राजनांदगांव

दूषित जल से गांव में डायरिया का प्रकोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 सितंबर। ग्राम चिल्हाटी के वार्ड 8 में डायरिया फैला हुआ है। दूषित जल के सेवन से गांव के कई लोग बीमार है। उल्टी-दस्त से पीडि़त 15 ग्रामीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि सीएचसी में भर्ती सभी मरीजों की हालत खतरे से बाहर है। गांव में डायरिया को रोकने के लिए घर-घर दवाईयां बांटी जा रही है। वहीं दूषित जल की आपूर्ति को रोकने ग्राम पंचायत द्वारा पाईप लाइन को दुरूस्त किया जा रहा है।
चिल्हाटी बस्ती के वार्ड 8 में शुक्रवार से उल्टी-दस्त का प्रकोप है। यहां से हर दिन नए मरीज सामने आ रहे हैं। मरीजों का प्राथमिक उपचार चिल्हाटी स्थित पीएचसी में किया जा रहा है। जबकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंबागढ़ चौकी लाया गया है। शुक्रवार को यहां उल्टी-दस्त से गंभीर रूप से पीडि़त 9 मरीजों को सीएचसी अंबागढ़ चौकी में भर्ती कराया गया था। जबकि शनिवार को चार अन्य रोगियों को भी भर्ती कराया गया है।
बीएमओ डॉ. आरआर ध्रुर्वे ने बताया कि चिल्हाटी में फिलहाल डायरिया नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि सीएचसी में भर्ती मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर है। यहां इलाज के लिए लाए गए आधे से ज्यादा मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जबकि वर्तमान में मात्र चार-पांच रोगी ही भर्ती है। वे भी सोमवार तक पूर्ण रूपेण स्वस्थ हो जाएंगे। इन्हें ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
चिल्हाटी में स्टॉफ की कमी, चौकी में किया जा रहा है भर्ती
चिल्हाटी में पिछले कई वर्षों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। एक चिकित्सक का पद स्वीकृत है, लेकिन वर्षों से पीएचसी में डॉक्टर ही नहीं है। आरएमए मौजूद है, लेकिन संविदा में होने के कारण वर्तमान में वह हड़ताल पर है।
एनआरएचएम के हड़ताल के चलते भी व्यवस्था गड़बड़ा गई है। स्टॉफ की कमी के कारण यहां डायरिया पीडि़त मरीजों को अंबागढ़ चौकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार चिल्हाटी के 27 मरीजों को सीएचसी चौकी में भर्ती कराया गया है। बीएमओ ने बताया कि यहां डायरिया की रोकथाम के लिए तीन पालियों में पर्याप्त कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है, जो हालात पर नजर रखे हुए हैं और प्रभावित घरों में मरीजों को घर पहुंचकर दवाईयां बांट रहे हैं और उनका देखभाल कर रहे हैं।