राजनांदगांव
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 27 अगस्त। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का 19वां स्थापना दिवस रायपुर के सिविल लाइन स्थित न्यू सर्किट हाउस में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ से बड़ी संख्या में कवि व साहित्यकारों की रायपुर में उपस्थिति रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व संस्कृति मंत्री व वर्तमान सांसद बृजमोहन अग्रवाल शामिल थे।
छग राजभाषा आयोग के जिला समन्वयक आत्माराम कोशा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में राजभाषा आयोग के स्थापना दिवस समारोह में शामिल कवि व साहित्यकारों ने उक्त कार्यक्रम में अपनी अमिट छाप छोड़ी। कवयित्री सुषमा शुक्ला ने अपनी नारी व्यथा से संबंधित कविता व मोबाइल की विसंगतियों को उजागर करने वाली कविता पाठ किया। कवि आनंदराम सार्वा ने छत्तीसगढ़ी कविताओं की प्रस्तुति दी। समारोह अवसर पर वहां लगाई गई पुस्तक प्रदर्शनी में वरिष्ठ साहित्यकार कुबेर साहू की छत्तीसगढ़ी साहित्य की पुस्तकें अवलोकन के लिए रखा गया। जिसका प्रदेशभर से आए कवि व साहित्यकारों व आगत अतिथियो द्वारा अवलोकन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी एक भाषा नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा व लोक जीवन की आत्मा है। उन्होंने लोगों को सामान्य बोलचाल में छत्तीसगढ़ी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की बात कही, ताकि अपनापन का बोध हो। विशिष्ट अतिथि रायपुर विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक अनुज शर्मा भी छत्तीसगढ़ी में ज्यादा से ज्यादा लिखकर छत्तीसगढ़ी साहित्य को अत्यधिक समृद्ध करने और अधिक से अधिक छत्तीसगढ़ भाषा का उपयोग करने की बात कही। कार्यक्रम में विवेक आचार्य व अनिल यादव उपस्थित थे। उक्ताशय की जानकारी छत्तीसगढ़ साहित्य समिति के सचिव मानसिंह मौलिक द्वारा दी गई।


