राजनांदगांव

बम्लेश्वरी में दोपहर से अगले दिन तक नहीं होगा दर्शन, अन्य मंदिरों के दरवाजे भी रहेंगे बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 सितंबर। चंद्रग्रहण के चलते कल रविवार को देवी मंदिरों के पट बंद रहेंगे। डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी समेत जिले के प्रमुख मंदिरों के दरवाजे बंद रहेंगे। चंद्रग्रहण के कारण भक्तों को दर्शन करने का मौका नहीं मिलेगा।
मां बम्लेश्वरी के ऊपर और नीचे स्थित मंदिर में रविवार को दोपहर 12.50 बजे से अगले दिन प्रात: 4.30 बजे तक मंदिर के दरवाजे नहीं खुलेंगे। इसके बाद पट खोलकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना पश्चात दर्शनार्थियों को दर्शन करने की अनुमति रहेगी। राजनांदगांव शहर के शीतला मंदिर, पाताल भैरवी समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भी चंद्रग्रहण के चलते दर्शन नहीं होंगे। रविवार को दोपहर 12.57 बजे चंद्रग्रहण के चलते सूतक लग जाएगा। सूतक लगने से पूर्व ही मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। वहीं दूसरे दिन 8 सितंबर को चंद्रग्रहण समाप्त होने के पश्चात सुबह 4.30 बजे देवी का अभिषेक व श्रृंगार किया जाएगा। तत्पश्चात आरती के साथ देवी के दर्शन होंगे।
इधर शहर समेत जिले के अन्य मंदिरों में सूतक लगने के पहले ही मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएंगे और दूसरे दिन अलसुबह से ही मंदिरों में स्थापित प्रतिमाओं का अभिषेक व श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद आरती की जाएगी। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। वहीं शहर के शीतला मंदिर, मां पाताल भैरवी मंदिर, पुराना बस स्टैंड स्थित काली माई मंदिर, दिग्विजय कॉलेज स्थित मां दुर्गा मंदिर, सिंघोला स्थित मां भानेश्वरी मंदिर समेत शहर के अन्य मंदिरों के पट सूतक लगने से पूर्व ही मंदिर समितियों द्वारा तैयारी की जा रही है। इसके अलावा दूसरे दिन सोमवार को चंद्रग्रहण समाप्ति पश्चात मंदिरों में अभिषेक व श्रृंगार कर पूजा-अर्चना और आरती की जाएगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतककाल और ग्रहण के दौरान कुछ कार्य निषिद्ध है। मंदिरों में प्रवेश और मूर्ति स्पर्ध वर्जित है। भोजन करना, यात्रा करना और नैसर्सिग संबंध वर्जित किया गया है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण का सीधा दर्शन नहीं करना चाहिए। वहीं ग्रहणकाल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ग्रहण समाप्ति पश्चात स्नान, भगवान का पूजन और दान-पुण्य करना अत्यंत शुभ माना जाता है।