राजनांदगांव
महापौर ने कहा-शिलालेख में नाम के लिए नहीं थी जगह
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अगस्त। शहर में नगर निगम के निगरानी में हुए अटल परिसर लोकार्पण और गौरवपथ में स्व. लीलाराम भोजवानी की स्मृति में बनाए गए स्वागत द्वार के लोकार्पण व भूमिपूजन के कार्यक्रम में महापौर मधुसूदन यादव समेत नगर निगम के प्रमुख नेताओं का नाम नहीं होने से लोगों में कानाफुसी चल रही है। दोनों कार्यक्रम के लिए नगर निगम ने भाजपा के प्रमुख नेताओं का नाम शिलालेख में अंकित किया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह थे। जबकि भाजपा के स्थानीय नेताओं का नाम भी शिलालेख में लिखा गया था। इससे परे महापौर मधुसूदन यादव के अलावा नेता प्रतिपक्ष संतोष पिल्ले और नगर निगम सभापति पारस वर्मा और लोक निर्माण विभाग के चेयरमैन सावन वर्मा का नाम भी पट्टिका से गायब था। पूरी पट्टिका में भाजपा के पदाधिकारियों का नाम है। बताया जा रहा है कि शिलालेख में महापौर समेत प्रमुख नेताओं के नाम दर्ज नहीं होने को लेकर कार्यक्रम स्थल में विरोध भी हुआ।
इस मामले में काफी देर तक विवाद भी होता रहा। इस संबंध में महापौर मधुसूदन यादव ने 'छत्तीसगढ़Ó को बताया कि किसी भी तरह यह विवादित मामला नहीं है, क्योंकि पट्टिका में प्रमुख नेताओं का नाम अंकित दर्ज होने के बाद जगह खाली नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपना और निगम के अन्य नेताओं का नाम नहीं लिखने के लिए सहमति दी थी। इस बीच नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने भी वस्तुस्थिति महापौर के संज्ञान में होने की बात कही। राजनीतिक रूप से इस मामले को तूल भी दिया जा रहा है। भाजपा के एक कतिपय नेता इस मामले को लेकर चुटकी ले रहे हैं।


