र में निरीक्षण करते प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र को निरीक्षण पंजी संधारित करने एवं प्रत्येक बच्चे पोषित हो इस बात पर विशेष ध्यान देने कहा। उन्होंने कहा कि आदिम जाति कल्याण विभाग में प्रत्येक बच्चे को प्राप्त राशि का उपयोग भोजन व्यवस्था एवं बच्चों की आवश्कता अनुरूप पूरा होना चाहिए। साथ ही अतिरिक्त अधीक्षक हॉस्टल में ही अपना निवास सुनिश्चित करें।  उन्होंने शिकायत एवं सुझाव हेतु विभागीय कॉल सेंटर नंबर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। बैठक में राजेंद्र महिलांग, राजीव जायसवाल, रविन्द्र सोनी, प्रवास सिंह बघेल, गुरूप्रीत कौर, देवेन्द्र कौशिक, दीक्षा गुप्ता, सूरज दुबे,द्रोण कामड़े सहित अन्य अधिकारी उपिस्थत थे।
 

भोजन को चखकर किया गुणवत्ता का परीक्षण
आयोग  अध्यक्ष शर्मा ने अपने राजनांदगांव जिले के प्रवास के दौरान आश्रम-छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्रों, शासकीय उचित मूल्य दुकानों एवं विद्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान शासन द्वारा प्रदाय की जाने वाली भोजन एवं खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच की। आयोग  अध्यक्ष शर्मा ने शासकीय पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास राजनांदगांव का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां बच्चों द्वारा हॉस्टल मेस के संचालन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि भोजन की मात्रा नियम से कम मात्रा में बनाई गई है। इसके लिए बच्चों को सही मात्रा में भोजन बनाने के लिए समझाईश दी। उन्होंने छात्रावास में बनाए गए भोजन को चखकर गुणवत्ता का परीक्षण किया। स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन होने पर उन्होंने संतुष्टि जाहिर की।  उन्होंने प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास राजनांदगांव का निरीक्षण किया। आयोग अध्यक्ष शर्मा ने आंगनबाड़ी केन्द्र बांकल का निरीक्षण किया। शर्मा ने शासकीय प्राथमिक शाला नंबर 1 डोंगरगढ़ में रसोई घर का निरीक्षण किया। उन्होंने रसोइया एवं प्रभारी शिक्षक से बच्चों को प्रदाय की जाने वाली राशन की मात्रा के संबंध में जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि भोजन की गुणवत्ता एवं मात्रा में किसी भी तरह की कोताही नहीं होना चाहिए। उन्होंने भोजन को चखकर गुणवत्ता को परखा।


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